आजमगढ़ के पॉलिटेक्निक में शामिल हुआ ड्रोन टेक्नोलॉजी का कोर्स:भविष्य में होगी ड्रोन टेक्नोलॉजी से संबंधित मैनपावर की जरूरत, प्रभारी मंत्री ने किया स्टॉल का निरीक्षण
आजमगढ़ जिले के राजकीय पॉलिटेक्निक में ड्रोन टेक्नोलॉजी को लेकर 1 वर्षीय डिप्लोमा कोर्स शुरू किया गया है। आजमगढ़ जिले में सरकार के 8 वर्ष पूरे होने के अवसर पर हरिऔध कला भवन में एक प्रदर्शनी भी लगाई गई जिसमें ड्रोन के मॉडल को रखा गया। ड्रोन टेक्नोलॉजी को लेकर राजकीय पॉलिटेक्निक में क्लास भी चल रही है और उसका प्रेक्टिकल भी कराया जा रहा है। ऐसे में आजमगढ़ के प्रभारी मंत्री अनिल राजभर ने ड्रोन टेक्नोलॉजी के लगे स्टाल का निरीक्षण किया। इसके साथ ही ड्रोन टेक्नोलॉजी से संबंधित जानकारी भी वर्कशॉप इंस्ट्रक्टर कुलभूषण सिंह से लिया और आने वाले समय में यह टेक्नोलॉजी हमारे लिए कारगर होगी इस विषय पर भी चर्चा की। हर सेक्टर में बढ़ रहा है ड्रोन टेक्नोलॉजी का प्रयोग दैनिक भास्कर से बातचीत करते हुए राजकीय पॉलिटेक्निक के वर्कशॉप इंस्ट्रक्टर कुलभूषण सिंह ने बताया कि राजकीय पॉलिटेक्निक में ड्रोन टेक्नोलॉजी की नई ब्रांच में 1 वर्ष की डिप्लोमा कोर्स शुरू कर दिया गया है। दैनिक जीवन के उपयोग में कृषि के क्षेत्र में खाद और दावों के छिड़काव में फायर फाइटिंग सिस्टम में आज लगातार ड्रोन टेक्नोलॉजी का प्रयोग बढ़ता जा रहा है। कुलभूषण सिंह ने बताया कि जहां पर भी आग लगने की दशा में फायर ब्रिगेड की गाड़ियां नहीं जा सकती वहां हम ड्रोन के माध्यम से निगरानी कर सकते हैं और आग बुझाने में भी मदद कर सकते हैं। भविष्य में ड्रोन टेक्नोलॉजी से संबंधित मैनपावर की जरूरत होगी उसे देखते हुए यूपी सरकार ने ड्रोन टेक्नोलॉजी को प्राविधिक शिक्षा में शामिल किया है। आज डिफेंस के सेक्टर में भी लगातार इस टेक्नोलॉजी का प्रयोग बढ़ रहा है। और आने वाले समय में यह हमारे बच्चों के भविष्य के लिए बहुत ही लाभकारी साबित होगी। इस अवसर पर बड़ी संख्या में राजकीय पॉलिटेक्निक कॉलेज के शिक्षक और ड्रोन टेक्नोलॉजी की शिक्षा ले रहे छात्र भी उपस्थित रहे। जिन्हें ड्रोन की बारीकियों से अवगत कराया गया।
आजमगढ़ के पॉलिटेक्निक में शामिल हुआ ड्रोन टेक्नोलॉजी का कोर्स
आजमगढ़ पॉलिटेक्निक में हाल ही में ड्रोन टेक्नोलॉजी से जुड़ा एक नया कोर्स शुरू किया गया है। इस कोर्स का उद्देश्य युवाओं को भविष्य की आवश्यकता के अनुरूप प्रशिक्षित करना है, जिससे उन्हें ड्रोन टेक्नोलॉजी में करियर बनाने के लिए आवश्यक कौशल मिल सके। इस कोर्स का उद्घाटन राज्य के प्रभारी मंत्री ने किया, जिन्होंने इसे तकनीकी शिक्षा के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण कदम बताया।
ड्रोन टेक्नोलॉजी का महत्व
ड्रोन टेक्नोलॉजी तेजी से आगे बढ़ रही है और इसके उपयोग की संभावनाएँ अनंत हैं। कृषि, लॉजिस्टिक्स, संदर्भ का संग्रहण, और सुरक्षा जैसे क्षेत्रों में ड्रोन की आवश्यकता दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। आजमगढ़ में इस कोर्स के शुरू होने से छात्रों को रोजगार के नए अवसरों की दिशा में एक कदम बढ़ने का मौका मिलेगा।
भविष्य में ड्रोन टेक्नोलॉजी से संबंधित मैनपावर की जरूरत
ड्रोन टेक्नोलॉजी के कारण आवश्यक मैनपावर की मांग में वृद्धि की उम्मीद है। उद्योग विशेषज्ञों के अनुसार, आने वाले वर्षों में इस क्षेत्र में कुशल पेशेवरों की कमी सामने आ सकती है। यह कोर्स इस कमी को पूरा करने में मदद करेगा, जिससे स्थानीय युवाओं को बेहतर रोजगार के अवसर मिल सकेंगे।
प्रभारी मंत्री का स्टॉल निरीक्षण
उद्घाटन समारोह के दौरान, मंत्री ने पॉलिटेक्निक के ड्रोन टेक्नोलॉजी स्टॉल का निरीक्षण किया। उन्होंने छात्रों की पहल और उनके द्वारा बनाए गए प्रोजेक्ट्स की सराहना की। मंत्री ने इस बात पर भी जोर दिया कि सरकार तकनीकी शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है और ऐसे कोर्स का संचालन इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
इस नए कोर्स का उद्देश्य न केवल इंजीनियरिंग छात्रों को शिक्षित करना है, बल्कि उन्हें व्यावहारिक अनुभव भी प्रदान करना है, जो प्रतिस्पर्धी कार्यबल में उनकी स्थिति को मजबूत करेगा।
अतः, आजमगढ़ पॉलिटेक्निक में ड्रोन टेक्नोलॉजी कोर्स की शुरुआत एक सकारात्मक विकास है, जो छात्रों को भविष्य के लिए तैयार करेगा।
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