पूर्व प्रधानमंत्री अटल जी की जन्म शताब्दी पर विशेष आयोजन:15 फरवरी से एक माह तक चलेगा अटल विरासत सम्मेलन
बागपत में सोमवार को भाजपा कार्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता में प्रदेश के वन एवं पर्यावरण राज्यमंत्री केपी मलिक ने महत्वपूर्ण घोषणा की। उन्होंने बताया कि भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जन्म शताब्दी के अवसर पर 15 फरवरी से 15 मार्च 2025 तक बागपत में विशेष अटल विरासत सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा। राज्यमंत्री मंत्री ने बताया कि इस सम्मेलन में जिले के प्रबुद्धजन, विशिष्ट व्यक्तियों और अटल जी के प्रशंसकों को आमंत्रित किया जाएगा। विशेष रूप से उन वरिष्ठ कार्यकर्ताओं का सम्मान किया जाएगा, जिन्होंने अटल जी के साथ काम किया है। साथ ही, अटल जी के व्यक्तित्व और कृतित्व पर पुस्तकें लिखने वाले लेखकों को भी सम्मानित किया जाएगा। कानून व्यवस्था में उल्लेखनीय सुधार हुआ राज्यमंत्री ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी द्वारा रखी गई विकसित भारत की नींव को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आगे बढ़ा रहे हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सराहना करते हुए कहा कि उनके नेतृत्व में उत्तर प्रदेश भयमुक्त हुआ है। कानून व्यवस्था में उल्लेखनीय सुधार हुआ है। कार्यक्रम में जिला अध्यक्ष वेदपाल उपाध्याय, सूरजपाल सिंह, कार्यक्रम संयोजक बिजेंद्र शर्मा सहित अन्य वरिष्ठ भाजपा नेता और कार्यकर्ता उपस्थित रहे। गौरतलब है कि पार्टी ने 25 दिसंबर को अटल जी की जयंती को सुशासन दिवस के रूप में मनाया था। जिसमें बूथ से लेकर राष्ट्रीय स्तर तक विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए गए थे।

पूर्व प्रधानमंत्री अटल जी की जन्म शताब्दी पर विशेष आयोजन: 15 फरवरी से एक माह तक चलेगा अटल विरासत सम्मेलन
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जन्म शताब्दी को मनाने के लिए विशेष आयोजन किया जा रहा है। 15 फरवरी 2023 से शुरू होकर एक माह तक चलने वाले इस कार्यक्रम को 'अटल विरासत सम्मेलन' कहा जा रहा है। इस सम्मेलन का उद्देश्य अटल जी की विचारधारा, उनके योगदान और भारतीय राजनीति में उनके प्रभाव को उजागर करना है। यह कार्यक्रम पूरी तरह से उनके नाम पर आयोजित होने वाला एक ऐतिहासिक अवसर होगा।
कार्यक्रम की विस्तृत जानकारी
इस सम्मेलन में विभिन्न गतिविधियाँ शामिल होंगी, जैसे कि सेमिनार, कार्यशालाएँ और सांस्कृतिक कार्यक्रम। अटल जी के जीवन पर आधारित डॉक्यूमेंट्री फिल्में भी दिखाई जाएंगी। इस दौरान प्रमुख नेताओं और विचारकों के द्वारा अटल जी की राजनीतिक जीवन और उनके द्वारा किए गए कार्यों पर चर्चा की जाएगी। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य नई पीढ़ी को अटल जी के योगदान से अवगत कराना और उन्हें प्रेरित करना है।
विशेष मेहमान और प्रमुख अतिथि
अटल विरासत सम्मेलन में अनेक प्रसिद्ध हस्तियों के भाग लेने की संभावना है। कई मौजूदा और पूर्व नेता, साहित्यकार तथा समाजिक कार्यकर्ता इस आयोजन का हिस्सा बनेंगे। इस अवसर पर अटल जी के जीवन से जुड़े कई संस्मरण साझा किए जाएंगे, जो उपस्थित लोगों के लिए प्रेरणास्त्रोत बनेंगे।
समाज को जोड़ने का प्रयास
यह सम्मेलन न केवल अटल जी की विरासत को सम्मानित करेगा, बल्कि यह समाज को जोड़ने का भी एक प्रयास होगा। अटल जी के सिद्धांतों और उनके विचारों को आगे बढ़ाने के लिए यह कार्यक्रम एक मंच प्रदान करेगा। आयोजकों द्वारा सभी से अपील की गई है कि वे इस कार्यक्रम का हिस्सा बनें और अटल जी के विचारों को फैलाने में मदद करें।
समापन विचार
15 फरवरी से शुरू होने वाला अटल विरासत सम्मेलन निश्चित रूप से एक महत्वपूर्ण आयोजन होगा। यह केवल अटल जी की याद में एक कार्यक्रम नहीं, बल्कि उनकी सोच और दृष्टिकोण को आगे बढ़ाने का एक प्रयास है। इसलिए, सभी को इस सम्मेलन में शामिल होने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है।
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