चाइनीज मांझा लगातार ले रहा लोगों की जान, अफसर खामोश:दो-चार दिन ही चलता है अभियान, बेकसूर सुहेल की मौत का जिम्मेदार कौन ? 4 गिरफ्तार

चाइनीज मांझे ने 22 साल के बेकसूर सुहेल की जान ले ली। ये पहला ऐसा मामला नहीं है जब चाइनीज मांझे से किसी बेकसूर की जान गई है। लगातार घटनाएं हो रही हैं लेकिन अफसर खामोश बैठे हैं। चाइनीज मांझे पर प्रतिबंध होने के बावजूद प्रशासनिक अधिकारी इस पर लगाम नहीं लगा पा रहे हैं। जब कोई हादसा होता है तो दो-चार दिन चेकिंग चलती है लेकिन फिर से प्रतिबंधित मांझा बिकने लगता है। एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह ने बताया कि सुहैल अपने दोस्त के साथ गोला कुंआ से फहीम की दुकान से चाइनीज मांझा खरीदकर लाया था। हालांकि सुहैल की मौत के मामले में इस मांझे का कोई रोल नहीं है। उसकी मौत तो अचानक सामने से आए मांझे से हुई है। लेकिन चाइनीज मांझा बेचने के मामले में पुलिस ने फहीम को पकड़ा है। इसके अलावा घटना के बाद लिसाड़ी गेट पुलिस ने अभियान चलाया तो एक आरोपी एजाज निवासी नीचा सद्दीकनगर लिसाड़ी गेट को पकड़कर उसके पास से 1 बोरी चाइनीज मांझा बरामद किया गया है। लाेहियानगर थाना क्षेत्र से शाकिब निवासी चमड़ा पैंठ जाकिर कालोनी को गिरफ्तार करके उसके पास से 2 बोरी चाइनीज मांझा बरामद किया गया है। इसके अलावा परवेज निवासी सितारा मस्जिद के पास शकूरनगर थाना लिसाड़ी गेट को गिरफ्तार करके पॉलीथीन से चाइनीज मांझा बरामद किया गया है। एसपी सिटी ने बताया कि लगातार चाइनीज मांझे को लेकर अभियान चलाया जाएगा। पुलिस तो कार्रवाई कर रही प्रशासनिक अधिकारियों का क्या हालांकि पुलिस कार्रवाई कर रही है लेकिन सवाल ये है कि दुकानों पर मांझा बेचे जाने के मामले में प्रशासन के अधिकारियों की जिम्मेदारी होती है। ऐसे में सवाल ये उठता है कि पुलिस तो कार्रवाई कर रही है लेकिन जिन प्रशासनिक अधिकारियों की ये जिम्मेदारी बनती है, वे क्या कर रहे हैं। लोगों का कहना है कि हर बार ठीकरा पुलिस पर फूटता है लेकिन सिटी मजिस्ट्रेट और एडीएम की कोई जिम्मेदारी तय नहीं की जाती है। ये है पूरा घटनाक्रम मेडिकल के कमालपुर का रहने वाला सुहैल (22) अपने दोस्त नवाजिश के साथ बाइक से लिसाड़ी गेट इलाके में मांझा खरीदने गया था। गोला कुंआ से मांझा खरीदने के बाद दोनों बाइक से घर लौट रहे थे। तेजगढ़ से पहले हापुड़ रोड पर अचानक रोड पर चाइनीज मांझा आ गया। बाइक 60Km की रफ्तार पर दौड़ रही थी। रोकते-रोकते भी सुदैल की गर्दन बुरी तरह से कट गई। बाइक भी सड़क पर गिर गई। घाव इतना गहरा था कि सड़क पर खून ही खून फैल गया। नवाजिश की भी नाक कट गई। लोग संभाल कर दोनों को मेडिकल कॉलेज ले गए। वहा सुहैल को मृत घोषित कर दिया गया। डॉक्टर के मुताबिक, गले की नसें कट गई थी। हैवी ब्लीडिंग होने से उसकी मौत हुई है। अचानक सुहैल के गले से मांझा लिपटा, फिर खून ही खून फैल गया सुहैल के पीछे बैठे दोस्त नवाजिश ने बताया- हम लोग नॉर्मल स्पीड में जा रहे थे। अचानक चाइनीज मांझा आने से सुहैल कुछ समझ नहीं पाया। मांझे से सुहैल की गर्दन कटती चली गई। गला कटते ही सुहैल के हाथ से बाइक का हैंडल छूट गया। बाइक सड़क पर गिर गई। मैं पीछे बैठा था। शुरुआत में तो किसी की समझ में ही नहीं आया कि ये क्या हुआ है? मुझे दर्द महसूस हुआ, मेरी नाक पर गहरा घाव हुआ था। मांझा मेरे चेहरे पर लिपटा हुआ था। मैंने उठकर सुहैल को देखा, तो उसका गले पर गहरा घाव था। गले में चाइनीज मांझा लिपटा था। लोग बोले- गर्दन ऐसे कटी, जैसे चाकू से वार किया गया हो चाइनीज मांझे की चपेट में आकर बाइक पर पीछे बैठे नवाजिश की नाक भी बुरी तरह से कट गई। उसके 3 टांके लगे हैं। नवाजिश का कहना कि सब कुछ चंद सेकेंड में हो गया। वो समझ ही नहीं पाया कि अचानक क्या हुआ। चाइनीज मांझे ने सुहैल की गर्दन को इतनी बुरी तरह से काटा जैसे तेज धार वाले चाकू से कट लगता है। खून इतनी तेजी से बह रहा था कि आने-जाने वाले लोगों का दिल कांप उठा। हर कोई यही कह रहा था कि चाइनीज मांझा लगातार लोगों की जान ले रहा है, लेकिन प्रशासनिक अधिकारी हाथ पर हाथ धरे बैठे हैं। लगातार हो रहीं मौत, लोग हो रहे घायल अक्टूबर महीने में शास्त्रीनगर में चाइनीज मांझे से बाइक सवार की गर्दन कट गई, बड़ी मुश्किल से जान बच पाई। सितंबर महीने में बेगमपुल के पास महिला की उंगली कट गई। नौ अगस्त 2023 को कंकरखेड़ा में एक व्यक्ति की चाइनीज मांझे से गर्दन कट गई। उसको 74 टांके आए। इससे पहले हापुड़ रोड पर कपड़ा कारोबारी की गर्दन कट गई थी। उनकी गर्दन पर 18 टांके आए थे। बसंत पंचमी के मौके पर पतंगबाजी के दौरान 15 लोग चाइनीज मांझे से घायल हुए थे। शास्त्रीनगर में आरटीओ रोड के पास चाइनीज मांझा गले में फंसने से 22 वर्षीय मोहम्मद फैजान घायल हो गया था। इससे पहले रोहटा रोड स्थित जवाहरनगर के पास स्कूटी सवार निर्मल की चाइनीज मांझे से गर्दन कटकर मौत हो गई थी। 23 सितंबर 2021 को एनएच-58 पर बीफार्मा के छात्र अजय कुमार निवासी रसूलपुर खतौली की जान भी चाइनीज मांझे ने ली थी।

