नोएडा में 25 हजार का इनामी सरगना गिरफ्तार:कॉल सेंटर खोल साथियों के साथ मिलकर 200 बेरोजगार लोगों से की थी ठगी
नौकरी दिलाने के नाम पर बेरोजगार युवकों से व्यापक स्तर पर ठगी करने वाले कॉल सेंटर के सरगना को सेक्टर-63 थाने की पुलिस ने शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया। लंबे समय से फरार रहने के चलते आरोपी पर सेंट्रल नोएडा पुलिस ने 25 हजार रुपए का इनाम घोषित किया हुआ था। गिरफ्त में आए बदमाश और उसके तीन अन्य साथियों पर बीते 15 दिसंबर को ही सेक्टर-63 थाने की पुलिस ने गैंगस्टर ऐक्ट लगाया था। एक आरोपी अब भी फरार थाना प्रभारी ने बताया कि बीते साल एक ऐसे कॉल सेंटर का पता चला था, जहां अमरोहा के बंछराऊ का निखिल चाहल अपने साथियों के साथ मिलकर बेरोजगार युवकों से ठगी करता था। उसके कई साथियों को पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है। गिरोह में शामिल एक आरोपी अभी भी फरार है। फरार आरोपी की तलाश में पुलिस की टीम संभावित ठिकानों पर दबिश दे रही है। निखिल चाहल को उसके निवास स्थान अमरोहा से ही मुखबिर से मिली सूचना के बाद दबोचा गया। कॉल सेंटर खोलकर की थी ठगी निखिल फर्जी कॉल सेंटर संचालित कर एक वेबसाइट से नौकरी के लिए आवेदन करने वाले युवाओं का डाटा लेता था। इसके बाद आवेदकों को कॉल करके नौकरी एवं लाइफ टाइम मैंबरशिप रजिस्ट्रेशन करने के नाम पर पैसे की मांग की जाती थी। नौकरी के इच्छुक लोग जैसे ही रकम ट्रांसफर करते थे आरोपी उनकी कॉल उठाना बंद कर देते थे। निखिल और उसके साथियों ने इस प्रकार से करीब 200 बेरोजगार युवकों के साथ धोखाधड़ी की थी। कई पीड़ितों ने मामले की शिकायत सेक्टर-63 थाने की पुलिस से की थी।

नोएडा में 25 हजार का इनामी सरगना गिरफ्तार
नोएडा में पुलिस ने एक संगठित अपराध के सरगना को गिरफ्तार किया है, जिस पर 25 हजार रुपये का इनाम था। यह सरगना एक कॉल सेंटर का संचालन कर रहा था और इसके साथी मिलकर 200 बेरोजगार लोगों से ठगी कर रहे थे। इस घटना ने शहर में हड़कंप मचा दिया है और अब पुलिस इस गिरोह के अन्य सदस्यों को गिरफ्तार करने के लिए प्रयासरत है।
गिरफ्तारी का विवरण
पुलिस ने सूचना के आधार पर कार्रवाई करते हुए इस सरगना को पकड़ लिया। सरगना अपने साथियों के साथ मिलकर कॉल सेंटर का संचालन करता था जिसमें बेरोजगार लोगों को झांसा देकर उनसे पैसे वसूले जाते थे। यह गिरोह बेरोजगार युवाओं को अच्छी नौकरी का वादा कर ठगी करता था। उनके खिलाफ कई शिकायतें दर्ज की गई थीं।
ठगी की प्रक्रिया
इस गिरोह ने बेरोजगार लोगों को विभिन्न तरीकों से आकर्षित किया। कॉल सेंटर में काम करने के लिए उनसे विभिन्न शुल्क लिए जाते थे, और इसके बाद भी उन्हें कभी नौकरी नहीं मिलती थी। पुलिस ने बताया कि गिरोह ने बड़ी संख्या में लोगों को ठगा है और यह एक संगठित अपराध के रूप में देखा जा रहा है।
पुलिस की प्रतिक्रिया
पुलिस ने लगातार इस मामले की जांच की और कई ठगों को पकड़ा है। अधिकारियों का कहना है कि इस गिरफ्तारी से अन्य युवाओं को इस तरह के गिरोहों से सावधान रहने की प्रेरणा मिलेगी।>
भविष्य में सावधानी बरतें
बेरोजगार लोगों को नौकरी की तलाश करते समय बहुत सतर्क रहना चाहिए। इस प्रकार के गिरोहों से बचने के लिए हमेशा विश्वसनीय स्रोतों से जानकारी प्राप्त करें। अगर कोई भी नौकरी का प्रलोभन देता है जिसमें पैसे देने की शर्त हो, तो उस पर संदेह करें।
इस घटना से जुड़ी अन्य जानकारी के लिए देखें News by indiatwoday.com.
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