किन्नर अखाड़े ने ‘कैलासा’ का किया समर्थन:महाकुंभ में आचार्य महामंडलेश्वर डॉ. लक्ष्मीनारायण त्रिपाठी से मिले नित्यानंद के अनुयायी
दक्षिण भारतीय संत नित्यानंद के दर्जनभर अनुयायी आज शुक्रवार को किन्नर अखाड़े की आचार्य महामंडलेश्वर डाॅ. लक्ष्मीनारायण त्रिपाठी से मिलने पहुंचे थे। करीब 15 मिनट तक मुलाकात हुई। नित्यानंद के अनुयायियों ने डॉ. त्रिपाठी के साथ फोटो भी खिंचवाई और कई मुद्दों पर वार्ता भी हुई। इस दौरान उन्होंने ‘कैलासा’ नाम की पत्रिका को हाथों में लेकर फोटो खिंचवाई। आचार्य महामंडलेश्वर ने वीडियो संदेश भी दिया। जानिए, कौन है नित्यानंद दक्षिण भारत के बाबा नित्यांनद ने दक्षिण अमेरिका के इक्वाडोर में एक आईलैंड खरीदा था उसका नाम रखा था ‘कैलासा’। कैलासा को अलग देश भी घोषित किया था। अपहरण व रेप के मामले में भी आरोपी बनाया गया था। इस महाकुंभ में नित्यानंद के अनुयायी बड़ी संख्या में पहुंचे हैं। यह सभी साधु संतों के शिविरों में पहुंच रहे हैं और अपने महराज नित्यानंद के बारे में बात रहे हैं और आकासा पत्रिका भी प्रदान कर रहे हैं। संतों से कैलासा के बारे में वीडियो संदेश भी बनवा रहे हैं और समर्थन मांग रहे हैं।

किन्नर अखाड़े ने ‘कैलासा’ का किया समर्थन
महाकुंभ में नित्यानंद के अनुयायी और आचार्य महामंडलेश्वर डॉ. लक्ष्मीनारायण त्रिपाठी की मुलाकात
महाकुंभ 2021 में किन्नर अखाड़े ने 'कैलासा' का समर्थन किया है, जो एक महत्वपूर्ण संकेत है। किन्नर समुदाय की विशेषताओं और उनके द्वारा समाज में योगदान को मान्यता देने वाली यह पहल, हिन्दू धर्म के विविध पहलुओं को दर्शाती है। इस मौके पर, नित्यानंद के अनुयायी आचार्य महामंडलेश्वर डॉ. लक्ष्मीनारायण त्रिपाठी से मिले और अपनी भावनाएँ व्यक्त कीं।
किन्नर अखाड़ा का महत्व और भूमिका
किन्नर अखाड़ा, जो कि किन्नरों का एक धार्मिक समूह है, ने समय-समय पर समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाने की कोशिश की है। उनके समर्थन से 'कैलासा' को एक नई शक्ति मिली है, जो कि धर्म, समानता और न्याय के सिद्धांतों पर आधारित है। महाकुंभ में इस पहल का समर्थन, इसे और भी प्रासंगिक बनाता है।
नित्यानंद के अनुयायी और उनकी शिक्षाएं
नित्यानंद के अनुयायी, जो कि उनके धार्मिक विचारों और दर्शन का पालन करते हैं, अब एक नई दिशा की ओर बढ़ रहे हैं। आचार्य महामंडलेश्वर डॉ. लक्ष्मीनारायण त्रिपाठी के साथ यह मुलाकात इस बात का संकेत है कि नित्यानंद का विचारधारा किन्नर समुदाय के लिए भी सामंजस्यपूर्ण है।
कैलासा का समर्थन
'कैलासा', जिसे नित्यानंद ने स्थापित किया है, एक आध्यात्मिक स्थान है जो समर्पित है आध्यात्मिकता और मानवता के उत्थान के लिए। किन्नर अखाड़े का समर्थन इसे एक नई मान्यता और सामाजिक स्वीकृति प्रदान करता है। यह पहल न केवल समुदाय के लोगों के लिए, बल्कि समाज के सभी वर्गों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेगी।
महाकुंभ में किन्नर अखाड़े का यह समर्थन अति महत्वपूर्ण है। यह दर्शाता है कि विभिन्न धार्मिक और सामाजिक समूह मिलकर एकता के साथ आगे बढ़ सकते हैं।
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