बजट में श्रावस्ती जिले के लिए क्या है ?:गोवंश संरक्षण के लिए 2 हजार करोड़ का बजट, टैगिंग और गोशालाएं बनेंगी
श्रावस्ती जनपद में छुट्टा मवेशियों की समस्या से किसानों को जल्द राहत मिलेगी। सरकार ने इस साल के बजट में श्रावस्ती समेत अन्य जिलों के छुट्टा पशुओं के लिए 2 हजार करोड़ रुपए आवंटित किए हैं। इस धनराशि से पालतू, संरक्षित और छुट्टा गोवंश की पहचान के लिए टैगिंग की जाएगी। साथ ही उनके रखरखाव के लिए नई गोशालाएं बनाई जाएंगी। गो संरक्षण केंद्रों की स्थापना के लिए अलग से 140 करोड़ रुपए दिए गए हैं। श्रावस्ती में पहले से मौजूद गोशालाओं में उचित व्यवस्था न होने के कारण समस्याएं बनी हुई थीं। नलकूपों को कराया जाएगा रिबोर छुट्टा मवेशियों से किसानों की फसलें बर्बाद हो रही थीं। सड़क दुर्घटनाओं में भी इनकी वजह से लोगों की जान जा रही थी। बजट में किसानों के लिए अन्य सुविधाओं की भी घोषणा की गई है। नए सरकारी नलकूपों का निर्माण किया जाएगा। खराब नलकूपों को रिबोर कराया जाएगा। इससे किसानों को सिंचाई में सुविधा होगी। एयरपोर्ट का होगा विस्तार इसके अतिरिक्त, श्रावस्ती एयरपोर्ट का विस्तार भी किया जाएगा। यह विस्तार स्थानीय लोगों के लिए फायदेमंद होगा। श्रावस्ती के कई लोग विदेश और मुंबई में रहते हैं। वर्तमान में उन्हें लखनऊ तक की उड़ान के बाद टैक्सी का सहारा लेना पड़ता है।

बजट में श्रावस्ती जिले के लिए क्या है ?: गोवंश संरक्षण के लिए 2 हजार करोड़ का बजट, टैगिंग और गोशालाएं बनेंगी
News by indiatwoday.com
श्रावस्ती जिले में गोवंश संरक्षण के लिए बजट की घोषणाएं
इस वर्ष के बजट में श्रावस्ती जिले को गोवंश संरक्षण के लिए 2 हजार करोड़ रुपये का आवंटन मिला है, जो कि स्थानीय किसानों और पशुपालकों के लिए एक महत्वपूर्ण निवेश साबित हो सकता है। यह कदम न केवल गोवंश की रक्षा करेगा, बल्कि स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी सशक्त करेगा। इस बजट के अंतर्गत गोवंश की टैगिंग और नए गोशालाओं के निर्माण पर जोर दिया जाएगा, जिससे पशुओं की सुरक्षा और उनका उचित प्रबंधन सुनिश्चित किया जा सकेगा।
गोवंश टैगिंग की आवश्यकता
गोवंश टैगिंग एक महत्वपूर्ण प्रक्रिया है, जिससे प्रत्येक पशु की पहचान और ट्रैकरिंग की जा सकेगी। यह कदम अवैध वध और पशु तस्करी को रोकने में मदद करेगा। टैगिंग की प्रक्रिया में प्रत्येक गोवंश को एक अद्वितीय पहचान संख्या प्रदान की जाएगी, जिसे पशुपालक और संबंधित अधिकारी आसानी से ट्रैक कर सकेंगे। साथ ही, यह जानकारी पशुपालन से जुड़े सरकारी विभागों तक पहुंचाई जाएगी, जिससे योजनाओं का प्रभावी कार्यान्वयन हो सकेगा।
गोशालाओं के निर्माण का महत्व
नई गोशालाओं का निर्माण स्थानीय समुदाय के लिए बहुत लाभदायक होगा। ये गोशालाएं न केवल गोवंश के स्वास्थ्य और सुरक्षा का ध्यान रखेंगी, बल्कि पशुपालकों को भी उनके पशुओं की देखभाल में सहायता प्रदान करेंगी। गोशालाओं की स्थापना से स्थानीय रोजगार के अवसर भी उत्पन्न होंगे, जिससे आमदनी में वृद्धि होगी। इसके अलावा, यह स्थान स्थानीय लोगों को पशुपालन की अच्छी प्रथाओं के बारे में जागरूक करने में भी मदद करेगा।
व्यावसायिक विकास और अर्थव्यवस्था में योगदान
इस बजट की घोषणाओं का स्थानीय व्यावसायिक विकास पर बड़ा सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। जब गोवंश की संख्या बढ़ेगी और उनकी देखभाल बेहतर होगी, तो यह दूध, मांस और अन्य पशु उत्पादों की आपूर्तियों में वृद्धि का कारण बनेगा। इससे श्रावस्ती जिले की अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिलेगी। राज्यों और केंद्र की विभिन्न योजनाओं से जुड़कर यह बजट कहीं न कहीं ग्रामीण विकास को गति देगा।
अंत में, श्रावस्ती जिले में इस वर्ष का बजट न केवल गोवंश के संरक्षण पर केंद्रित है, बल्कि यह स्थानीय समुदाय के समग्र विकास के लिए एक मजबूत कदम है। इसके सकारात्मक परिणामों का अनुभव करने के लिए स्थानीय निवासियों को इसे सफल बनाने में सहयोग करने की आवश्यकता है।
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