अमेरिका के अपराधियों को पैसे लेकर जेल में रखेगा अल-सल्वाडोर:किसी देश के बीच पहला ऐसा समझौता; मस्क बोले- ये ग्रेट आइडिया

मध्य अमेरिकी देश अल सल्वाडोर अपनी जेलों में अमेरिका के हिंसक अपराधियों और अवैध अप्रवासियों को रखेगा। CNN के मुताबिक अल साल्वाडोर के राष्ट्रपति नायब बुकेले ने सोमवार को अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो के सामने यह प्रस्ताव रखा था, जिसे उन्होंने तुरंत स्वीकार कर लिया। मार्को रुबियो ने बुकेले के प्रस्ताव की तारीफ करते हुए कहा- अमेरिका में अवैध रूप से रह रहे किसी भी अपराधी, चाहे वह किसी भी देश का हो, अल सल्वाडोर उन्हें अपनी जेलों में रखेगा। किसी भी देश ने पहले ऐसी पेशकश नहीं की थी। हम इस समझौते से बहुत खुश हैं। ट्रम्प प्रशासन और राष्ट्रपति के सहयोगियों ने भी इस समझौते की तारीफ की है। टेस्ला चीफ इलॉन मस्क ने एक्स पर एक पोस्ट में इस समझौते को एक ग्रेट आइडिया बताया। हालांकि मानवाधिकार संगठनों ने इस कदम की निंदा की है। मानवाधिकार संगठनों ने की आलोचना लीग ऑफ यूनाइटेड लैटिन अमेरिकन सिटीजन्स (LULAC) के राष्ट्रीय अध्यक्ष रोमन पालोमारेस ने कहा कि हम इस बात का विरोध करते हैं कि गैर-आपराधिक डिपोर्ट किए गए लोगों के साथ जानवरों की तरह बर्ताव करें। उन्हें उनके मूल देश भेजने की परवाह किए बिना कहीं भी भेज दिया जाए। वहीं इमर्सन कॉलेज की प्रोफेसर मनीषा गेलमैन ने कहा कि अमेरिका मूल रूप से लोगों को ऐसे देश में भेजने की योजना बना रहा है जो न तो उनका जन्मस्थान है और न ही वह देश जिससे वे गुजरे थे। अल सल्वाडोर के वामपंथी फराबुंडो मार्ती नेशनल लिबरेशन फ्रंट (FMLN) पार्टी के महासचिव मैनुअल फ्लोरेस ने भी इस फैसले की आलोचना करते हुए कहा कि हम क्या हैं? कचरे का ढेर? अल सल्वाडोर में 40 हजार कैदियों को रखने वाली जेल अल सल्वाडोर में जनवरी 2023 में एक जेल का निर्माण हुआ था। इसका नाम 'आंतकवादी बंदी केंद्र' है जिसे CECOT के नाम से भी जाना जाता है। यह दुनिया की सबसे बड़ी जेलों में से एक है। इसमें 40 हजार से ज्यादा कैदी रखे जा सकते हैं। बुकेले ने कहा कि वह इस जेल में मामूली पैसे लेकर अमेरिका के खतरनाक कैदियों को रखेंगे। इससे दोनों देशों को फायदा होगा। बुकेले ने सोशल मीडिया पर इस जेल की तस्वीरें भी पोस्ट की हैं। इसमें कई कैदी और गार्ड्स नजर आ रहे हैं। बुकेले ने अल स्लवाडोर में क्राइम रेट कम किया बुकेले को अल सल्वाडोर में अपराध को कम करने का श्रेय दिया जाता है। उन्होंने साल 2019 में अपराध खत्म करने के नाम पर राष्ट्रपति चुनाव लड़ा था। चुनाव जीतने के एक साल बाद ही उन्होंने देश में लोगों के संवैधानिक अधिकारों को खत्म कर दिया और कोर्ट की ताकत बढ़ा दी। इससे अपराध दर में 50% की गिरावट आ गई। हालांकि तब बुकेले पर आरोप लगा था कि उन्होंने क्रिमिनल गैंग के बीच समझौता कर लिया है। हालांकि मार्च 2022 में ऐसी घटना हुई कि जिसने बुकेले को अपराध को और ज्यादा सख्ती से कुचलने के लिए मजबूर कर दिया। दरअसल, एक स्ट्रीट गैंग ने कुछ ही घंटे में 60 से ज्यादा लोगों की हत्या कर दी थी। बुकेले के अपराध रोकने के दावे की खूब किरकिरी हुई। इसके बाद उन्होंने स्टेट ऑफ इमरजेंसी की घोषणा कर दी। संदिग्ध अपराधियों और दोषी ठहराए गए आरोपियों में भेद खत्म कर दिया गया। इसके बाद से देश में करीब 85 हजार लोगों को जेल में बद कर दिया गया है। बुकेले का दावा है कि उनके इस कदम से देश में हिंसा काफी कम हो गई है। साल 2024 में सिर्फ 114 लोगों की हत्या हुई है। एक साल पहले यह आंकड़ा 2014 था। 2015 में देशभर में 6,656 लोगों की हत्या हुई थी। अपराध कम करने के दावे पर वे 2024 में दोबारा चुनाव जीते हैं। उन्हें 85% वोटर्स का समर्थन मिला। ................................... ट्रम्प से जुड़ी यह खबर भी पढ़ें... ट्रम्प ने USAID के अधिकारियों को छुट्टी पर भेजा:मस्क बोले- ये आपराधिक संगठन, इसे बंद करने का समय आ गया अमेरिका की अंतरराष्ट्रीय विकास एजेंसी (USAID) के दो टॉप अधिकारियों समेत कई कर्मचारियों को 1 फरवरी को छुट्टी पर भेज दिया गया है। इनमें एजेंसी के डायरेक्टर जॉन वूर्हीज और डिप्टी डायरेक्टर ब्रायन मैकगिल शामिल हैं। पूरी खबर यहां पढ़ें...

