जनता की शिकायतों के निस्तारण के लिए सख्त हुई पुलिस:एसपी बोले- आवेदक की संतुष्टि जरूरी, जांच अधिकारी मौके पर जाकर करें कार्रवाई
श्रावस्ती जनपद में आईजीआरएस (इंटीग्रेटेड ग्रीवांस रिड्रेसल सिस्टम) के माध्यम से आने वाली जनशिकायतों के निस्तारण को लेकर पुलिस अधीक्षक ने कड़ा रुख अपनाया है। पुलिस कार्यालय सभागार में आयोजित बैठक में एसपी ने सभी थानों के नोडल अधिकारियों और फीडबैक टीम के साथ समीक्षा बैठक की। एसपी ने स्पष्ट निर्देश दिए कि कोई भी आईजीआरएस शिकायत डिफॉल्टर नहीं होनी चाहिए। उन्होंने जोर देकर कहा कि जांच अधिकारी को अनिवार्य रूप से मौके पर जाकर शिकायत की जांच करनी होगी और शिकायतकर्ता की संतुष्टि सुनिश्चित करनी होगी। फोन पर संपर्क कर उनकी संतुष्टि का स्तर जानें बैठक में थानों और क्षेत्राधिकारी कार्यालयों में तैनात पुलिसकर्मियों द्वारा आईजीआरएस पोर्टल पर निस्तारित की गई शिकायतों की गुणवत्ता की भी समीक्षा की गई। फीडबैक टीम को निर्देश दिया गया कि वे आवेदकों से फोन पर संपर्क कर उनकी संतुष्टि का स्तर जानें। विशेष रूप से, असंतुष्ट आवेदकों की शिकायतों पर पुनः कार्रवाई का आदेश दिया गया है। थाना प्रभारियों को निर्देशित किया गया है कि ऐसे मामलों में जांचकर्ता अधिकारी दोबारा मौके पर जाएं और समयबद्ध तरीके से शिकायत का निस्तारण करें। पुलिस अधीक्षक ने स्पष्ट किया कि जनता की शिकायतों का निस्तारण पूरी संवेदनशीलता के साथ किया जाना चाहिए।

जनता की शिकायतों के निस्तारण के लिए सख्त हुई पुलिस
एसपी ने हाल ही में एक बैठक में जनता की शिकायतों के निस्तारण पर जोर दिया और कहा कि आवेदक की संतुष्टि आवश्यक है। उन्हें निर्देश दिया गया है कि जांच अधिकारी को मौके पर जाकर कार्रवाई करनी चाहिए। यह कदम पुलिस के कामकाज में पारदर्शिता और सक्षमता लाने के लिए है। पुलिस अब सिर्फ रिपोर्ट लिखने या शिकायत दर्ज करने तक सीमित नहीं रह गई है, बल्कि उन्हें अब सक्रियता से काम करने को कहा गया है।
आवेदक की संतोषजनक प्रतिक्रिया महत्वपूर्ण
एसपी ने स्पष्ट किया कि एक आवेदक की संतोषजनक प्रतिक्रिया पुलिस की सफलता का मापदंड होना चाहिए। यदि शिकायतकर्ता मामले के प्रति संतुष्ट नहीं है, तो इसका मतलब है कि पुलिस ने अपनी जिम्मेदारी को सही से नहीं निभाया। इससे न केवल जनता का विश्वास बढ़ेगा, बल्कि पुलिस-जनता के बीच संबंध भी मजबूत होंगे।
जांच अधिकारियों की भूमिका
जांच अधिकारियों को अब ज्यादा जिम्मेदारी दी गई है ताकि वे सीधे घटनास्थल पर जाकर स्थिति का आकलन कर सकें। एसपी ने कहा कि वे मामलों की प्राथमिकता निर्धारित करेंगे और सुनिश्चित करेंगे कि सभी शिकायतों का सही समय पर निस्तारण किया जाए। इसके लिए पुलिस थानों में एक विशेष सेल भी गठित किया गया है।
पुलिस और जनता का सहयोग
पुलिस और जनता के बीच सहयोग भी बढ़ाने पर जोर दिया गया है। एसपी ने सुझाव दिया कि जनता को भी पुलिस के साथ मिलकर काम करना चाहिए और आवश्यक जानकारी समय पर उपलब्ध करानी चाहिए। इससे न केवल शिकायतों का त्वरित समाधान होगा, बल्कि सुरक्षा व्यवस्था भी बेहतर होगी।
इस दिशा में उठाए गए कदम निश्चित रूप से पुलिस के कामकाज को और अधिक प्रभावशाली बनाएंगे। इसके अलावा, यह समाज में अपराध कम करने और आम जनता को सुरक्षित महसूस कराने में सहायक होगा।
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