आगरा पुलिस ने पकड़ा टप्पेबाजी करने वाला गैंग:लोगों को नकली सिक्के दिखाकर जाल में फंसाते थे, कई राज्यों में कर चुके ठगी
आगरा पुलिस ने टप्पेबाजी करने वाले गैंग को पकड़ा है। गैंग कई राज्यों में लोगों को अपना शिकार बना चुका है। आगरा में भी 6 लोगों को ठगने की बात स्वीकारी है। पुलिस ने इसके पास से ठगी की रकम और नकली सोने की गिन्नी समेत अन्य सामान बरामद किया है। एसीपी हरीपर्वत आदित्य कुमार ने बताया कि आगरा में 18 अक्टूबर को हरीपर्वत के पास जूस पी रहे एक व्यक्ति को टप्पेबाजों ने मेट्रो की खुदाई में सोने निकलने की बात कहकर एक व्यक्ति को सोने के निकली सिक्के दिखाकर अपने जाल में फंसा लिया। उसे सोने के सिक्कों का मटका देने के एवज में 5 लाख रुपए ले लिए। जब उन सिक्कों को चेक कराया तो नकली निकले। थाना हरीपर्वत पर इसका मुकदमा दर्ज किया गया। आरोपियों को पकड़ने के लिए पुलिस लंबे समय से लगी थी। गुरुवार को सूचना मिली कि आईएसबीटी के पास लोगों को ठगने वाला गैंग घूम रहा है। पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर गैंग को पकड़ा। इसमें 5 लोग हैं। इसमें दो महिलाएं भी हैं। गैंग का लीडर धर्मेंद्र है। उसने बताया कि वो भीड़भाड़ वाली जगह पर जाकर लोगों को सोने के सिक्के व लड़ी दिखाकर अपने जाल में फंसाते हैं। फर्जी आईडी पर लिया गया मोबाइल नंबर उनको देते हैं। इसके बाद वो डील करने के लिए लोगों को सूनसान जगह पर बुलाते थे। वहां पर नकली सिक्के उन्हें दे देते थे। उन्होंने उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश, आसाम सहित कई राज्यों में ठगी की है। ठगी के बाद हो जाते थे अंडरग्राउंड आरोपियों ने बताया कि जिस एरिया में ये ठगी करते थे, वहां पर बाद में नहीं जाते थे। ये लोग वर्तमान में मेरठ में किराए के मकान में मजदूर बनकर रह रहे थे। जहां पर रहते हैं, वहां से करीब 200 किमी दूर के एरिया में ठगी करते हैं, जिससे की उनके बारे में किसी को पता न चले। ठगी करने के बाद उस एरिया में लंबे समय तक नहीं जाते थे, जिससे की इनको कोई पहचान न सके। पकडे़ गए आरोपियों में धर्मेंद्र निवासी मेरठ, सूरज निवासी फिरोजाबाद, शंकर निवासी नागलोई दिल्ली हैं। इनके पास से 3.78 लाख रुपए, 8 मोबाइल, 7 सिम, करीब एक किलो नकली सोने के सिक्के बरामद हुए हैं। आरोपियों को जेल भेज दिया गया है।
आगरा पुलिस ने पकड़ा टप्पेबाजी करने वाला गैंग
आगरा में पुलिस ने एक ऐसे टप्पेबाजी गैंग का पर्दाफाश किया है, जो लोगों को नकली सिक्के दिखाकर ठगी करने का काम करता था। ये लोग शहर के अलावा कई अन्य राज्यों में भी अपनी ठगी की वारदातों को अंजाम दे चुके थे। इस गैंग की गतिविधियों ने स्थानीय लोगों में डर और असुरक्षा की भावना पैदा कर दी थी। अब जब पुलिस ने इन्हें पकड़ा है, तो लोगों के मन में एक आशा की किरण जगी है कि अब ऐसा नहीं होगा।
गैंग की ठगी की तकनीक
इस गैंग के लोग बड़े ही शातिर तरीके से काम करते थे। वे पहले तो लोगों को नकली सिक्के दिखाते थे, जिससे लोग अपने सही सिक्कों को बदलने के लिए तैयार हो जाते थे। इसके बाद, ये ठग उन सिक्कों को बदलकर लोगों को धोखा देते थे। इस गैंग ने कई लोगों को अपनी चालाकी से जाल में फंसाया और उन्हें आर्थिक नुकसान पहुंचाया।
पुलिस की कार्रवाई
आगरा पुलिस ने इस गैंग के सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया है, जिससे लोगों में राहत की सांस मिली है। पुलिस ने बताया कि इन लोगों के पास से कई नकली सिक्के और ठगी करने के अन्य उपकरण भी बरामद हुए हैं। पुलिस ने इस गैंग के कुछ अन्य सदस्यों की तलाश शुरू कर दी है, जो अभी भी फरार हैं।
स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया
स्थानीय लोगों ने पुलिस की इस कार्रवाई की सराहना की है। उन्होंने बताया कि पिछले कुछ महीनों से इस गैंग के आतंक से परेशान थे और अब जब ये पकड़े गए हैं, तो उन्हें उम्मीद है कि ऐसे अपराधों में कमी आएगी।
भविष्य में सुरक्षात्मक उपायों के संबंध में भी पुलिस ने लोगों को जागरूक करने का निर्णय लिया है। पुलिस ने लोगों से आग्रह किया है कि वे सतर्क रहें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तत्काल दें।
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