Feb 4, 2025 - 21:59
 58  501822
अमेरिका के अपराधियों को पैसे लेकर जेल में रखेगा अल-सल्वाडोर:किसी देश के बीच पहला ऐसा समझौता; मस्क बोले- ये ग्रेट आइडिया
मध्य अमेरिकी देश अल सल्वाडोर अपनी जेलों में अमेरिका के हिंसक अपराधियों और अवैध अप्रवासियों को र

अमेरिका के अपराधियों को पैसे लेकर जेल में रखेगा अल-सल्वाडोर: किसी देश के बीच पहला ऐसा समझौता

अल-सल्वाडोर ने एक अनोखे क़दम के तहत अमेरिका के अपराधियों को अपने जेलों में रखने के लिए समझौता किया है, जिसके तहत अल-सल्वाडोर को उनके लिए पैसे दिए जाएंगे। यह कदम अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक नई सोच दर्शाता है और संभवतः जेलों की क्षमता को भरने के लिए एक रणनीतिक उपाय बन सकता है।

समझौते की पृष्ठभूमि

इस समझौते का उद्देश्य अमेरिका में वृद्धि हो रहे अपराधियों की संख्या को नियंत्रित करना और अल-सल्वाडोर की जेलों में रह रहे बंदियों की समस्याओं का समाधान करना है। अमेरिका में बढ़ते अपराध और अल-सल्वाडोर की कमतर जेल सुविधाएं दोनों ही इस समझौते के पीछे का मुख्य कारण हैं।

मस्क का समर्थन

टेक उद्योग के दिग्गज एलॉन मस्क ने इस निर्णय को "ग्रेट आइडिया" करार दिया है। उनके अनुसार, यह कदम न सिर्फ अपराधियों के लिए एक नई शुरुआत हो सकता है, बल्कि यह अल-सल्वाडोर के लिए आर्थिक लाभ भी लाने वाला है।

समझौते के प्रभाव

इस समझौते के सकारात्मक और नकारात्मक दोनों पहलू हो सकते हैं। एक ओर, इससे अल-सल्वाडोर में पैसे की आवक होगी और दूसरी ओर, यह समस्या का समाधान बनने में सक्षम नहीं हो सकता। अमेरिका के लिए, यह एक बड़ा कदम है, जबकि अल-सल्वाडोर की जेल व्यवस्था पर भी इसका प्रभाव पड़ेगा।

अंतिम विचार

अल-सल्वाडोर का यह कदम एक नई दिशा में बढ़ रहा है, और इसकी प्रभावशीलता का मूल्यांकन समय के साथ किया जाएगा। यह समझौता अपराध को नियंत्रित करने के प्रयासों में एक महत्वपूर्ण कदम हो सकता है। समाचारों के अपडेट के लिए, कृपया indiatwoday.com पर जाएं। Keywords: अल-सल्वाडोर जेल समझौता, अमेरिका के अपराधी, मस्क ग्रेट आइडिया, अंतरराष्ट्रीय जेल समस्या, अल-सल्वाडोर आर्थिक लाभ, अपराधियों की संख्या में कमी, अमेरिकी न्याय प्रणाली, जेलों की क्षमता बढ़ाना,देशों के बीच अनोखा समझौता, अल-सल्वाडोर के जेल सुधार

What's Your Reaction?

like

dislike

love

funny

angry

sad

wow