बिना परामर्श दवा लेना महिलाओं को पड़ रहा भारी:कानपुर मेडिकल कॉलेज में मां बनने से वंचित महिलाएं पर रिसर्च; गूगल का लेती थीं सहारा

‘डॉक्टरों की परामर्श के बिना दवाओं का सेवन करना महिलाओं की जिंदगी को बुरी तरह से प्रभावित कर रहा हैं। खासकर उन महिलाओं को दवा ज्यादा नुकसान कर रही हैं, जिनको गर्भधारण करना होता हैं। दवा का प्रयोग कब और किन परिस्थितियों में करना है ये किसी को सही नहीं मालूम होता है।’ ये बात गणेश शंकर विद्यार्थी मेडिकल कॉलेज की गायनी विभाग की प्रो. डॉ. शैली अग्रवाल ने बताई। उन्होंंने बताया कि आज कल महिलाएं शादी के तुरंत बाद गर्भ हटाने के लिए गूगल का सहारा ले रही हैं।उसमें दवा देखकर फिर उसका सेवन कर लेती हैं, जो बाद में उनको मां बनने से वंचित कर रहा हैं। एक रिसर्च में ये बाते आई सामने डॉ. शैली अग्रवाल ने बताया- विभाग में एक रिसर्च की गई थी। इसमें करीब 750 महिलाओं को शामिल किया गया और ये रिसर्च हमारी करीब 2 साल तक चली। इसमें देखा गया कि जिन महिलाओं को गर्भधारण करना होता है उनको इस तरह की दिक्कत क्यो रही हैं। इसमें सभी की हिस्ट्री खंगाली गई। इसमें एक बात सामने आई कि जिन महिलाओं ने गर्भ हटाने के लिए बिना डॉक्टर से पूछा शादी से पहले या शादी के बाद दवाओं का सेवन किया है। उनकों ये समस्या ज्यादा हुई है। महिलाओं में ताउम्र बांझपन का खतरा बढ़ जाता है उन्होंने बताया- इससे महिलाओं में ताउम्र बांझपन का खतरा भी बढ़ रहा है। उन्होंने बताया कि मातृत्व सुख से वंचित महिलाओं की जो केस हिस्ट्री तैयार की गई थी, उसमें गूगल से दवा खोजने की बात ज्यादातर में सामने आई है। 32 फीसदी महिलाओं में मां नहीं बनने की यही वजह निकली। 20 से 28 साल की उम्र वाली 240 महिलाओं में देखा गया कि इन्होंने गूगल पर गर्भ गिराने की दवा खुद ही खोजी और डॉक्टर की सलाह लिए बिना ही उसका सेवन किया है। शादी के तुरंत बाद मां नहीं बनने की चाह ने बांझपन की स्थिति पर लाकर खड़ा कर दिया। कुछ में सर्जरी की नौबत तक आई जब महिलाओं ने गर्भधारण करने का प्रयास किया तो उन्हें सफलता नहीं मिली। इसके बाद डॉक्टर के पास परामर्श के लिए आना पड़ा। ऐसे में कई केस में देखा गया कि गर्भ काफी कमजोर हो चुका है और बच्चेदानी की जगह नली में आ गया था। ऐसे में फिर सर्जरी की नौबत आ जाती है। डॉ. शैली अग्रवाल ने बताया कि कई महिलाएं ऐसी भी थी जिन्होंने दवा का सेवन एक बार नहीं बल्कि गर्भ गिराने के लिए हर तीसरे-चौथे महीने में इसका सेवन करती थी। बाद में उनकी हालत काफी गंभीर हो गई।

Mar 10, 2025 - 05:59
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बिना परामर्श दवा लेना महिलाओं को पड़ रहा भारी:कानपुर मेडिकल कॉलेज में मां बनने से वंचित महिलाएं पर रिसर्च; गूगल का लेती थीं सहारा
‘डॉक्टरों की परामर्श के बिना दवाओं का सेवन करना महिलाओं की जिंदगी को बुरी तरह से प्रभावित कर रहा

बिना परामर्श दवा लेना महिलाओं को पड़ रहा भारी

कानपुर मेडिकल कॉलेज में हाल ही में एक महत्वपूर्ण रिसर्च सामने आई है, जिसमें यह बात सामने आई है कि बिना डॉक्टरी परामर्श के दवाई लेने से बहुत सी महिलाएं मां बनने की चाह में ही दिक्कतों का सामना कर रही हैं। यह अध्ययन उस समय प्रासंगिक हो गया है, जब बहुत सी महिलाएं इंटरनेट और Google जैसी खोज इंजन पर दवाईयों की जानकारी लेने का सहारा ले रही हैं।

महिलाओं में दवा के साथ जोखिम

अध्ययन के अनुसार, बिना परामर्श वाली दवाओं का सेवन करने वाली महिलाओं को कई तरह के स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। यह न केवल उनकी सेहत के लिए हानिकारक है, बल्कि गर्भधारण की प्रक्रिया में भी बाधा डाल सकता है। रिसर्च में यह भी पाया गया है कि सही मार्गदर्शन के बिना दवाइयों का उपयोग खतरे के संकेत हो सकता है, जो विभिन्न प्रकार के हार्मोनल असंतुलन और अन्य समस्याओं का कारण बन सकता है।

डॉक्टरी सलाह का महत्व

विशेषज्ञों का मानना है कि डॉक्टरी सलाह लेना हर महिला के लिए अनिवार्य है, ताकि वे सही दवाई ले सकें और उनके स्वास्थ्य पर कोई नकारात्मक प्रभाव न पड़े। कानपुर मेडिकल कॉलेज की रिसर्च ने इस बात को उजागर किया है, कि बिना परामर्श के दवा ग्रहण करने वाली महिलाएं अपनी गर्भधारण योग्यता को प्रभावित कर रही हैं।

गूगल का सहारा, लेकिन सही जानकारी की कमी

आजकल की महिलाएं स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के समाधान के लिए गूगल का सहारा ले रही हैं। हालांकि, इंटरनेट पर उपलब्ध जानकारी हमेशा सही नहीं होती है। शोधकर्ताओं ने चेतावनी दी है कि महिलाओं को प्रिस्क्रिप्शन दवाओं के सेवन से पहले डॉक्टरों से सलाह लेनी चाहिए, ताकि वे फायदेमंद उपचार प्राप्त कर सकें।

निष्कर्ष

कानपुर मेडिकल कॉलेज के इस अध्ययन ने यह स्पष्ट कर दिया है कि बिना परामर्श दवा लेना महिलाओं के लिए कितना भारी पड़ सकता है। सभी महिलाओं को चाहिए कि वे स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के लिए हमेशा योग्य चिकित्सक से सलाह लें। अपनी सेहत को हल्के में ना लें और हमेशा सटीक जानकारी के लिए डॉक्टर से संपर्क करें।

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