कुकर्मी कहकर चिढ़ाता था इसीलिए गला रेतकर मार डाला:गोरखपुर में डबल मर्डर का खुलासा; 17 साल के नाबालिग ने की थी किशोर व उसके भाई की हत्या
गोरखपुर के सहजनवा में हुए डबल मर्डर का 8 दिन बाद खुलासा हो गया है। इस मामले में पुलिस ने 17 साल के एक नाबालिग को पकड़ा है। हत्यारोपित नाबालिग भक्सा गांव का ही रहने वाला है। दूसरे गांव के निवासी अपने दोस्त के साथ मिलकर उसने घटना को अंजाम दिया। तार से तार जोड़ते हुए पुलिस उसके पास पहुंची थी। पूछताछ में उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया है। उसने पुलिस को बताया कि 14 वर्षीय किशोर उसे कुकर्मी कहकर अक्सर चिढ़ाता था। जिससे वह बदले की आग में जल रहा था और मौका पाकर उसे मार दिया। भेद न खुले इसलिए 12 वर्षीय दूसरे लड़के का भी गला रेत दिया। 14 साल के किशोर व 12 साल के लड़के की हत्या के मामले में पुलिस ने राहत की सांस ली है। एक हत्यारोपित को हिरासत में ले लिया गया है। उसके साथी की तलाश चल रही है। पकड़ा गया आरोपित पहले भी अप्राकृतिक दुष्कर्म के मामले में लगभग 8 महीने बाल सुधार गृह में रह चुका है। बाहर आने के बाद उसने डबल मर्डर कर दिया। कई दिनों तक इधर-उधर भागता रहा। पहले जानिए क्या है मामला सहजनवा थानाक्षेत्र के भक्सा गांव में 24 जनवरी की सुबह सरसो के खेत में 50 मीटर की दूरी पर एक 14 साल के किशोर व 12 साल के लड़के की लाश दिखी। दोनों के हाथ-पैर बांधे गए थे और मुंह में कपड़ा ठूंसा था। बदन पर कपड़े नहीं थे। गला रेतकर दोनों की हत्या की गई थी। यह बात गांव में आग की तरह फैल गई। दोनों 23 जनवरी की शाम रोज की तरह साइकिल से शौच के लिए खेतों की ओर गए थे। पुलिस ने मामले की जांच शुरू की तो कोई सिरा नहीं मिल रहा था, जिससे जांच को आगे बढ़ाया जा सके। दर्ज था गुमशुदगी का मामला 23 जनवरी को दोनों लड़के घर से निकले और काफी देर तक वापस नहीं आए तो घरवालों ने गुमशुदगी का मामला दर्ज कराया। पुलिस ने तलाश की तो खेत के पास उनकी साइकिल व डब्बा मिला। दूसरे दिन उसी जगह से लगभग एक किलोमीटर दूर दोनों की लाश पायी गई थी। नाबालिग की ओर ऐसे घूमी शक की सूई पुलिस को कुछ समझ नहीं आ रहा था कि इन लड़कों को इतनी बेरहमी से आखिर क्यों मारा गया है। बदन पर कपड़े नहीं थे तो गलत काम की आशंका शुरू में थी लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने इस आशंका को निर्मूल साबित कर दिया था। बारीकी से जांच की गई तो मौके से एक पर्ची मिली। उसपर एक नंबर लिखा था। पर्ची पर खून के धब्बे भी मिले। पर्ची मिलने के बाद पुलिस को लगा कि अब जांच कुछ आगे बढ़ सकती है। उसपर लिखे गए नंबर पर फोन किया गया तो वह कैंपियरगंज क्षेत्र के एक व्यक्ति का निकला। उस व्यक्ति ने बताया कि उसने अपना ट्रैक्टर बेचने के लिए ओलेक्स पर डाला था। जब उससे पूछा गया कि भक्सा गांव के किसी व्यक्ति को जानते हैं तो उसने बताया कि वहीं से किसी ने फोन किया था। पुलिस ने उससे वह नंबर मांगा, जिससे फोन किया गया था। वह भक्सा गांव के एक व्यक्ति का नंबर था। पुलिस उसके पास पहुंची और पूछताछ की। उसने बताया कि एक किशोर ने उसका मोबाइल लेकर फोन किया था। जब किशोर की तलाश हुई तो वह घर से फरार था। यहीं से पुलिस को उसपर शक हो गया। पुलिस को खूब छकाया शक होने के बाद पुलिस का पहला टार्गेट वह किशोर था। आसपास पूछताछ में पता चला कि उसने 2023 में अप्राकृतिक दुष्कर्म किया था और इसी मामले में लगभग 8 महीने बाल सुधार गृह में था। अब पुलिस और चौकन्नी हो गई। उसकी तलाश तेज कर दी गई। गांव से ही पता चला कि उसका बड़ा भाई गुजरात रहता है। एक टीम वहां भेजी गई लेकिन वह नहीं मिला। उसके दिल्ली में होने की बात पता चली तो वह वहां से भी गायब मिला। उसके पास मोबाइल नहीं था, जिससे ट्रैक कर पाना मुश्किल था। इस केस को खोलने के लिए पुलिस ने 800 नंबरों का सीडीआर भी खंगाला था। खलीलाबाद में रिश्तेदार के यहां रुका था घटना को अंजाम देने के बाद जब पुलिस खोजी श्वान के जरिए जांच कर रही थी तो गांव पहुंचकर श्वान ने इस किशोर के घर के सामने भी भौंका था। इसी के बाद से