Jan 7, 2025 - 05:05
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चाइनीज मांझा लगातार ले रहा लोगों की जान, अफसर खामोश:दो-चार दिन ही चलता है अभियान, बेकसूर सुहेल की मौत का जिम्मेदार कौन ? 4 गिरफ्तार
चाइनीज मांझे ने 22 साल के बेकसूर सुहेल की जान ले ली। ये पहला ऐसा मामला नहीं है जब चाइनीज मांझे से किस

चाइनीज मांझा लगातार ले रहा लोगों की जान

हाल ही में चाइनीज मांझा, जो कि पतंग उड़ाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है, ने भारत में कई जानें ली हैं। यह खतरनाक मांझा न केवल बच्चों और युवा लड़कों के लिए, बल्कि पूरे देश के लिए एक गंभीर खतरा बनता जा रहा है। अफसरों की खामोशी और इस समस्या के समाधान के लिए केवल दो-चार दिन का अभियान चलाने से जनता में आक्रोश बढ़ता जा रहा है।

बेकसूर सुहेल की मौत और जिम्मेदार कौन?

हाल ही में एक घटना में, बेगुनाह युवक सुहेल की मौत इस मांझा के चक्कर में हुई, जिसने पूरे परिवार को सदमे में डाल दिया। क्या इस प्रकार की घटनाओं को रोकने के लिए सरकार और संबंधित अधिकारियों को ठोस कदम उठाने की आवश्यकता नहीं है? चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है, लेकिन क्या यह कदम पर्याप्त है? क्या यह समस्या अब आगे अनदेखी की जाएगी या समाधान के ठोस उपाय किए जाएंगे?

अभियान और प्रशासन की भूमिका

अफसरों का कहना है कि वे इस मुद्दे पर ध्यान दे रहे हैं, लेकिन अभियान केवल दो-चार दिनों के लिए ही चलाया जाता है। इसके बाद सभी कुछ भुला दिया जाता है। यह वक्त है कि प्रशासन सख्त कदम उठाए और इस खतरनाक मांझे का निर्माण और विक्रेताों पर कठोर कार्रवाई करे।

समाज के लिए आवश्यक कदम

इस समस्या से निपटने के लिए नागरिकों को भी जागरूक होना चाहिए। यह केवल सरकार की जिम्मेदारी नहीं है, बल्कि हमें भी इस मुद्दे पर ध्यान देने की आवश्यकता है। अगर हम सभी मिलकर आवाज उठाएंगे, तो शायद कोई सार्थक बदलाव देखने को मिल सकेगा।

इस प्रकार की घटनाएं हम सभी के लिए चौंकाने वाली हैं और हमें जागरूक रहना होगा।

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