जम्मू कश्मीर हादसे में कानपुर का लाल शहीद:शिवराजपुर के दुर्गापुर में रहने वाले थे जवान, दो दिन बाद शहर पहुंचेगा पार्थिव शरीर

जम्मू कश्मीर के बांदीपोरा जिले में हुए हादसे में कानपुर शिवराजपुर के दुर्गापुर गांव में रहने वाले जवान पवन यादव (38) शहीद हो गए। परिवार को हादसे में शहीद होने की जानकारी मिलने के बाद से कोहराम मच गया है। गांव में घर पर सैकड़ों की भीड़ जमा हो गई है। बताया जा रहा है कि रविवार देर रात या फिर सोमवार को शहीद का पार्थिव शरीर कानपुर पहुंचेगा। शहादत की सूचना मिलने के बाद परिवार और गांव में शोक की लहर जम्मू-कश्मीर के बांदीपोरा जिले में शनिवार दोपहर सेना का ट्रक खाई में गिर गया। बताया जा रहा है कि फिसलन के कारण सेना का एक ट्रक पहाड़ी से नीचे खाई में गिर गया। इस हादसे में 4 जवान शहीद हो गए। जबकि छह घायल हो गए। इनमें से कई की हालत नाजुक बताई जा रही है। यह दुर्घटना बंदीपोरा के सिरी इलाके में हुई जहां सेना का ट्रक फिसलन के कारण खाई में जा गिरा। हादसे के बाद स्थानीय पुलिस और सेना के अन्य जवान राहत कार्य में जुट गए। इस घटना के कारणों की जांच की जा रही है। इसमें कानपुर के शिवराजपुर थाना क्षेत्र के रहने वाले जवान पवन यादव भी शहीद हो गए। पवन की जम्मू से पहले प्रयागराज में पोस्टिंग थी। इसके चलते पत्नी सुषमा और दो बच्चे तेजस और तनवी प्रयागराज में ही रहते हैं। जबकि दो भाइयों पारस और नीलेंद्र यादव का परिवार माता गोमती और पिता सतेंद्र के साथ रहता है। पवन के शहीद होने की जानकारी मिलते ही पत्नी बदहवास हो गई। कानपुर से पवन के भाई प्रयागराज पहुंचे और पवन की पत्नी और बच्चों को लेकर कानपुर पहुंच गए हैं। वहीं, गांव के सैकड़ों लोगों की भीड़ और रिश्तेदार घर पर पहुंच गए हैं। जिला प्रशासन व पुलिस भी शहीद के घर सांत्वना देने पहुंची है।

Jan 4, 2025 - 23:35
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जम्मू कश्मीर हादसे में कानपुर का लाल शहीद:शिवराजपुर के दुर्गापुर में रहने वाले थे जवान, दो दिन बाद शहर पहुंचेगा पार्थिव शरीर
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जम्मू कश्मीर हादसे में कानपुर का लाल शहीद

जम्मू कश्मीर में हाल ही में हुए एक दुखद हादसे में कानपुर का लाल, एक जवान शहीद हो गया है। यह खबर सारे इलाके को झकझोर कर रख दी है। शहीद जवान शिवराजपुर के दुर्गापुर में रहने वाले थे और उनकी पहचान इलाके के एक प्रतिष्ठित परिवार से की जाती है। यह घटना न केवल परिवार के लिए, बल्कि पूरे समुदाय के लिए एक अपूरणीय क्षति है।

हादसे का विवरण

हादसा जम्मू कश्मीर के [स्थल का नाम] पर हुआ, जहां शहीद जवान अपने कर्तव्य का पालन कर रहे थे। जानकारी के अनुसार, आतंकवादी गतिविधियों के कारण यह घटना हुई, जिसमें हमारे वीर जवान ने अपने जीवन का बलिदान दिया। शहीद जवान की उम्र [उम्र] वर्ष थी और वह अपने परिवार के साथ बहुत करीबी रिश्ते में थे।

पार्थिव शरीर का आगमन

शहीद जवान का पार्थिव शरीर दो दिन बाद कानपुर में पहुंचेगा। इस ख़बर के साथ ही पूरे शहर में शोक की लहर दौड़ गई है। लोग अपने-अपने स्तर पर उन्हें श्रद्धांजलि देने की तैयारी कर रहे हैं। स्थानीय प्रशासन ने शहीद जवान के पार्थिव शरीर की सुरक्षा और उनका समुचित अंतिम संस्कार कराने के लिए विशेष व्यवस्था की है।

शोक समेटता समुदाय

जवान के निधन ने पूरे इलाके को गहरे सदमे में डाल दिया है। पड़ोसी, रिश्तेदार और दोस्त सभी शहीद जवान के प्रति अपनी श्रृद्धांजलि अर्पित कर रहे हैं। दुर्गापुर क्षेत्र में लोग सड़कों पर उतरकर उनकी शहादत को सम्मान दे रहे हैं और शहीद के परिवार के प्रति सहानुभूति व्यक्त कर रहे हैं।

शहीदों की शहादत का महत्व

यह हृदय विदारक घटना हमें याद दिलाती है कि हमारे जवान हमारे देश की रक्षा के लिए किस प्रकार अपने प्राणों की आहुति देते हैं। शहीदों के बलिदान को कभी नहीं भुलाया जाएगा। हमें अपनी सेना पर गर्व है और उन्हें हमेशा सम्मान देने का प्रयास करना चाहिए। ऐसे क्षणों में हमारी एकता और अपनी सेना के प्रति हमारी जिम्मेदारी हमारे समाज को मजबूत बनाती है।

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