अमेरिका के कैलिफॉर्निया में मंदिर में तोड़फोड़, हिंदू-विरोधी नारे लिखे:सात महीने पहले भी कैलिफॉर्निया के मंदिर में अभद्र नारे लिखे गए थे
अमेरिका के कैलिफोर्निया में एक हिंदू मंदिर में तोड़फोड़ की गई और उस पर आपत्तिजनक नारे लिखे गए। ये घटना चिनो हिल्स इलाके में हुई। इसकी जो तस्वीरें सोशल मीडिया पर शेयर की गई हैं, उनमें 'मोदी-हिंदुस्तान मुर्दाबाद' जैसे स्लोगन और पीएम मोदी के लिए अभद्र भाषा लिखी दिखाई दे रही है। मंदिर बनवाने वाली संस्था BAPS अमेरिका ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर घटना की जानकारी शेयर की। सात महीने पहले सितंबर में भी कैलिफोर्निया के सैक्रामेंटो में श्री स्वामीनारायण मंदिर में इस तरह की घटना हुई थी। भारतीय विदेश मंत्रालय ने घटना की निंदा की भारत के विदेश मंत्रालय ने इस घटना की कड़े शब्दों में निंदा की है। मंत्रालय ने एक बयान जारी करके कहा कि हम स्थानीय लॉ अथॉरिटीज से अपील करते हैं कि वे आरोपियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करेंगे। साथ ही पूजा की जगहों पर पर्याप्त सुरक्षा का इंतजाम करेंगे। हिंदू संगठन बोला- खालिस्तान जनमत संग्रह से पहले हुई घटना अमेरिकी हिंदु संगठन CoHNA ने भी इस घटना की निंदा की है। संस्था ने कहा कि एक बार फिर हिंदू मंदिर को तोड़ा गया। यह बस एक आम दिन है, जब मीडिया और अकादमिक जगत यह मानने से इनकार करेगा कि हिंदू विरोधी नफरत मौजूद है और #Hinduphobia को सिर्फ हमारी कल्पना बताया जाएगा। इसमें भी कोई हैरानी नहीं है कि ऐसा तब हो रहा है, जब लॉस एंजिलिस में "खालिस्तान जनमत संग्रह" का दिन नजदीक आ रहा है। CoHNA ने ये भी बताया कि 2022 से अब तक अमेरिका के अलग-अलग राज्यों में कम से कम 10 मंदिरों में हिंदुओं के लिए अभद्र भाषा लिखी गई। स्वामीनारायण संस्था ने दुनियाभर में 1000 से ज्यादा मंदिर बनवाए BAPS स्वामीनारायण संस्था ने दुनियाभर में 1000 से भी ज्यादा मंदिर बनवाए हैं। BAPS का पूरा नाम बोचासनवासी श्री अक्षर पुरषोत्तम स्वामीनारायण संस्था है। इस संस्था के बनाए प्रमुख मंदिर ये हैं... कैलिफॉर्निया में होने वाला खालिस्तानी जनमत संग्रह क्या है कैलिफोर्निया में खालिस्तान आंदोलन के समर्थक "खालिस्तानी रेफरेंडम" यानी जनमत संग्रह का आयोजन करा रहे हैं। यह आंदोलन भारत के पंजाब राज्य से अलग एक स्वतंत्र सिख राज्य की मांग करता है। इस रेफरेंडम का मकसद ग्लोबल स्तर पर खालिस्तान के समर्थन को बढ़ावा देना है। बीते कुछ वर्षों में खालिस्तान समर्थकों ने कई देशों में ऐसे जनमत संग्रह आयोजित किए हैं, जिनमें ब्रिटेन, कनाडा, और अमेरिका शामिल हैं। ये आयोजन अक्सर विवादास्पद होते हैं और भारत सरकार इनकी निंदा करती है, क्योंकि वे भारत की एकता और अखंडता को चुनौती देते हैं। ------------------- हिंदू मंदिरों पर हमलों से जुड़ी ये खबरें भी पढ़ें... न्यूयॉर्क में स्वामीनारायण मंदिर में तोड़-फोड़:मोदी विरोधी नारे लिखे गए; भारतीय कॉन्सुलेट ने कहा- ये स्वीकार नहीं न्यूयॉर्क के मेलविल में सितंबर 2024 में BAPS स्वामीनारायण मंदिर में तोड़फोड़ हुई। मंदिर के बाहर मोदी विरोधी नारे लिखे गए हैं। इसे लेकर न्यूयॉर्क में कॉन्सुलेट जनरल ऑफ इंडिया ने कहा है कि हमने अमेरिकी लॉ एनफोर्समेंट के सामने यह मुद्दा उठाया है और इस वारदात को अंजाम देने वाले लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। पूरी खबर यहां पढ़ें... अमेरिका में फिर हिन्दू मंदिर पर हमला:खालिस्तानियों ने साइन बोर्ड पर भारत विरोधी नारे लिखे; भारतीय डिप्लोमैट्स ने जांच की मांग की अमेरिका के कैलिफोर्निया में 4 जनवरी 2024 को हिंदू मंदिर पर हमला हुआ था। हेवर्ड में मौजूद विजय शेरावाली मंदिर में खालिस्तानी समर्थकों ने भारत विरोधी बातें लिखीं। खालिस्तानियों ने मंदिर की दीवार पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बारे में भी अपशब्द लिखे। साथ ही खालिस्तान जिंदाबाद जैसे नारे भी लिखे नजर आए। पूरी खबर यहां पढ़ें...

