फर्जी एनएसजी कमांडो की जानकारी आर्मी इंटेलीजेंस:पुलिस ने महिला के शोषण मामले में किया गिरफ्तार, फर्जी आईडी कार्ड सहिग अन्य दस्तावेज मांगे
लखनऊ की सरोजनीनगर पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर जेल भेजे गए आठवीं फेल फर्जी कमांडो हैदर अनी बेग की उच्च स्तर की जांच शुरू हो गई है। मामले में आर्मी इंटेलिजेंस ने भी जांच शुरू कर दी है। आर्मी इंटेलीजेंस के अफसरों और एलआईयू ने सरोजनीनगर इंस्पेक्टर से हैदर के बारे में डिटेल मांगी है। वहीं सेना के फर्जी कैंटीन कार्ड के अलावा आधार कार्ड और अन्य दस्तावेज लिए हैं। हैदर कैंट में कहां कहां घूमा है? कब से लखनऊ में रह रहा था। इस सब बिंदुओं पर आर्मी इंटेलिजेंस के साथ ही पुलिस और खुफिया विभाग जानकारी जुटा रहा है। डीसीपी साउथ निपुन अग्रवाल ने बताया इंस्पेक्टर सरोनजीनगर के साथ ही, सर्विलांस टीम को भी लगाया है। टीमें उसके मोबाइल की सीडीआर, व्हाट्सएप चैट उसकी इंस्टाग्राम आईडी आदि की जांच कर रही हैं। उससे कौन कौन और किस तरह के लोग जुड़े थे? इन बिंदुओं पर भी जांच की जा रही है। इसके अलावा यह भी देखा जा रहा है कि नहीं हैदर किसी देश विरोधी गतिविधियों में तो नहीं संलिप्त था। अगर कुछ सबूत मिलें तो उसके आधार पर भी कार्रवाई की जाएगी। सोमवार को हैदर के खिलाफ एक महिला ने मुकदमा दर्ज कराया था। महिला ने आरोप लगाया था कि उसने खुद को सेना में कैप्टन और एनएसजी कमांडो बताकर दोस्ती की। इसके बाद उसके घर पर रुकने लगा और शोषण करता था। हैदर ने लाखों के जेवर और पैसे भी ऐंठी लिए। मंगलवार को सरोजनीनगर पुलिस ने हैदर को पकड़ा था। इंस्पेक्टर ने बताया कि चार महिलाओं के शोषण की बात पता चली है। ओडिशा पुलिस से भी मांगी डेतैइलएडीसीपी साउथ अमित कुमावत ने बताया कि हैदर अली बेग ओडिशा के जिला बालेश्वर चांदीपुर का रहने वाला है। इस लिए वहां के पुलिस अधिकारियों से संपर्क कर हैदर और उसके परिवार के बारे में जानकारी मांगी गई है। यह भी पता लगाया जा है कि हैदर वास्तविक वहां का रहने वाला है या नहीं। इसके साथ ही हैदर ने पीड़ित महिला को बताया था कि वह पश्चिम बंगाल, जम्मू में भी सेना के कैप्टन के रूप में तैनात रहा है। इस बारे में वहां की पुलिस और सेना के अधिकारियों से संपर्क किया जा रहा है। अब पुलिस डिमांड पर लेकर उससे पूछताछ करेगी
फर्जी एनएसजी कमांडो की जानकारी आर्मी इंटेलीजेंस
हाल ही में एक बड़ी खबर सामने आई है जिसमें आर्मी इंटेलीजेंस ने फर्जी एनएसजी कमांडो का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने इस मामले में एक महिला के शोषण के आरोप में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। यह मामला तब सामने आया जब जांच के दौरान फर्जी आईडी कार्ड और अन्य दस्तावेज मांगे गए। इस घटनाक्रम ने क्षेत्र में हलचल मचा दी है।
महिला के शोषण का मामला
पुलिस द्वारा की गई जांच में पता चला कि महिला के शोषण में संलिप्त व्यक्ति ने खुद को एनएसजी कमांडो बताकर ठगी करने की कोशिश की। यह मामला न केवल कानून के प्रति अवमानना का उदाहरण है, बल्कि यह एक गंभीर सामाजिक समस्या को भी उजागर करता है।
गिरफ्तारी और साक्ष्य
पुलिस ने जब आरोपी की गिरफ्तारी की, तो उसके पास से कई फर्जी दस्तावेज मिले, जिसमें फर्जी पहचान पत्र भी शामिल था। इस तरह के मामले भारतीय सेना की छवि को नुकसान पहुंचाते हैं। आर्मी इंटेलीजेंस ने भी इस मामले में गंभीरता से कार्रवाई की है और जांच जारी है।
समाज में चेतना
यह घटना समाज को जागरूक करने का एक महत्वपूर्ण मौका है। लोगों को समझना चाहिए कि फर्जी पहचान से जुड़े अपराधों को नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए। समाज को ऐसे मामलों के प्रति सावधान रहना चाहिए और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना संबंधित अधिकारियों को देनी चाहिए।
यह समाचार हमें यह भी दर्शाता है कि सुरक्षा बलों की सहायता करने के लिए नागरिकों का क्या भूमिका हो सकती है। हर व्यक्ति को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि वे कानून के दायरे में ही कार्य करें।
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अंतिम विचार
इस प्रकार की घटनाएं केवल व्यक्तिगत स्तर पर नहीं, बल्कि सामूहिक रूप से समाज को प्रभावित करती हैं। हमें अपने आसपास की गतिविधियों के प्रति सजग रहना होगा और इस तरह के मामलों की अनदेखी नहीं करनी चाहिए। शोषण के खिलाफ सख्त कानून बनाए जाने की आवश्यकता है ताकि ऐसे अपराधियों के खिलाफ कठोर कदम उठाए जा सकें।
हालांकि, फर्जी कमांडो की बढ़ती प्रवृत्ति एक चिंता का विषय है, लेकिन संबंधित एजेंसियों की तत्परता इसे रोकने में मदद कर सकती है।
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