CCI को 20.24 करोड़ रुपए देने पर सहमत हुआ गूगल:एंड्रॉयड TV सेटलमेंट केस में कंपनी ने समझौता किया, अनफेयर बिजनेस प्रैक्टिस का था आरोप

गूगल ने एंड्रॉयड टीवी सेगमेंट में अनफेयर बिजनेस प्रैक्टिस से जुड़े एक मामले में कॉम्पिटिशन कमीशन ऑफ इंडिया यानी CCI के साथ समझौता किया है। रिपोर्ट्स के अनुसार, समझौते के हिस्से के रूप में गूगल ने रेगुलेटर को 20.24 करोड़ रुपए का भुगतान करने पर सहमति व्यक्त की है। यह कॉम्पिटिशन एक्ट के रिवाइज्ड प्रोविजन के तहत निपटाए जाने वाला पहला मामला है, जिसने 2023 में सेटलमेंट और कमिटमेंट प्रोविजंस पेश किए। यह मामला 2021 में दायर एक शिकायत से उपजा है, जिसके कारण CCI ने एक विस्तृत जांच शुरू की थी। अपने सेटलमेंट प्रपोजल में गूगल ने क्या कहा? अपने सेटलमेंट प्रपोजल में गूगल ने भारत में एंड्रॉयड स्मार्ट टीवी के लिए प्ले स्टोर और प्ले सर्विसेज के लिए एक स्टैंडअलोन लाइसेंस प्रोवाइड करने पर सहमति व्यक्त की है। जिससे इन सर्विसेज को बंडल करने या डिफॉल्ट प्लेसमेंट कंडीशंस लगाने की आवश्यकता समाप्त हो गई। इसके अलावा गूगल उन डिवाइसेज के लिए वैलिड एंड्रॉयड कंपैटिबिलिटी कमिटमेंट्स (ACC) की आवश्यकता को माफ कर देगा, जिन्हें गूगल ऐप के बिना भारत में भेजा जाता है। सेटलमेंट प्रपोजल को रेगुलेटर ने स्वीकार किया CCI के बयान के अनुसार, यह ओरिजिनल इक्विपमेंट्स मैन्युफैक्चरर (OEMs) को टेलीविजन ऐप डिस्ट्रीब्यूशन एग्रीमेंट (TADA) का उल्लंघन किए बिना एंड्रॉयड डिवाइस बेचने और बनाने की अनुमति देगा। सेटलमेंट प्रपोजल को रेगुलेटर ने स्वीकार कर लिया है।

Apr 21, 2025 - 19:59
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CCI को 20.24 करोड़ रुपए देने पर सहमत हुआ गूगल:एंड्रॉयड TV सेटलमेंट केस में कंपनी ने समझौता किया, अनफेयर बिजनेस प्रैक्टिस का था आरोप
गूगल ने एंड्रॉयड टीवी सेगमेंट में अनफेयर बिजनेस प्रैक्टिस से जुड़े एक मामले में कॉम्पिटिशन कमीश

CCI को 20.24 करोड़ रुपए देने पर सहमत हुआ गूगल: एंड्रॉयड TV सेटलमेंट केस में कंपनी ने समझौता किया, अनफेयर बिजनेस प्रैक्टिस का था आरोप

हाल ही में, गूगल ने भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (CCI) को 20.24 करोड़ रुपए का उल्लंघन भरने पर सहमति जताई है। यह मामला एंड्रॉयड TV से संबंधित है, जिसमें गूगल पर अनफेयर बिजनेस प्रैक्टिस का आरोप लगाया गया था। CCI की जांच के बाद, गूगल ने एक समझौता किया है, जिससे यह विवाद समाप्त होगा। इस समझौते के जरिए, गूगल ने भारतीय न्यायसंगत प्रतिस्पर्धा के पालन के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दिखाई है।

क्या है एंड्रॉयड TV सेटलमेंट केस?

एंड्रॉयड TV सेटलमेंट केस में यह आरोप लगाने का कारण यह था कि गूगल ने अपने एंड्रॉयड प्लेटफॉर्म का उपयोग करते हुए प्रतिस्पर्धी सेवाओं के साथ व्यवसाय करने में बाधा डाली। यह मामला तब सामने आया जब कुछ कंपनियों ने गूगल पर यह आरोप लगाया कि वह अपने प्लेटफार्म को अपने उत्पादों के पक्ष में धक्का दे रहा है, जिससे अन्य प्रतियोगियों के लिए बाजार में अपनी जगह बनाना मुश्किल हो गया।

समझौते के संभावित प्रभाव

गूगल के इस समझौते से न केवल कंपनी के लिए कानूनी सुरक्षा की स्थिति बनेगी, बल्कि यह भारतीय बाजार में अनफेयर प्रैक्टिस के खिलाफ अन्य कंपनियों को भी एक संदेश देगा। इस समझौते के बाद, गूगल को स्थानीय व्यवसाय के नियमों के प्रति अधिक संवेदनशील बनने की आवश्यकता होगी। इसके अलावा, यह कार्रवाई प्रतिस्पर्धा और नवाचार को बढ़ावा देने में सहायक हो सकती है।

भविष्य की संभावनाएं

गूगल का यह समझौता दिखाता है कि कंपनियां प्रतिस्पर्धा की दिशा में सरकारी नियमों का पालन करने के लिए तैयार हैं। हालांकि, यह देखना दिलचस्प होगा कि गूगल और अन्य बड़ी टेक कंपनियां भविष्य में किस प्रकार की व्यवसाय प्रथाओं का पालन करती हैं, ताकि वे किसी भी प्रकार की कानूनी मुसीबत से बच सकें। भारत के डिजिटल बाजार में सही प्रतिस्पर्धा को बढ़ावा देना सभी हितधारकों के लिए फायदेमंद होगा।

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