ट्रम्प बोले- यूक्रेन को युद्ध शुरू नहीं करना चाहिए था:बातचीत के रास्ते तीन साल से खुले थे, यूक्रेन ने समय गंवाया

यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की ने यूक्रेन युद्ध रोकने के लिए सऊदी अरब में हुई रूस और अमेरिका के बातचीत पर नाराजगी जताई है। उन्होंने कहा कि बैठक में हमें न बुलाया जाना हैरान करने वाला है। कोई भी डील हमसे बात किए कैसे हो सकती है। इसे लेकर ट्रम्प ने जवाब दिया कि मैं सुन रहा हूं जेलेंस्की कह रहे कि हमने बातचीत में उन्हें शामिल नहीं किया। सच तो ये है कि उनके पास बातचीत करने के लिए तीन साल का वक्त था। उससे पहले भी वे बात कर सकते थे, लेकिन उन्होंने ये वक्त गंवाया। जेलेंस्की को कभी युद्ध की शुरुआत करनी ही नहीं चाहिए थी। वे बहुत आसानी से डील कर सकते थे। ट्रम्प बोले- मैं कभी ये युद्ध होने ही नहीं देता मार-ए-लागो रिसॉर्ट में पत्रकारों के सवालों का जबाव देते हुए ट्रम्प ने कहा, मैं यूक्रेन के लिए डील कर सकता था। ऐसा होता तो उन्हें उनकी तकरीबन पूरी जमीन वापस मिल जाती और किसी की जान नहीं जाती, न तो कोई शहर तबाह होता। ट्रम्प ने कहा कि जो हुआ है मैं उससे बहुत निराश हूं। मैं तीन साल से देख रहा हूं। ये युद्ध कभी होना ही नहीं चाहिए था। मैं राष्ट्रपति होता तो ये युद्ध नहीं होने देता। इतने लोग मारे गए हैं, जितने वर्ल्ड वॉर में मारे गए थे। यूक्रेनी सांसद बोले- ट्रम्प का बयान अच्छा नहीं लगा ट्रम्प के बयान पर यूक्रेन के सांसद ओलेक्सी होंचारेंको ने कहा कि यह बयान सुनकर दुख हुआ, लेकिन इन हालात में हम अपने साथी के तौर पर अमेरिका को नहीं खो सकते हैं। हम यहां रोज मारे जा रहे हैं। चाहे कोई कुछ भी कहे हमारा मकसद सिर्फ युद्ध को रोकना और यूक्रेन की संप्रभुता बनाए रखना होना चाहिए। जेलेंस्की ने कहा- रूस को झूठ बोलने वाले लोग चला रहे यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की ने रूस-अमेरिका बातचीत को लेकर कहा कि रूस ने इस बैठक में हमेशा की तरह फिर झूठ बोला कि उसने यूक्रेन के एनर्जी इन्फ्रास्ट्रक्चर को टारगेट नहीं किया है। जेलेंस्की ने यूक्रेनी शहर ओडेसा से एक वीडियो सोशल मीडिया पर पोस्ट किया और लिखा कि रूसी ड्रोन ने यहां के इलेक्ट्रिसिटी ट्रांसफॉर्मर्स समेत सिविलियन एनर्जी इन्फ्रास्ट्रक्चर को अटैक किया। हमें ये याद रखना होगा कि रूस को चलाने वाले आदतन झूठे हैं। उन पर भरोसा नहीं किया जा सकता है। शांति लाने के लिए हमें उन पर दबाव डालना होगा। जेलेंस्की ने कहा कि जब रियाद में रूस-यूक्रेन यूक्रेन में शांति लाने के लिए बात कर रहे थे, उस वक्त रूस ने यूक्रेन के ओडेशा शहर में ड्रोन से हमला किया। ये हमला इलेक्ट्रिकल ट्रांसफॉर्मर पर किया गया, वो भी इस ठंड में जब रात का तापमान माइनस 6 डिग्री सेल्सियस था। उन्होंने कहा कि करीब ओडेसा में रह रहे कम से कम 1.6 लाख लोगों के पास बिना हीट या इलेक्ट्रिसिटी नहीं है। 13 स्कूल, एक किंडरगार्टन और कुछ अस्पतालों में हीट और इलेक्ट्रिसिटी नहीं है। यूक्रेन ने युद्ध पर 27.8 लाख करोड़ रुपए खर्च किए जेलेंस्की ने बताया कि तीन साल से जारी इस युद्ध में यूक्रेन ने करीब 320 अरब डॉलर यानी 27.8 लाख करोड़ रुपए खर्च किए हैं। इसमें से करीब 10 लाख करोड़ रुपए यूक्रेनी टैक्सपेयर्स ने दिए हैं, जबकि 17.38 लाख करोड़ रुपए अमेरिका और यूरोप ने दिए हैं। इसके अलावा अमेरिका ने 5.82 लाख करोड़ रुपए के हथियार भी मुहैया कराए हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प ने पहले कहा है कि वे यूक्रेन को दी गई मदद के बदले 500 अरब डॉलर (43.4 लाख करोड़ रुपए) की कीमत के रेयर अर्थ मिनरल्स चाहता है। इसे लेकर जेलेंस्की ने बताया कि अमेरिका ने कभी 500 अरब डॉलर की मदद नहीं की। उन्होंने कहा कि अमेरिका दावा करता है कि यूक्रेन को मिलने वाले सपोर्ट में 90% अमेरिका से आता है, लेकिन सच कुछ और ही है। हालांकि हम उनके सपोर्ट के लिए शुक्रगुजार हैं। यूक्रेन जंग पर यूरोपीय नेताओं के साथ दूसरी मीटिंग करेंगे फ्रांसीसी राष्ट्रपति फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों बुधवार देर रात तक यूक्रेन युद्ध को लेकर यूरोपीय नेताओं के साथ दूसरी मीटिंग करेंगे। इसमें करीब 15 देशों के शामिल होने का अनुमान है। इनमें से ज्यादातर देश वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए जुड़ेंगे। दो दिन पहले ही यूक्रेन की सिक्योरिटी को लेकर एक बैठक हुई थी। इसमें ब्रिटेन, जर्मनी, इटली, पोलैंड, स्पेन, डेनमार्क और नीदरलैंड्स शामिल हुए थे। इसके अलावा यूरोपीय यूनियन के शीर्ष प्रतिनिधी और NATO के सेक्रेटरी जनरल मार्क रूट भी इसमें मौजूद थे। इस बैठक में तय किया गया था कि ये देश और संस्थाएं अपनी सुरक्षा पर ज्यादा खर्च करेंगे और यूक्रेन के भविष्य के बारे में लिए जाने वाले फैसलों में उसे शामिल करेंगे। संभावना है कि ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर आने वाले दिनों में तीसरी मीटिंग रखेंगे।

