आपदा में देवदूत बनी हेली सेवा, थराली के दूरस्थ गांव से गर्भवती महिला को एयरलिफ्ट करके भेजा गया AIIMS ऋषिकेश

रैबार डेस्क:  धराली के बाद थराली भी आपदी की मार झेल रहा है। चारों तरफ... The post आपदा में देवदूत बनी हेली सेवा, थराली के दूरस्थ गांव से गर्भवती महिला को एयरलिफ्ट करके भेजा गया AIIMS ऋषिकेश appeared first on Uttarakhand Raibar.

Aug 28, 2025 - 09:27
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आपदा में देवदूत बनी हेली सेवा, थराली के दूरस्थ गांव से गर्भवती महिला को एयरलिफ्ट करके भेजा गया AIIMS ऋषिकेश

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रैबार डेस्क: धराली के बाद थराली भी आपदी की मार झेल रहा है। चारों तरफ मलबे से पटा है। सड़कें ध्वस्त हो गई हैं। संपर्क मार्ग भी टूटे हैं। ऐसे में गर्भवती महिलाओं को बेहद मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है। लेकिन उत्तराखंड सरकार की हेली सेवा ऐसे नाजुक मौकों पर प्रभावित महिलाओं के लिए देवदूत बन रही है। बुधवार को थराली के रुईसाण गांव की गर्भवती महिला को हेलिकॉप्टर से रेस्क्यू करके एम्स ऋषिकेश भेजा गया।

आपदा का प्रभाव

22 अगस्त को बादल फटन के बाद आई आपदा से थराली और आसपास के गांवों में जनजीवन अस्त व्यस्त है। सड़क मार्ग बाधित हैं, संपर्क मार्ग टूटे हैं। लोगों को तहसील मुख्यालय तक पहुंचने के लिए कई किलोमीटर का पैदल सफर करना पड़ता है। कई गांवों का संपर्क भी तहसील मुख्यालय से कट चुका है। इलाके में भारी बारिश और भूस्खलनों ने स्थिति को और बिगाड़ दिया है। इस वर्ष की आपदा ने स्थानीय समुदाय को खासी परेशानियों में डाल दिया है, जिसकी एक मुख्य वजह है परिवहन का अभाव।

गर्भवती महिलाओं की सुरक्षा

थराली के दूरस्थ क्षेत्र रूईसाण गांव की प्रसूता महिला अनिता देवी पत्नी संजय सिंह को हाल ही में परेशानी हुई तो उन्हें फौरन एयरलिफ्ट करके ऋषिकेश एम्स भेजा गया। हालात को देखते हुए, यह कदम तात्कालिक और जरूरी था। याद रहे कि धराली आपदा में भी सड़कें क्षतिग्रस्त होने के कारण दर्जनभर से ज्यादा प्रेग्नेंट महिलाओं को इसी तरह एयरलिफ्ट करके अस्पताल पहुंचाया गया था। यह हेली सेवा स्थानीय प्रशासन के लिए एक महत्वपूर्ण सहारा बन रही है, जिससे जीवन बचाने का कार्य सुनिश्चित हो रहा है।

स्थानीय प्रबंधन और राहत कार्य

एसडीएम थराली पंकज भट्ट के अनुसार, थराली में जिला पंचायत भवन पर स्वास्थ्य केंद्र को शिफ्ट किया गया है। आपदा राहत कैंप कुलसारी में 300 से अधिक लोग रह रहे हैं। प्रशासन की ओर से भोजन और रहने की व्यवस्था वहां पर की गई है। लेकिन, सड़कों को सुचारू होने में अभी समय लगेगा। उन्होंने बताया कि थराली मुख्य बाजार के ऊपर निवास कर रहे स्थानीय लोगों को हटा दिया गया है। यहां सड़क किनारे एक बड़ा बोल्डर आ गया है, जिससे कभी भी कोई नुकसान हो सकता है। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर भी थराली कोटडीप वाली सड़क में बड़ी-बड़ी दरारें आने से बाजार पर बड़ा संकट मंडरा रहा है।

निष्कर्ष

आपदा के इस कठिन दौर में हेली सेवा ने लोगों की उम्मीद जगाई है। सरकार और स्थानीय प्रशासन की तत्परता ने साबित किया है कि मानवता की रक्षा के लिए हर संभव प्रयास किया जाएगा। जहां एक ओर मुश्किलें हैं, वहीं दूसरी ओर सच्चे सेवक और बेजोड़ समर्थन भी हैं। हमें उम्मीद है कि आने वाले दिनों में स्थिति में सुधार होगा और प्रभावित लोग फिर से अपने सामान्य जीवन की ओर लौट सकेंगे।

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