35 साल पुराने मादक पदार्थ कराए नष्ट:7764 किलो था नशीले पदार्थ, 56 किलो स्मैक और 862 किलो गांजा

बाराबंकी पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई में पिछले 35 वर्षों से जमा मादक पदार्थों का विनष्टीकरण कर दिया है। जिला स्तरीय ड्रग डिस्पोजल कमेटी के निर्देशन में नवाबगंज के मोहम्मदपुर गांव स्थित सिनर्जी वेस्ट मैनेजमेंट प्राइवेट लिमिटेड में यह कार्रवाई संपन्न हुई। पुलिस अधीक्षक दिनेश कुमार सिंह की उपस्थिति में हुई इस कार्रवाई में 1989 से 2024 तक के 460 मामलों में जब्त किए गए कुल 7764.653 किलोग्राम मादक पदार्थों को नष्ट किया गया। इनमें 56.169 किलोग्राम स्मैक, 862.630 किलोग्राम गांजा, 6234.004 किलोग्राम पोस्ता, 2.940 किलोग्राम चरस, 0.850 किलोग्राम हेरोइन और 608.060 किलोग्राम अन्य अवैध मादक पदार्थ शामिल थे। क्षेत्र को नशा मुक्त बनाया जा रहा विनष्टीकरण की प्रक्रिया के दौरान अपर पुलिस अधीक्षक डॉ. अखिलेश नारायण सिंह और क्षेत्राधिकारी फतेहपुर जगतराम कनौजिया सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे। जिले के विभिन्न थानों द्वारा जब्त किए गए इन मादक पदार्थों के विनष्टीकरण से पुलिस की मादक पदार्थों के खिलाफ चल रहे अभियान को और मजबूती मिली है। पुलिस प्रशासन नशे के कारोबारियों पर लगातार कार्रवाई कर रहा है और क्षेत्र को नशा मुक्त बनाने के लिए प्रतिबद्ध है।

Jan 30, 2025 - 16:59
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35 साल पुराने मादक पदार्थ कराए नष्ट:7764 किलो था नशीले पदार्थ, 56 किलो स्मैक और 862 किलो गांजा
बाराबंकी पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई में पिछले 35 वर्षों से जमा मादक पदार्थों का विनष्टीकरण कर दिया

35 साल पुराने मादक पदार्थ कराए नष्ट: 7764 किलो था नशीले पदार्थ, 56 किलो स्मैक और 862 किलो गांजा

हाल ही में, भारतीय स्वास्थ्य और सुरक्षा एजेंसियों ने 35 साल पुराने मादक पदार्थों को नष्ट किया है। इस कार्य में कुल 7764 किलो नशीली दवाओं का नाश किया गया, जिसमें 56 किलो स्मैक और 862 किलो गांजा शामिल हैं। यह कार्रवाई न केवल समाज को नशीले पदार्थों से मुक्त कराने के लिए की गई है, बल्कि यह एक प्रेरणा भी है कि देश में मादक पदार्थों के खिलाफ सख्त कदम उठाए जा रहे हैं।

मादक पदार्थों की समस्या

भारत में मादक पदार्थों की समस्या एक गंभीर मुद्दा बन गई है। विभिन्न राज्य सरकारें और एजेंसियां इस समस्या से निपटने के लिए गंभीर प्रयास कर रही हैं। एंटी-ड्रग कैंपेन और नशा मुक्ति केंद्रों की स्थापना के माध्यम से लोगों को नशे से दूर रहने और जागरूक करने का प्रयास किया जा रहा है।

हालिया कार्रवाई का महत्व

7764 किलो नशीले पदार्थों का नष्ट होना न केवल कानून प्रवर्तन के लिए एक बड़ी उपलब्धि है, बल्कि यह समाज के लिए भी एक संदेश है। यह कार्य यह दर्शाता है कि सरकार मादक पदार्थों के खिलाफ कितनी गंभीर है और इसे खत्म करने के लिए क्या कदम उठा रही है। हमें यह सुनिश्चित करने की आवश्यकता है कि युवा पीढ़ी इन दवाओं के जाल में न फंसे।

समाज की भूमिका

इस प्रकार की समस्याओं के समाधान में समाज की भी भूमिका अहम है। शिक्षा, जागरूकता और सही मार्गदर्शन के माध्यम से, हम मादक पदार्थों के दुष्प्रभावों के बारे में लोगों को जागरूक कर सकते हैं। सामुदायिक कार्यक्रम और कार्यशालाएं इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम हो सकती हैं।

इस कार्यवाही की विस्तृत रिपोर्ट के लिए, और इसी तरह की अधिक जानकारियों के लिए कृपया हमारे अन्य लेख पढ़ें। News by indiatwoday.com Keywords: मादक पदार्थ नष्ट, नशीले पदार्थ भारत, स्मैक और गांजा, मादक पदार्थ समस्या, ड्रग्स नष्ट, भारत में नशीले पदार्थ, नशा मुक्ति, 35 साल पुराने ड्रग्स, मादक पदार्थों की कार्रवाई, एंटी-ड्रग अभियान

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