पीलीभीत में युवक ने बच्ची से की छेड़छाड़:लकड़ी बीनने गई नाबालिग के विरोध करने पर की पिटाई
पीलीभीत के गजरौला क्षेत्र में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। गांव से लकड़ी बीनने गई 13 वर्षीय नाबालिग के साथ गांव के ही एक युवक ने छेड़छाड़ की। विरोध करने पर उसकी बेरहमी से पिटाई कर दी। घटना 7 जनवरी को दोपहर करीब 12 बजे की है। पीड़िता की मां की शिकायत के अनुसार, उनकी बेटी अन्य लड़कियों के साथ गांव के बाहर लकड़ी बीनने गई थी। इसी दौरान गांव का एक युवक वहां पहुंचा और नाबालिग के साथ छेड़छाड़ करते हुए अश्लील हरकतें करने लगा। जब बच्ची ने इसका विरोध किया, तो आरोपी ने डंडे से उसकी पिटाई शुरू कर दी। पीड़िता के चिल्लाने की आवाज सुनकर साथ की लड़कियां मौके पर पहुंचीं, तो आरोपी जान से मारने की धमकी देकर फरार हो गया। पीड़िता की मां की शिकायत पर पुलिस ने आरोपी के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज कर ली है। थाना प्रभारी जगदीप सिंह मलिक के अनुसार, आरोपी की गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीमें लगातार छापेमारी कर रही हैं।

पीलीभीत में युवक ने बच्ची से की छेड़छाड़: लकड़ी बीनने गई नाबालिग के विरोध करने पर की पिटाई
News by indiatwoday.com
घटना का संक्षिप्त विवरण
हाल ही में, उत्तर प्रदेश के पीलीभीत जिले में एक युवक द्वारा एक नाबालिग बच्ची से छेड़छाड़ का मामला सामने आया है। घटना उस समय हुई जब पीड़िता लकड़ी बीनने गई थी। जब बच्ची ने युवक के हरकत का विरोध किया, तो युवक ने उसकी पिटाई कर दी। यह घटना क्षेत्र में बढ़ते अपराधों और नाबालिगों की सुरक्षा को लेकर चिंता का विषय बन गई है।
स्थानीय प्रतिक्रियाएं
यह घटना स्थानीय निवासियों और अधिकार समूहों के बीच गहरी नाराजगी का कारण बनी है। लोग स्थानीय प्रशासन से इस मामले की गंभीरता से जांच करने और घटना में शामिल युवक के खिलाफ कठोर कार्रवाई करने की मांग कर रहे हैं। कई सामाजिक कार्यकर्ताओं ने मीडिया में इस प्रकार की घटनाओं को लेकर जागरूकता फैलाने की आवश्यकता पर बल दिया है।
कानूनी कार्रवाई की उम्मीद
पुलिस ने बयान दिया है कि वे मामले की जांच कर रहे हैं और आरोपी युवक की पहचान करने के लिए प्रयास कर रहे हैं। इस प्रकार की घटनाओं के प्रति सख्त कानून और तेज़ न्याय की आवश्यकता है ताकि भविष्य में ऐसी हिंसक घटनाएं न हों।
समाज में जागरूकता और सुरक्षा
इस घटना ने समाज में नाबालिगों की सुरक्षा और उनके अधिकारों के प्रति एक बार फिर से जागरूकता की आवश्यकता को उठाया है। परिवारों को अपने बच्चों को सुरक्षित रखने के लिए अतिरिक्त सावधानी बरतने और जागरूक रहने की आवश्यकता है। समाज के सभी सदस्यों को मिलकर इस तरह की घटनाओं के खिलाफ आवाज उठानी चाहिए और अपने बच्चों को शिक्षित करना चाहिए।
निष्कर्ष
पीलीभीत की इस दुखद घटना ने हमें याद दिलाया है कि बच्चों की सुरक्षा सबसे महत्वपूर्ण है। यह जरूरी है कि हम सभी मिलकर एक सुरक्षित वातावरण बनाने की दिशा में काम करें, ताकि ऐसे मामले भविष्य में ना हो।
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