FY2025 में रिकॉर्ड 9.19 करोड़ लोगों ने ITR फाइल किया:देश में 10 हजार से ज्यादा लोगों की आय 10 करोड़ से ज्यादा
वित्त वर्ष 2024-25 में 31 मार्च 2025 तक देशभर में 9.19 करोड़ लोगों ने इनकम टैक्स रिटर्न (ITR) फाइल किए। इनमें सबसे ज्यादा महाराष्ट्र के 1.39 करोड़ लोग हैं। पिछले वित्त वर्ष के मुकाबले यह 7.86% ज्यादा है। पिछले फाइनेंशियल ईयर यानी FY2024 में इनकम टैक्स रिटर्न की संख्या 8.52 करोड़ थी। 2023 में यह संख्या 7.78 करोड़ थी। 2023 की तुलना में 2024 में 18% ज्यादा लोगों ने रिटर्न भरा। देश में 10 करोड़ से ज्यादा आय वाले लोग तेजी से बढ़ रहे हैं। 31 मार्च 2025 से पहले तक 10 करोड़ से ज्यादा इनकम वाले 10,814 लोगों ने रिटर्न भरा। जबकि 5-10 करोड़ आय वाले लोगों की संख्या 16,797 है। वहीं, 1 से 5 करोड़ के बीच इनकम वाले 2.97 लाख लोगों ने रिटर्न फाइल किए हैं। बजट 2025 में सरकार ने टैक्स से जुड़े कई बड़े बदलाव किए हैं... टैक्स स्लैब में बदलाव: 20 से 24 लाख की इनकम के लिए नया स्लैब क्या बदलाव हुआ है: न्यू टैक्स रिजीम के तहत अब 12 लाख रुपए तक की कमाई पर कोई टैक्स नहीं देना होगा। नौकरीपेशा लोगों के लिए 75 हजार के स्टैंडर्ड डिडक्शन के साथ यह छूट 12.75 लाख रुपए हो जाएगी। न्यू टैक्स रिजीम में 20 से 24 लाख की इनकम के लिए 25% टैक्स का नया स्लैब भी शामिल किया गया है। GIF...... असर क्या होगा: पहले 30% की अधिकतम दर 15 लाख रुपए से ऊपर की आय पर लागू होती थी, लेकिन अब यह सीमा बढ़ाकर 24 लाख रुपए कर दी गई है। इससे मध्यम और उच्च-मध्यम आय वर्ग को कर में बचत होगी। अपडेटेड रिटर्न भरने के लिए ज्यादा समय: 48 महीने तक दाखिल कर सकेंगे क्या बदलाव हुआ है: अब टैक्सपेयर्स असेसमेंट ईयर के अंत से 24 महीने के बजाय 48 महीने तक अपडेटेड रिटर्न दाखिल कर सकेंगे। इसकी कुछ शर्तें हैं... असर क्या होगा: इससे करदाताओं को अपनी गलतियों को सुधारने के लिए अधिक समय मिलेगा। स्वैच्छिक अनुपालन भी बढ़ेगा। यानी, किसी व्यक्ति या संगठन का अपनी मर्जी से नियमों, कानूनों का पालन करना। इनकम टैक्स या टैक्स को लेकर ये 8 बड़े बदलाव भी हुए

FY2025 में रिकॉर्ड 9.19 करोड़ लोगों ने ITR फाइल किया
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ITR फाइलिंग का नया रिकॉर्ड
वित्तीय वर्ष 2025 में, भारत में 9.19 करोड़ लोगों ने आयकर रिटर्न (ITR) फाइल किया है, जो कि एक ऐतिहासिक आंकड़ा है। यह संख्या पिछले वर्षों की तुलना में अधिक है, जिससे यह स्पष्ट होता है कि अधिक से अधिक लोग कर प्रणाली में भाग ले रहे हैं। इस वृद्धि का मुख्य कारण जागरूकता और सही जानकारी का फैलाव है।
10 हजार से अधिक लोगों की आय 10 करोड़ से ज्यादा
सरकार की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार, देश में 10 हजार से अधिक लोगों की आय 10 करोड़ रुपये से अधिक है। यह तथ्य भारत के उच्च आय वर्ग को दर्शाता है और इस वर्ग की संख्या में वृद्धि का संकेत देता है। यह आंकड़ा वित्तीय स्थिरता और आर्थिक विकास की ओर इशारा करता है।
ITR नियमों में बदलाव
हाल के वर्षों में, सरकार ने ITR फाइलिंग प्रक्रिया को सरल बनाने के लिए कई कदम उठाए हैं। इसका उद्देश्य अधिक से अधिक लोगों को इस प्रक्रिया में शामिल करना है। अब, ऑनलाइन फाइलिंग की सुविधा और तेजी से बढ़ी है, जिससे कामकाजी वर्ग के लिए ITR जमा करना आसान हो गया है।
आर्थिक विकास और धन की स्थिति का प्रभाव
जब हम इस वृद्धि के पीछे के कारणों पर गौर करते हैं, तो यह देखना महत्वपूर्ण है कि भारत में आर्थिक विकास, नौकरी के अवसरों और उद्यमिता की वृद्धि ने लोगों को अधिक आय अर्जित करने में कैसे मदद की है। इस प्रकार की वित्तीय प्रवृत्तियों का दीर्घकालिक प्रभाव देश की अर्थव्यवस्था पर पड़ेगा।
निष्कर्ष
FY2025 में ITR फाइलिंग का यह रिकॉर्ड दर्शाता है कि लोग अपनी वित्तीय जिम्मेदारियों के प्रति अधिक सतर्क हो रहे हैं। यह संकेते दर्शाता है कि नागरिक अपनी आय को सही तरीके से प्रबंधित करने में योग्य बन रहे हैं।
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