Feb 19, 2025 - 19:00
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ट्रम्प बोले- यूक्रेन को युद्ध शुरू नहीं करना चाहिए था:बातचीत के रास्ते तीन साल से खुले थे, यूक्रेन ने समय गंवाया
यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की ने यूक्रेन युद्ध रोकने के लिए सऊदी अरब में हुई रूस और अमेरिका के ब

ट्रम्प बोले- यूक्रेन को युद्ध शुरू नहीं करना चाहिए था: बातचीत के रास्ते तीन साल से खुले थे, यूक्रेन ने समय गंवाया

पूर्व अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने हाल ही में यूक्रेन के संघर्ष को लेकर एक महत्वपूर्ण बयान दिया है, जिसमें उन्होंने कहा कि यूक्रेन को युद्ध शुरू नहीं करना चाहिए था। ट्रम्प का यह बयान यूक्रेन की वर्तमान स्थिति के आलोक में काफी महत्वपूर्ण है। उन्होंने जोर दिया कि पिछले तीन वर्षों में बातचीत के रास्ते खुल रहे थे, लेकिन यूक्रेन ने इस दौरान समय गंवा दिया।

बातचीत की जरुरत

ट्रम्प के अनुसार, यदि दोनों पक्षों, अर्थात यूक्रेन और रूस, के बीच बातचीत का रास्ता अपनाया गया होता तो शायद यह संघर्ष इस नतीजे तक नहीं पहुंचता। उन्होंने कहा, "जब आपके पास बातचीत का मौका है, तो बिना किसी कारण के युद्ध शुरू करना एक बड़ी गलती होती है।" ट्रम्प ने रेखांकित किया कि कई अवसर आए थे जब संघर्ष को टाला जा सकता था।

यूक्रेन की स्थिति

यूक्रेन वर्तमान में एक गंभीर स्थिति का सामना कर रहा है, जहां सैनिकों की संख्या में वृद्धि और बुनियादी ढांचे को गंभीर क्षति का सामना करना पड़ा है। कई जानकारों का मानना है कि ट्रम्प की टिप्पणी यूक्रेन के नेताओं के लिए एक सच्चाई है, जिसमें उन्हें अपनी रणनीतियों पर विचार करने की जरूरत है।

राजनीतिक दृष्टिकोण

इस मुद्दे पर ट्रम्प के बयान ने एक बार फिर से अमेरिका और विश्व समुदाय के लिए यूक्रेन के संकट पर चर्चा शुरू कर दी है। कुछ लोग ट्रम्प के विचारों से सहमत हैं, जबकि अन्य इसे विवादास्पद मानते हैं। ऐसे में यह देखना होगा कि यूक्रेन के नेतृत्व में क्या निर्णय लिए जाते हैं।

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