75 साल पुराने कॉलेज की दयनीय स्थिति:रामपुर के एतिहासिक राजकीय रजा डिग्री कॉलेज की बिल्डिंग जर्जर, नए कोर्स की मांग
रामपुर के राजकीय रजा डिग्री कॉलेज की स्थिति को लेकर व्यापारियों ने मुख्यमंत्री को ऑनलाइन मेमोरेंडम भेजा है। उद्योग व्यापार प्रतिनिधिमंडल के युवा राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश अग्रवाल के नेतृत्व में भेजे गए इस मेमोरेंडम पर मुख्यमंत्री कार्यालय ने तत्काल संज्ञान लेते हुए इसे एमजेपी रोहिलखंड विश्वविद्यालय बरेली को भेज दिया है। 75 वर्ष पुराने इस ऐतिहासिक महाविद्यालय की 52 हजार वर्ग मीटर में फैली बिल्डिंग बेहद जर्जर हालत में है। छत से पानी टपकने के कारण लाइब्रेरी की किताबें भी खराब हो रही हैं। इतना ही नहीं, कॉलेज में एम.एड., एमबीए, बीबीए, बीसीए, बीटेक और एलएलबी जैसे महत्वपूर्ण कोर्स नहीं चल रहे हैं। इस कारण जनपद के छात्र-छात्राओं को उच्च शिक्षा के लिए दूसरे जिलों और राज्यों में जाना पड़ता है, जिससे स्थानीय अर्थव्यवस्था भी प्रभावित हो रही है। पिछले सप्ताह इस मुद्दे को उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के समक्ष भी रखा गया था। उन्होंने प्रमुख सचिव शिक्षा को आदेश जारी करते हुए जिलाधिकारी से शासन को फाइल भेजने को कहा है। उप मुख्यमंत्री ने छात्रों के उज्जवल भविष्य और जनपद की अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए नए कोर्स शुरू करने का आश्वासन दिया है। कार्यक्रम में प्रदेश मंत्री पप्पू खान, मंडल अध्यक्ष अब्दुल वासिक, युवा जिला अध्यक्ष अरविंद गुप्ता समेत कई पदाधिकारी मौजूद रहे।

75 साल पुराने कॉलेज की दयनीय स्थिति: रामपुर के ऐतिहासिक राजकीय रजा डिग्री कॉलेज की बिल्डिंग जर्जर, नए कोर्स की मांग
रामपुर का राजकीय रजा डिग्री कॉलेज, जो 75 साल पुराना है, वर्तमान में एक गंभीर संकट का सामना कर रहा है। कॉलेज की बिल्डिंग की स्थिति अत्यंत दयनीय हो गई है, जिससे वहां पढ़ाई करने वाले छात्रों की सुरक्षा और शिक्षा दोनों पर प्रश्नचिन्ह लग गया है। यह ऐतिहासिक कॉलेज न केवल शैक्षिक उत्कृष्टता का प्रतीक रहा है, बल्कि यह क्षेत्र की सांस्कृतिक धरोहर का भी एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।
जर्जर बिल्डिंग की समस्या
कॉलेज की बिल्डिंग को समय समय पर मरम्मत की आवश्यकता है, लेकिन इसके लिए आवश्यक धनराशि और संसाधन अंततः उपलब्ध नहीं हो पा रहे हैं। कई छात्र और शिक्षक इस संबंध में आवाज उठा चुके हैं, लेकिन निष्कासन की कमी के चलते बदलाव की संभावना धूमिल नजर आ रही है। जब छात्र इस प्रतिष्ठित संस्थान में दाखिला लेते हैं, तो वे अपेक्षा करते हैं कि उन्हें एक सुरक्षित और शिक्षाप्रद वातावरण मिले।
नए कोर्स की मांग
हाल ही में, छात्रों और स्थानीय समुदाय ने नए कोर्सों की मांग उठाई है, ताकि कॉलेज में शिक्षा का स्तर बढ़ सके और अधिक विद्यार्थी इसमें दाखिला लें। युवा पीढ़ी की आकांक्षाओं को ध्यान में रखते हुए, प्रशासन को चाहिए कि वह नए पाठ्यक्रमों की शुरुआत करे। इस स्थिति में सुधार के लिए सरकारी अनुदान और प्रबंधन के उचित प्रयासों की आवश्यकता है।
समुदाय की भूमिका
कॉलेज के छात्र, शिक्षक, और स्थानीय समुदाय के सदस्यों से अपील है कि वे मिलकर इस दयनीय स्थिति के खिलाफ आवाज उठाएं। इसके लिए जागरूकता अभियानों का आयोजन किया जा सकता है और स्थानीय नेताओं से आग्रह किया जा सकता है कि वे कॉलेज के विकास में रुचि लें। यह विद्यालय एक बार फिर से अपने गौरव को पुनः प्राप्त कर सके, इस दिशा में सभी का सहयोग आवश्यक है।
ऐसे में, शिक्षा का महत्व और हमारे ऐतिहासिक संस्थानों की सहेजने की जिम्मेदारी हम सभी की है। रामपुर के राजकीय रजा डिग्री कॉलेज को पुनर्जीवित करने के लिए हमें एकजुट होकर काम करना होगा।
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