अमेरिका के कैलिफॉर्निया में मंदिर में तोड़फोड़, हिंदू-विरोधी नारे लिखे
कैलिफॉर्निया, अमेरिका में एक बार फिर से धार्मिक intolerance का सामना करना पड़ा है, जब स्थानीय मंदिर पर तोड़फोड़ की घटना सामने आई है। सूचना अनुसार, मंदिर की दीवारों पर हिंदू-विरोधी नारे लिखे गए हैं, जिससे समुदाय में गहरा आक्रोश फैला है। यह घटना पिछले सात महीनों में दूसरी बार हुई है, जब कैलिफॉर्निया के मंदिरों को भेदभाव का शिकार बनाया गया है।
पिछली घटनाएँ
लगभग सात महीने पहले भी इसी प्रकार की एक घटना में कैलिफॉर्निया में एक मंदिर की दीवारों पर अभद्र नारे लिखे गए थे। ऐसे बार-बार होने वाली घटनाएँ केवल धार्मिक समुदाय के लिए नहीं, बल्कि समाज के लिए भी चिंता का विषय बन गई हैं। इन मामलों ने यह दिखाया है कि अमेरिका में हिंदू समुदाय को किस प्रकार की चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है।
समुदाय और प्रतिक्रिया
इस ताजा घटना पर हिंदू समाज ने कड़ी प्रतिक्रिया जताई है। स्थानीय संगठनों और मंदिर प्रबंधन ने एकजुटता से सभी धार्मिक संस्थाओं के प्रति एकजुटता व्यक्त की है। इसके अलावा, उन्होंने सरकारी अधिकारियों से अपील की है कि ऐसे कृत्यों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। सामुदायिक नेता यह मुद्दा उभारते हुए कह रहे हैं कि यह घटना अपने आप में न केवल एक धार्मिक आस्था का अपमान है, बल्कि यह अमेरिका के मूल सिद्धांतों के खिलाफ भी है।
सुरक्षा उपायों की आवश्यकता
स्थानीय प्रशासन को चाहिए कि वे धार्मिक स्थलों की सुरक्षा को सख्त करें। इस प्रकार की घटनाओं को रोकने हेतु सामुदायिक जागरूकता कार्यक्रम चलाने की आवश्यकता है ताकि सभी समुदाय इसके खिलाफ एक मन होकर खड़े हो सकें। सामंजस्य और समर्पण यह सुनिश्चित कर सकता है कि अमेरिका में सभी धर्मों की रक्षा हो।
News by indiatwoday.com
निष्कर्ष
इस घटनाक्रम से यह स्पष्ट होता है कि कैलिफॉर्निया में हिंदू समुदाय को मानसिक शांति की आवश्यकता है। हमें मिलकर यह सुनिश्चित करना होगा कि सभी धर्मों का सम्मान किया जाए और फिर से ऐसी हिंसा का सामना न करना पड़े। हम सभी को अपने स्थानीय समुदायों में धर्म और संस्कृति के प्रति सम्मान स्थापित करने में मदद करनी चाहिए। Keywords: कैलिफॉर्निया मंदिर तोड़फोड़, हिंदू-विरोधी नारे, अमेरिका में धार्मिक intolerance, हिंदू समुदाय कैलिफॉर्निया, मंदिर सुरक्षा उपाय, धार्मिक स्थलों की सुरक्षा, अभद्र नारे कैलिफॉर्निया, सामाजिक एकता, समुदाय की प्रतिक्रिया, अमेरिका में हिंदू अधिकार
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