38वें राष्ट्रीय खेल:मार्शल आर्ट वूशु में उत्तराखंड के अचोम तपस ने जीता गोल्ड;स्वर्ण में सबसे टॉप पर कर्नाटक
38वें राष्ट्रीय खेलों में उत्तराखंड के खिलाड़ी भी बेहतर प्रदर्शन कर रहे हैं। वूशु में तीसरे उत्तराखंड ने स्वर्ण पदक जीता है। जबकि इससे पहले मार्शल आर्ट वूशु में कांस्य पदक उत्तराखंड के नाम रहा था। बृहस्पतिवार को एक गोल्ड और एक कांस्य पदक फिर उत्तराखंड के नाम रहा है। देहरादून के अचोम तमस ने वूशु खेल में स्वर्ण पदक जीता है। खेल मंत्री रेखा आर्या ने दी बधाई जबकि हरिद्वार के विषम कश्यप ने कांस्य पदक जीता है। इसके अलावा देहरादून के नीरज जोशी, उत्तराखंड पुलिस में तैनात लंबिश कुंवर,शुभम चौधरी देहरादून के साहिल कुरेशी का कांस्य पदक पक्का हो गया है। वूशु खिलाड़ियों की शानदार जीत पर खेल मंत्री रेखा आर्य ने सभी को बधाई दी। उन्होंने कहा कि हमारी टीमों में अब तक बहुत शानदार प्रदर्शन किया है उन्होंने कहा कि जैसे-जैसे खेल प्रतियोगिताएं होती जाएगी वैसे-वैसे हमारे खिलाड़ी अच्छा प्रदर्शन करेंगे। वॉलीबॉल में पुरुष टीम ने सेमीफाइनल में जगह बनाई उधर,वॉलीबॉल में उत्तराखंड की पुरुष टीम ने राजस्थान को शिकस्त देकर सेमीफाइनल में जगह बना ली है। जबकि फुटबॉल में भी खिलाड़ियों ने शानदार प्रदर्शन करते हुए पदक की आस जगा दी है। उत्तराखंड टीम ने मणिपुर टीम को एक-एक से ड्रा पर रोक दिया है। उधर बेटियों का दूसरे दिन भी वॉलीबॉल मैच में प्रदर्शन निराशाजनक रहा। उत्तराखंड के अभिलाष ने 4 गोल गोल बनाए। कबड्डी में महिला और पुरुष टीम हारी वही,वंदना कटारिया स्पोर्ट्स स्टेडियम हरिद्वार में दूसरे दिन उत्तराखंड की कबड्डी टीमों ने निराश किया है। पुरुष वर्ग में टीम सर्विसेज और महिला टीम पंजाब से अपने लीग मैच में हार गई। महिला वर्ग में पहला मैच राजस्थान एवं पश्चिम बंगाल में हुआ। जिसमें राजस्थान की टीम 49-23 से विजयी रही।जबकि दूसरा मैच उत्तराखंड एवं पंजाब के बीच हुआ, पंजाब ने उत्तराखंड को हरा कर 59- 29 से जीत हासिल की। राज्यों का अबतक रहा ये प्रदर्शन अब तक हुए मैच में कर्नाटक ने सबसे ज्यादा 7 स्वर्ण पदक जीते दो रजत पदक जीते जबकि दो कांस्य पदक भी जीते हैं। मणिपुर ने 6 गोल्ड,पांच रजत पदक जीते हैं। महाराष्ट्र में चार गोल्ड, 11 रजत और आठ कांस्य पदक जीते हैं। तमिलनाडु तीन गोल्ड, चार रजत तीन कांस्य पदक जीते हैं। जबकि उत्तराखंड के खाते में एक गोल्ड और दो कांस्य पदक रहे हैं

38वें राष्ट्रीय खेल:मार्शल आर्ट वूशु में उत्तराखंड के अचोम तपस ने जीता गोल्ड;स्वर्ण में सबसे टॉप पर कर्नाटक
38वें राष्ट्रीय खेलों का आयोजन इस बार एक नई ऊर्जा और उत्साह के साथ किया गया, जहाँ विभिन्न राज्यों के एथलीटों ने अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। इन खेलों में उत्तराखंड के युवा खिलाड़ी अचोम तपस ने वूशु में शानदार प्रदर्शन करते हुए गोल्ड मेडल अपने नाम किया। उनकी यह जीत सिर्फ व्यक्तिगत उपलब्धि नहीं है, बल्कि राज्य के लिए भी गर्व की बात है।
अचोम तपस का ऐतिहासिक प्रदर्शन
इस प्रतिष्ठित खेल प्रतियोगिता में अचोम तपस ने अपनी उत्कृष्ट तकनीक और मानसिक शक्ति का परिचय देते हुए स्वर्ण पदक जीता। उनके इस अविस्मरणीय प्रदर्शन ने न केवल उनके व्यक्तिगत करियर को नई उड़ान दी है, बल्कि पूरे उत्तराखंड को प्रेरित किया है। युवा खिलाड़ियों के लिए यह प्रेरणा स्रोत बन चुका है।
कर्नाटक, स्वर्ण में सबसे टॉप
वहीं दूसरी ओर, कर्नाटक ने स्वर्ण पदक तालिका में पहले स्थान पर रहते हुए पूरे प्रतियोगिता में लाजवाब प्रदर्शन किया। कर्नाटक के एथलीटों ने विभिन्न खेलों में अपने कौशल का परिचय दिया और कई गोल्ड मेडल अपने नाम किए। यह कर्नाटक की ऐतिहासिक उपलब्धियों में एक और अध्याय जोड़ता है।
खेलों का महत्व और भविष्य
38वें राष्ट्रीय खेलों का आयोजन देश में खेल संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए महत्वपूर्ण है। खिलाड़ियों को एक मंच दिया जा रहा है जहां वे अपनी प्रतिभा का परिचय दे सकते हैं। इस प्रकार के आयोजन देश की खेलों में समर्पण और एकजुटता को दर्शाते हैं।
इन खेलों के माध्यम से, सरकार और अन्य संस्थाएँ खेल को प्रोत्साहित करने के लिए काम कर रही हैं, जिससे युवा athletes को अपनी पहचान बनाने में सहायता मिल सके। आने वाले वर्षों में खेलों की यह संस्कृति और भी समृद्ध होगी।
युवाओं के लिए अचोम तपस और कर्नाटक के एथलीटों जैसे खिलाड़ियों से प्रेरणा लेते हुए, यह आवश्यक है कि हम अपने देश को खेल गतिविधियों में महत्त्व दें और इसे बढ़ावा दें।
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