नोएडा में किशोर ने फांसी लगाकर दी जान:मां ने मोबाइल चलाने पर डांटा, इससे हो गया था नाराज, पुलिस कर रही जांच
गांव मामूरा में रहने वाली एक मां ने अपने बेटे को ज्यादा चलाने पर डांट दिया। इससे नाराज होकर 17 साल के किशोर ने रविवार रात पंखे के कुंदे के सहारे फंदे पर लटककर जान दे दी। सूचना पर पहुंची जांच कर रही है। मोबाइल पर गेम चलाने से किया था मना थाना प्रभारी निरीक्षक ने बताया कि गांव मामूरा में रहने वाले एक व्यक्ति पत्नी और बच्चों के साथ किराए के घर में रहते हैं। वह मेहनत-मजदूरी करके परिवार चलाते है। रविवार रात उनका 17 साल का बेटा मोबाइल फोन पर गेम चला रहा था। उसकी मां ने मोबाइल फोन छोड़कर मन लगाकर पढ़ाई करने के लिए कहा। मां की मोबाइल फोन चलाने से मना करने वाली बात पुत्र को इस कदर नागवार गुजरी कि उसने कमरे में जाकर पंखे के सहारे फंदे पर लटककर अपनी जान दे दी। डॉक्टर ने मृत घोषित किया परिजन कमरे में पहुंचे तो किशोर का शव पंखे से लटका देख उनकी चीख निकल गई। उन्होंने फौरन ही किशोर को फंदे से उताकर अस्पताल पहुंचाया। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। अस्पताल से मिली सूचना पर थाना फेज-तीन पुलिस भी पहुंच गई। पुलिस को परिजन ने बताया कि उसकी मां ने उसे अत्यधिक मोबाइल फोन चलाने से मना किया था। इससे खफा होकर किशोर ने यह कदम उठाया है। थाना प्रभारी निरीक्षक का कहना है कि छात्र के आत्महत्या के कारणों की जांच की जा रही है।

नोएडा में किशोर ने फांसी लगाकर दी जान
नोएडा में एक दुखद घटना में, एक किशोर ने अपनी जान देने का दुर्भाग्यपूर्ण निर्णय लिया। यह घटना तब हुई जब उसकी मां ने उसे मोबाइल फोन चलाने पर डांटा। किशोर इस डांट से इतना नाराज हुआ कि उसने आत्महत्या करने का निर्णय ले लिया। यह मामला शहर में चर्चा का विषय बन गया है और पुलिस ने इसकी गंभीरता से जांच शुरू कर दी है।
घटना का विवरण
यह घटना नोएडा के एक स्थानीय क्षेत्र में घटी, जहां किशोर की मां ने उसे मोबाइल का अधिक उपयोग करने के लिए टोकते हुए डांट दिया। किशोर ने इस बात को अपने आत्म-सम्मान का प्रश्न मानते हुए एक अत्यंत सख्त कदम उठाने का निर्णय लिया। परिवार के लिए यह बहुत दर्दनाक क्षण था।
पुलिस की जांच
पुलिस ने इस मामले में छानबीन शुरू कर दी है। अधिकारियों का कहना है कि इस घटना के पीछे के कारणों की गहराई से जांच की जाएगी ताकि भविष्य में ऐसे मामलों को रोका जा सके। समाज में बढ़ती तकनीकी निर्भरता और किशोरों में मानसिक स्वास्थ्य के मुद्दे को समझना महत्वपूर्ण है।
परिवार और समाज की भूमिका
यह दुखद घटना हमें यह याद दिलाती है कि किशोरों का मानसिक स्वास्थ्य कितनी महत्वपूर्ण है। परिवार के सदस्यों को चाहिए कि वे अपने बच्चों की भावनाओं को समझें और उन्हें सही दिशा में मार्गदर्शन करें। इसके अलावा, समाज को भी ऐसे मामलों के प्रति संवेदनशील होना चाहिए।
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इस घटना के बाद, उम्मीद है कि लोग किशोरों के प्रति अपनी भूमिका और जिम्मेदारियों को समझेंगे। विशेष रूप से, माता-पिता को अपने बच्चों के साथ खुलकर बात करने की आवश्यकता है, ताकि वे किसी भी समस्या को साझा कर सकें।
निष्कर्ष
नोएडा में किशोर की आत्महत्या एक जगजाहिर संकट का प्रतीक है। इसे रोकने के लिए हमें मिलकर काम करना होगा। हमें यह सुनिश्चित करने की जरूरत है कि हमारे बच्चे सुरक्षित और खुश रहें। इस घटना से हमें यह सीखने को मिलता है कि संचार और समझना किस प्रकार जीवन में बदलाव ला सकता है। Keywords: नोएडा किशोर आत्महत्या, मां ने डांटा मोबाईल, किशोर मानसिक स्वास्थ्य, पुलिस जांच नोएडा, किशोरों में आत्महत्या कारण, मोबाइल का दुरुपयोग, किशोरों की सुरक्षा, परिवार की भूमिका किशोरों में.
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