बाबा साहेब की मूर्ति हटाने पर बवाल:चौकी इंचार्ज के खिलाफ कार्रवाई की मांग, ग्रामीणों का धरना जारी

उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले में बाबा साहेब अंबेडकर की मूर्ति को हटाए जाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। कलवारी थाना क्षेत्र के देवरिया गांव के निवासी शास्त्री चौक पर धरने पर बैठे हैं। भारत मुक्ति मोर्चा के जिला अध्यक्ष आरके आरतियन के नेतृत्व में चल रहे इस धरने में ग्रामीणों की मुख्य मांग है कि मूर्ति हटाने वाले पुलिस कर्मियों पर कड़ी कार्रवाई की जाए। मामले की जानकारी के अनुसार, गांव के लोग पिछले 6 वर्षों से बाबा साहेब की प्रतिमा स्थापना के लिए जगह की मांग कर रहे थे। 11 जनवरी 2025 को ग्रामीणों ने सरकारी चारागाह की खाली पड़ी जमीन पर मूर्ति स्थापित कर दी, जहां वे अंबेडकर जयंती समेत विभिन्न कार्यक्रम आयोजित करते थे। अगले दिन 12 जनवरी को कलवारी थाने की पुलिस ने बिना किसी सूचना के मूर्ति को हटा दिया और उल्टे ग्रामीणों पर ही मुकदमा दर्ज कर दिया। प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि जिस भूमि से मूर्ति हटाई गई है, उसके बड़े हिस्से पर पहले से ही कुछ लोगों ने स्थानीय प्रशासन की मिलीभगत से अतिक्रमण कर मकान बना रखे हैं। प्रदर्शनकारियों की मांग है कि ग्रामीणों पर दर्ज मुकदमा वापस लिया जाए, चौकी इंचार्ज को निलंबित किया जाए और बाबा साहेब की मूर्ति को पुनः स्थापित किया जाए। धरने में रामकेश भारती, गुलजार गौतम, राम सुमेर यादव, ठाकुर प्रेम नंदवंशी, सुग्रीव प्रसाद चौधरी सहित कई महिला कार्यकर्ता भी शामिल हैं। प्रदर्शनकारियों ने चेतावनी दी है कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होंगी, आंदोलन जारी रहेगा।

Jan 17, 2025 - 15:55
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बाबा साहेब की मूर्ति हटाने पर बवाल:चौकी इंचार्ज के खिलाफ कार्रवाई की मांग, ग्रामीणों का धरना जारी
उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले में बाबा साहेब अंबेडकर की मूर्ति को हटाए जाने का मामला तूल पकड़ता जा र
बाबा साहेब की मूर्ति हटाने पर बवाल: चौकी इंचार्ज के खिलाफ कार्रवाई की मांग, ग्रामीणों का धरना जारी News by indiatwoday.com बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर की मूर्ति हटाए जाने के बाद से इलाके में बवाल मच गया है। ग्रामीणों ने चौकी इंचार्ज के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए प्रदर्शन शुरू कर दिया है। यह मामला न केवल स्थानीय लोगों के लिए बल्कि पूरे राज्य के लिए एक संवेदनशील मुद्दा बन गया है।

घटना का विवरण

एक स्थानीय चौकी में बिना किसी पूर्व सूचना के बाबा साहेब की मूर्ति को हटा दिया गया। यह कार्रवाई स्थानीय निवासियों के लिए बहुत अप्रत्याशित थी। मूर्ति हटाने की इस घटना ने ग्रामीणों के बीच आक्रोश पैदा कर दिया, जिससे वे धरने पर बैठ गए हैं। प्रदर्शनकारी मांग कर रहे हैं कि संबंधित अधिकारी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।

धरणा स्थल पर बढ़ती संख्या

ग्रामीणों की संख्या धरना स्थल पर रोज बढ़ती जा रही है, और उनका इरादा तब तक यहां रहने का है जब तक उनके मुद्दे पर ठोस कार्रवाई नहीं होती। कई सामाजिक कार्यकर्ताओं और राजनीतिक दलों ने भी इस मुद्दे को उठाया है। उनका मानना है कि बाबा साहेब की मूर्ति को हटाना सामाजिक मान्यता का उल्लंघन है।

सरकारी प्रतिक्रिया

स्थानीय प्रशासन ने इस मामले पर एक बैठक बुलाई है जिसमें निर्णय लिया जाएगा कि आगे क्या कदम उठाए जाएंगे। प्रशासन का कहना है कि वे इस विवाद को जल्द ही सुलझाने की कोशिश कर रहे हैं। इसके साथ ही, उन्होंने प्रदर्शनकारियों से अपील की है कि वे शांति बनाए रखें।

समाजिक पहलुओं पर विचार

इस विवाद का प्रभाव केवल स्थानीय समुदाय तक ही सीमित नहीं है, बल्कि यह भारतीय समुदाय में खासा महत्वपूर्ण है। बाबा साहेब के विचार और उनके प्रति सम्मान अब भी भारतीय समाज में एक महत्वपूर्ण जगह रखते हैं। इस तरह की घटनाएं न केवल समाज में अशांति को जन्म देती हैं, बल्कि बाबा साहेब की विचारधारा के प्रसार में भी बाधा डालती हैं। संबंधित मुद्दों पर अधिक जानकारी के लिए, कृपया indiatwoday.com पर जाएँ। Keywords: बाबा साहेब मूर्ति हटाने का मामला, चौकी इंचार्ज के खिलाफ कार्रवाई, ग्रामीणों का धरना, अंबेडकर मूर्ति विवाद, स्थानीय प्रशासन की प्रतिक्रिया, सामाजिक आंदोलन, भारत में अंबेडकर विचारधारा, मूर्ति विवाद समाचार, गाँव में बवाल. Meta Description: बाबा साहेब की मूर्ति हटाने पर ग्रामीणों का धरना जारी है। चौकी इंचार्ज के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। जानें पूरी खबर।

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