उसे पकड़े जाने की आशंका हो गई थी और वह भाग गया था। उसे लगा कि अब मामला शांत हो गया है। शनिवार को वह घर वापस आ रहा था। दोपहर में मुखबिर ने उसे देखकर पुलिस को सूचना दी। सहजनवा पुलिस ने उसे पकड़ लिया। उसके रिश्तेदार को इस बात का संदेह हो गया था कि वह कुछ गलत करके आया है। इसलिए उसे भगा दिया। जिसके बाद वह दिल्ली चला गया था। वहां से शनिवार को घर जा रहा था। पकड़े जाने के बाद यह बताया पुलिस के हत्थे चढ़ने के बाद उसने पूछताछ में पूरी कहानी बताई। उसने बताया कि वह बाल सुधार गृह से बाहर आ गया था। लेकिन 14 साल का किशोर उसे सार्वजनिक रूप से हंसी का पात्र बनाता था। कहीं भी हो, वह उसके कुकर्मी कहकर बुलाता था। वह कई दिनों से बदला लेना चाह रहा था। 23 जनवरी की रात उसे मौका मिल गया। अपने दोस्त के साथ बाइक से किया था पीछा आरोपित नाबालिग बदले की आग में जल रहा था। किशोर व 12 वर्षीय लड़का साइकिल से रोज की तरह खेत की ओर जा रहे थे। आरोपित ने अपने दोस्त के साथ बाइक से उनका पीछा किया। ऐसी जगह उन्हें पकड़ा, जहां चारो ओर खेत है। वहीं घटना को अंजाम दिया। निर्ममता से की हत्या किशोर की टिप्पणी नाबालिग को अच्छी नहीं लगती थी। इसीलिए अपने दोस्त की मदद से खेत में उसने उसे साइकिल से उतारा और वहां से लगभग 1 किलोमीटर दूर ले गए। वहां दोनों की पैंट व अन्य कपड़े उतरवा लिए। उसी से उनका हाथ व पैर बांध दिया। उसने किशोर के साथ गलत काम करने की कोशिश भी की लेकिन किशोर चिल्लाने लगा। जिसके बाद उसने हला रेत कर हत्या कर दी। यह दृश्य 12 वर्षीय लड़का देख रहा था। भेद न खुले, इसलिए पकड़कर उसका भी गला रेत दिया। जानिए पुलिस ने क्या कहा एसएसपी डा. गौरव ग्रोवर के निर्देश पर एसपी नार्थ जितेंद्र कुमार श्रीवास्तव की निगरानी में इसकी जांच चल रही थी। इसमें थाने की पुलिस के साथ ही एसओजी, स्वाट, डाग स्क्वायड, सर्विलांस सेल को भी लगाया गया था। जितेंद्र कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि एक बाल अपचारी पकड़ा गया है। उसने पूछताछ में हत्या की बात स्वीकार कर ली। अब घटना में शामिल रहे उसके दोस्त की तलाश चल रही है।

गोरखपुर में डबल मर्डर का खुलासा: नाबालिग द्वारा हत्या
घटना का संक्षिप्त विवरण
गोरखपुर में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है जहां 17 साल के एक नाबालिग ने एक किशोर और उसके भाई की बेरहमी से हत्या कर दी। यह घटना तब हुई जब नाबालिग ने अपने पीड़ितों द्वारा 'कुकर्मी' कहकर चिढ़ाने से तंग आकर उन्हें मारने का निर्णय लिया। यह डबल मर्डर स्थानीय समुदाय में हलचल मचा गया है और लोगों में खासी चर्चा का विषय बना हुआ है।
हत्या की वजह
जांच के अनुसार, नाबालिग ने बताया कि उसके विरोधियों द्वारा उसे लगातार चिढ़ाया जा रहा था। 'कुकर्मी' कहकर उसे मानसिक रूप से परेशान किया गया, जिससे उसकी आक्रोशित भावनाएँ उग्र हो गईं। इस गुस्से के परिणामस्वरूप उसने हत्या का जघन्य कदम उठाया। यह घटना आगामी किशोर अपराधों को लेकर एक गहरी चिंता का विषय बन गई है।
स्थानीय पुलिस की कार्रवाई
पुलिस ने तुरंत मामले को गंभीरता से लेते हुए तलाशी अभियान शुरू किया। जांच के दौरान, नाबालिग को गिरफ्तार कर लिया गया। साथ ही, घटना से जुड़े साक्ष्यों को संकलित किया गया। पुलिस ने जानकारी दी है कि यह मामला सिर्फ एक बारके विवाद का परिणाम नहीं है, बल्कि कुछ समय से चल रही दुश्मनी का नतीजा है।
समाज पर प्रभाव
यह घटना न केवल पीड़ित परिवार के लिए बल्कि संपूर्ण समाज के लिए एक चिंता का विषय है। किशोरों के बीच बढ़ते अपराध और हिंसा की प्रवृत्ति को रोकने के लिए पर्याप्त कदम उठाने की आवश्यकता है। स्थानीय संगठनों और स्कूलों को इस मुद्दे पर ध्यान देने की जरूरत है, ताकि भविष्य में ऐसे जघन्य अपराध न हों।
निष्कर्ष
गोरखपुर में हुई यह डबल मर्डर की घटना एक गंभीर संकेत है कि किशोर अपराधों की प्रणाली में सुधार की आवश्यकता है। स्थानीय प्रशासन और समाज को मिलकर इस तरह की घटनाओं पर पूरी तरह से ध्यान देने की आवश्यकता है।
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