धनतेरस पर इस शुभ मूहुर्त में करें खरीदारी:बरसेगी लक्ष्मी, शाम 6:31 से 8:16 बजे तक मां लक्ष्मी की पूजा का विशेष मूहुर्त, राहु काल में न करें खरीदारी
समुद्र मंथन में माता धनवंतरि के उद्गम हुआ था। 29 अक्टूबर को धनवंतरि जयंती के उत्सव में धनतेरस का पर्व मनाया जाएगा। माता धनवंतरि स्वास्थ्य व समृद्धि के साथ शास्त्र की देवी है। धनतेरस का शुभ मूहुर्त 29 अक्टूबर की सुबह 10:31 से शुरू होगा, जो कि पूरे दिन रहेगा। मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए विशेष पूजा का मूहुर्त 29 अक्टूबर की शाम 6:31 से 8:16 तक है। प्रदोष काल में करें आभूषणों की खरीदारी ज्योतिषियों के मुताबिक स्थायी वस्तुएं जैसे घर, सोने, चांदी के आभूषण, गृहस्थी का सामान खरीदने का सबसे शुभ मूहुर्त प्रदोष काल 29 अक्टूबर से शाम 6:31 से 8:16 बजे तक है। वहीं 30 अक्टूबर को सुबह 10:41 बजे से दोपहर 12:05 तक चलायमान राशि होने के कारण व्यापार की बढ़ोत्तरी व वाहनों की खरीदारी का सबसे अच्छा समय बताया जा रहा है। पीतल व तांबे के बर्तन में रखें जल, शाम को पिएं ज्योतिषाचार्य नितिशा मल्होत्रा ने बताया कि धनतेरस पर माता धनवंतरि के साथ गणेश, लक्ष्मी, कुबेर व हनुमान जी की पूजा अर्चना की जाती है। घर में धन, संपदा की बढ़ोत्तरी के लिए प्रदोष काल में पूजन करें। उन्होंने बताया कि धनतेरस पर पीतल व तांबे के कलश में पानी से भरा लोटा घर के मंदिर के ईशान कोण में रखें और शाम को परिवार समेत उस जल को ग्रहण करें, इससे परिवार की स्वास्थ्य वृद्धि होती है। चलायमान राशि में करें वाहनों की खरीदारी नितिशा के मुताबिक धनतेरस में खरीदारी का भी सबसे शुभ मूहुर्त प्रदोष काल का है। उन्होंने बताया कि धनतेरस पर दोपहर 2:41 से 4:05 बजे तक राहु काल रहेगा, जिस दौरान खरीदारी करने से बचें। इसके साथ ही चलायमान राशि 30 अक्टूबर की सुबह 10:41 बजे से दोपहर 12:05 रहेगी, इस तिथि में पूजन करने से व्यापार में बढ़ोत्तरी होगी।
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