30 से ज्यादा ट्रेनें 13 घंटे तक लेट:प्लेटफॉर्म पर यात्रियों की मुश्किलें बढ़ीं, कोहरे और सर्दी के चलते बढ़ी परेशानी
उत्तर भारत में शीतलहर और घने कोहरे के कारण रेल यातायात बुरी तरह प्रभावित हुआ है। इटावा जंक्शन पर गुरुवार को अप और डाउन की 30 से अधिक एक्सप्रेस और पैसेंजर ट्रेनें 1 से 13 घंटे तक की देरी से पहुंचीं, जिससे हजारों यात्रियों को कड़ाके की ठंड में परेशानियों का सामना करना पड़ा। सबसे ज्यादा प्रभावित फफूंद से आने वाली ट्रेन रही, जो 12 घंटे 53 मिनट की देरी से गुरुवार सुबह 10:22 बजे इटावा पहुंची। इसी तरह, नई दिल्ली जाने वाली ऊंचाहार एक्सप्रेस 8 घंटे 34 मिनट की देरी से सुबह 6:53 बजे पहुंची। प्रमुख ट्रेनों में लखनऊ इंटरसिटी 5 घंटे 7 मिनट, वंदे भारत और पूर्वा एक्सप्रेस करीब 3 घंटे, मगध एक्सप्रेस 2 घंटे 9 मिनट की देरी से चलीं। देखें 6 तस्वीरें... इसी तरह कानपुर, लखनऊ और प्रयागराज की ओर जाने वाली डाउन की फरक्का एक्सप्रेस 5 घंटा 28 मिनट, गाड़ी संख्या 12225 कैफियत एक्सप्रेस 6 घंटा, आगरा-लखनऊ इंटरसिटी 21 मिनट, गाड़ी संख्या 64588 टूंडला-कानपुर पैसेंजर 38 मिनट, गाड़ी संख्या 22432 उधमपुर-सूबेदारगंज एक्सप्रेस 4 घंटा 32 मिनट, गाड़ी संख्या 19037 अवध एक्सप्रेस 25 मिनट, गाड़ी संख्या 12404 लालगढ़-सूबेदारगंज 1 घंटा 19 मिनट, गाड़ी संख्या 12554 वैशाली सुपरफास्ट 1 घंटा 45 मिनट, गाड़ी संख्या देहरादून- सूबेदारगंज 14114 दो घंटा 29 मिनट, गाड़ी संख्या 20802 मगध एक्सप्रेस एक घंटा 20 मिनट, गाड़ी संख्या 14218 ऊंचाहार एक्सप्रेस एक घंटा 45 मिनट तक देरी से इटावा जंक्शन पहुंची। यात्रियों को प्लेटफॉर्म पर घंटों तक कड़ाके की ठंड और कोहरे में ट्रेनों का इंतजार करना पड़ा। इस देरी के कारण यात्रियों के यात्रा कार्यक्रम पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गए और कई ट्रेनें अगले दिन तक अपने गंतव्य तक पहुंच पाईं। मौसम में सुधार होने तक ट्रेनों के समय में इसी तरह का व्यवधान जारी रह सकता है।

30 से ज्यादा ट्रेनें 13 घंटे तक लेट: प्लेटफॉर्म पर यात्रियों की मुश्किलें बढ़ीं, कोहरे और सर्दी के चलते बढ़ी परेशानी
News by indiatwoday.com
कोहरे और सर्दी का असर
हाल ही में भारतीय रेल नेटवर्क में एक बड़ी समस्या सामने आई, जब 30 से ज्यादा ट्रेनें 13 घंटे तक लेट हो गई। इस स्थिति ने प्लेटफॉर्म पर यात्रियों की मुश्किलें और भी बढ़ा दी। घने कोहरे और सर्दी के कारण कई प्रमुख रेलवे मार्ग प्रभावित हुए, जिससे यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।
यात्रियों की स्थिति
कोहरे के कारण दृश्यता में कमी आई है, जिसके चलते कई ट्रेनों की आवाजाही में बाधा उत्पन्न हुई। स्टेशन पर यात्रियों को लंबा इंतजार करना पड़ा, और कई लोग ट्रेन के रद्द होने की सूचना को लेकर चिंतित नजर आए। यात्रियों को न केवल ट्रेन के लेट होने का सामना करना पड़ा, बल्कि ठंड के कारण उन्हें प्लेटफॉर्म पर परेशानी भी उठानी पड़ी।
रेलवे की तैयारी
यह स्थिति रेलवे प्रशासन के लिए एक परीक्षा के समान है। ऐसे मामलों में, रेलवे को अधिक ध्यान देने की आवश्यकता होती है, ताकि यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा सुनिश्चित की जा सके। रेलवे अधिकारियों ने स्थिति को संभालने के लिए अतिरिक्त टीमों को तैनात किया है, ताकि यात्रियों को सही जानकारी मिल सके और उन्हें परेशानी का सामना न करना पड़े।
समाधान और सुझाव
यात्रियों से अपील की गई है कि वे अपनी यात्रा की योजना बनाते समय मौसम का पूर्वानुमान अवश्य देखें। इसके साथ ही, रेलवे को भी कोहरे के दौरान विशेष सतर्कता बरतने की सलाह दी गई है। प्लेटफॉर्म पर बैठने की व्यवस्था और गर्म पेय पदार्थों की उपलब्धता बढ़ाने से यात्रियों को राहत मिल सकती है।
निष्कर्ष
इस भारी ठंड और कोहरे के कारण, यात्रियों को जो परेशानी उठानी पड़ी, वह निश्चित रूप से चिंताजनक है। रेलवे को इस दिशा में कदम उठाने की जरूरत है ताकि भविष्य में ऐसी स्थितियों से बचा जा सके। सभी यात्रियों को आंतरिक सुरक्षा एवं सुख-सुविधा के प्रति सजग रहना होगा।
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