नेशनल सिक्योरिटी बताकर 45 दिन रखा डिजिटल अरेस्ट:500 करोड़ के घोटाले में नाम आने की बात कही; सुप्रीम कोर्ट में क्रेडिबिलिटी टेस्ट के नाम पर ठगी
लखनऊ में साइबर ठगों ने 45 दिन तक आलमबाग के रहने वाले सतनाम को डिजिटल अरेस्ट करके ठगी कर दी। सतनाम एस्ट्रोलॉजर हैं। साइबर ठग आईपीएस आकाश कुलहरि बनकर बात की। नेशनल सिक्यूरिटी बताकर किसी को बताने से मना कर दिया। पहले तो सतनाम सीधे ठगी समझकर फोन काट दिए। लेकिन बातों में उलझाकर ठग पैसे ऐंठ लिए। बताया कि 500 करोड़ के घोटाले में उनके बैंक का इस्तेमाल हुआ है। फिर केस से नाम हटाने के एवज में 45 में 1 लाख ऐंठ लिए। सतनाम ने बताई आपबीती... मेरे पास 4 अक्टूबर को अज्ञात नंबर से कॉल आई। कॉल करने वाले ने अपना नाम विपिन कुमार चौबे बताया। बोला- आपके नाम से एक मोबाइल नंबर चल रहा है। जिसका इस्तेमाल मनी लॉन्ड्रिंग में हो रहा है। मुझे पता था कि फर्जी कॉल है। मैंने उसको उल्टा सीधा बोलकर फोन कट कर दिया। फिर कॉल आया बोला- नरेश गोयल को जानते हो। मैंने मना कर दिया। बोला कि नरेश गोयल जेट एयरवेज के मालिक हैं। उन्होंने 500 का फ्रॉड किया है। जिसमें आपके आधार कार्ड का इस्तेमाल करके मोबाइल नंबर और बैंक एकाउंट खुलवाए हैं। 20 करोड़ आपके खाते में आए हैं। पूछताछ में बताया कि सतनाम भी इसका हिस्सेदार है। 20 लाख कमीशन लेकर बैंक अकाउंट दिया है। नरेश गोयल के घर में रेड हुई। जहां पर 247 एटीएम कार्ड मिले। जिसमें आपका एटीएम भी शामिल है। इसके बाद भी भरोसा नहीं करने पर बोला कि वैरिफिकेशन के स्काइप पर आना होगा। उसको मना कर दिया कि आईडी नहीं है। बोला हमारे सीनियर आकाश कुलहरि बात करेंगे। उनका नाम सुनकर बातों में आ गया। सामने आकाश कुलहरि जैसा ही व्यक्ति बैठा था स्काइप पर आईडी बनवाई। इसके बाद वीडियो कॉल पर लिया। सामने एक व्यक्ति आया। आकाश कुलहरि काफी चर्चित चेहरा है। उनको हल्का पहचानता था। सामने बैठा व्यक्ति आकाश कुलहरि नाम का बैच लगाए था। चेहरा भी वैसा ही लग रहा था। जिस तरह एक आईपीएस बात करता है। वैसे ही बात कर रहा था। परिवार के बारे में पूछा तो बता दिया कि माता-पिता और दो कुत्ते हैं। बोला- कि ठीक है तुम ठीक व्यक्ति हो तुम्हें फंसाया जा रहा है। माता-पिता की सेवा करो कुछ नहीं होने देंगे। सुप्रीम कोर्ट में प्रूव कर देंगे वीडियो कॉल पर बैठे व्यक्ति ने बोला कि ये नेशनल इशु से संबंधित मामला है। किसी से भी शेयर मत करना। बस वैरिफिकेशन कर तुम्हारा नाम केस से हट जाएगा। सुप्रीम कोर्ट में क्रेडिबिलिटी देनी है। वहां प्रूफ करना होगा कि तुमको पैसे की जरूरत नहीं है। एक सक्षम व्यक्ति हो ऐसा गलत काम नहीं करोगे। इसके लिए पूरा एकाउंट चेक होगा। उसमें कितना रुपए है? बताया कि 20-30 हजार होगा। तो बोलने लगा कि ऐसे में उन्हें लगेगा कि पैसे की जरूरत है। 25 लाख तक एकाउंट में दिखा पाओगे। मैंने मना कर दिया। फिर कहने लगे एकाउंट में कितना पैसा मंगा लोगे। उनके कहने पर दो लाख रुपए एकाउंट में शो कर दिया। इसके बाद दो बार में सरकार वैरायिटी स्टोर्स में 50 हजार और दर्श कंस्ट्रक्शन में 50 हजार जमा कराए। बोला सुप्रीम कोर्ट के ऑडिट के बाद पैसा वापस आ जाएगा। 19 नंबवर को 35 हजार और मांगने लगे। तब संदेह हुआ तो पुलिस के पास गया।
What's Your Reaction?