कार्तिकेय महादेव मंदिर में एडवोकेट कमिश्नर ने की पूजा:बोले-दर्शन करके खुशी का अनुभव हुआ, सरकार ने लौटाया खोया हुआ गौरव
संभल के कार्तिकेय महादेव मंदिर में एडवोकेट कमिश्नर रमेश सिंह राघव ने अपने अधिवक्ता साथियों के साथ विधि-विधान से महादेव और हनुमान की पूजा की। यह पूजा खास थी क्योंकि 46 साल बाद इस मंदिर के कपाट खोले गए थे। मंदिर के कपाट 2 जनवरी को खोले गए थे। इसके बाद एडवोकेट कमिश्नर ने कहा कि प्रभु ने उन्हें इस काम के लिए चुना है। वह इस अवसर पर गर्व महसूस कर रहे हैं। मंदिर के कपाट 1978 के दंगों के बाद बंद हो गए थे। सीसीटीवी कैमरों से निगरानी की जा रही है 14 दिसंबर 2024 को डीएम डॉ. राजेंद्र पैंसिया और एसपी कृष्ण विश्नोई ने मंदिर के कपाट फिर से खोले थे। अब श्रद्धालु दिन-रात मंदिर में आकर महादेव और बजरंगबली के दर्शन कर आशीर्वाद ले रहे हैं। मंदिर की सुरक्षा के लिए पुलिस और पीएसी बल तैनात किया गया है। सीसीटीवी कैमरों से निगरानी की जा रही है। एडवोकेट कमिश्नर रमेश सिंह राघव ने कहा कि इस मंदिर में दर्शन करने से उन्हें जो सुख मिला। वह पहले कभी महसूस नहीं हुआ। उन्होंने सरकार से मंदिर का सौंदर्यकरण और संभल के अन्य तीर्थ स्थलों का जीर्णोद्धार कराने की भी मांग की। इसके अलावा, उन्होंने बताया कि उन्होंने न्यायालय में सर्वे रिपोर्ट पेश की थी। जिसमें दोनों पक्षों के अधिवक्ताओं ने हस्ताक्षर किए थे।

कार्तिकेय महादेव मंदिर में एडवोकेट कमिश्नर ने की पूजा
कार्तिकेय महादेव मंदिर, एक प्रतिष्ठित स्थल जो भक्तों के बीच अद्वितीय लोकप्रियता रखता है, हाल ही में एडवोकेट कमिश्नर द्वारा पूजा अर्चना की गई। इस अवसर पर, उन्होंने कहा कि दर्शन करके उन्हें असीम खुशी का अनुभव हुआ। यह पूजा न केवल व्यक्तिगत आस्था का प्रतीक थी, बल्कि राज्य सरकार द्वारा लौटाए गए खोए हुए गौरव का भी संकेत है।
सरकार का योगदान और मंदिर की महत्ता
सरकार ने कार्तिकेय महादेव मंदिर के विकास और संरक्षण में महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। मंदिर का ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व के चलते, यह पहल भक्तों को अपनी आस्था प्रकट करने का एक अद्भुत अवसर प्रदान करती है। एडवोकेट कमिश्नर ने इस बात पर प्रकाश डाला कि सरकार अगले चरण में मंदिर के विकास के लिए और भी प्रयास करेगी।
पर्यटकों का आकर्षण
कार्तिकेय महादेव मंदिर अब न केवल श्रद्धालुओं के लिए, बल्कि पर्यटकों के लिए भी आकर्षण का केंद्र बन चुका है। लोगों ने मंदिर की आस्था और इसकी सांस्कृतिक धरोहर का आनंद लेने के लिए बड़ी संख्या में यहाँ आना शुरू कर दिया है। इस मंदिर के दर्शन से उन्हें मानसिक शांति और एक अद्वितीय अनुभव मिलता है।
भविष्य की योजनाएँ
सरकार ने मंदिर के आसपास की सुविधाओं में सुधार के लिए विभिन्न योजनाएँ बनाई हैं, जैसे कि संसाधनों का संवर्धन और भक्तों के लिए आवास के अधिक विकल्प। इसके अलावा, सोशल मीडिया और डिजिटल प्लेटफार्मों के माध्यम से इसकी प्रसिद्धि बढ़ाने के लिए भी उपाय किए जा रहे हैं।
कार्तिकेय महादेव मंदिर की पूजा और सरकार की पहल ने धार्मिक स्थलों की देखरेख और विकास के प्रति एक नया दृष्टिकोण पैदा किया है। आने वाले समय में, यह अपेक्षाकृत बेहतर अनुभव देने की ओर अग्रसर है।
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