बायजूस का एप गूगल प्ले स्टोर से हटा:वेबसाइट भी लैंडिंग पेज तक सीमित, अमेजन वेब सर्विसेज की पेंडिंग पेमेंट्स के चलते आ रही दिक्कत

एडटेक स्टार्टअप बायजूस का फ्लैगशिप एंड्रॉइड एप गूगल प्ले स्टोर से हट गया है। इसके अलावा कंपनी की वेबसाइट को बेसिक लैंडिंग पेज तक सीमित कर दिया गया है। इतना ही नहीं जिन यूजर्स ने पहले से ही एप इंस्टॉल कर रखा है, वे पेड सब्सक्रिप्शन और वीडियो कंटेंट को एक्सेस नहीं कर पा रहे हैं। गूगल प्ले स्टोर पर अभी एडटेक फर्म का 'थिंक एंड लर्न प्रीमियम' एप और 'बायजूस एग्जाम प्रेपरेशन' एप दिख रहा है। वहीं एपल के एप स्टोर पर बायजूस- द लर्निंग एप शो हो रहा है। AWS की पेंडिंग पेमेंट्स के चलते आ रही दिक्कत रिपोर्ट्स के मुताबिक, बायजूस फ्लैगशिप एप से जुड़ी यह प्रॉब्लम अमेजन वेब सर्विसेज (AWS) को पेंडिंग पेमेंट्स के कारण हो रही है। बायजूस का क्लाउड इंफ्रास्ट्रक्चर AWS पावर्ड है। सूत्र के मुताबिक, AWS को पेमेंट में देरी हुई है और इसके चलते कुछ सर्विसेज रोक दी गई हैं। इस वजह से बायजूस के एप कंटेंट, वेबसाइट की फंक्शनैलिटी और वीडियो डिलीवरी अभी डाउन है।' बायजूस की ओर से अब तक कोई जानकारी नहीं गूगल प्ले स्टोर पर अभी 'थिंक एंड लर्न प्रीमियम' एप दिख तो रहा है, लेकिन यह यूजर्स के लिए काम नहीं कर रहा है। ऐसी रिपोर्ट्स हैं कि यूजर्स किसी भी लर्निंग कंटेंट को एक्सेस नहीं कर पा रहे हैं। बायजूस की ओर से अभी तक इस बारे में कोई जानकारी शेयर नहीं की गई है। बायजू रवींद्रन ने कहा था- मैं भगोड़ा नहीं हूं हाल ही में BYJU के फाउंडर और CEO बायजू रवींद्रन ने कहा था कि वे भगोड़े नहीं हैं। उन्होंने उन पर लगे भगोड़ा के आरोपों को गलत बताया। बायजू रवींद्रन ने कहा था कि ये एक फर्जी कहानी का हिस्सा है, जो संकटग्रस्त एडटेक कंपनी पर कंट्रोल पाने के लिए एक कोऑर्डिनेटर मीडिया और लीगल कैंपेन द्वारा संचालित है। ANI को दिए एक इंटरव्यू में रवींद्रन ने कहा था कि कंपनी की छवि को खराब करने के प्रयासों के पीछे कुछ अमेरिकी-बेस्ड लेंडर्स थे। बायजू ने कहा, 'उन्होंने हितधारकों, निवेशकों, कर्मचारियों और सभी के सामने कंपनी की वैल्यू को खत्म कर दिया है।' बायजू रवींद्रन ने अमेरिकी-बेस्ड लेंडर्स पर आरोप लगाए बायजू रवींद्रन ने अमेरिकी-बेस्ड लेंडर्स पर आरोप लगाया है कि उन्हें और उनके भाई रिजु रवींद्रन को भगोड़ा बताकर भारतीय अदालतों में पक्षपात पैदा करने की कोशिश की जा रही है। रवींद्रन ने कहा कि ये ऐसी कहानियां हैं, जो उन्होंने कंपनी पर कंट्रोल पाने की कोशिश में गढ़ी हैं। रवींद्रन ने कहा था, 'एक ऐसी कंपनी में जो फाउंडर के नाम पर बनी है। या जहां फाउंडर ने शुरुआती सालों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। वे इस तथ्य को भूल जाते हैं कि यदि आप फाउंडर के नाम को खराब करते हैं, तो इसका कंपनी की वैल्यूएशन पर बहुत बड़ा प्रभाव पड़ेगा।' एक समय कंपनी की वैल्यूएशन 22 बिलियन डॉलर थी। भगोड़ा करार दिए जाने के आरोपों पर आगे बोलते हुए रवींद्रन ने इस बात पर जोर दिया कि यह दावा केवल उसी का एक हिस्सा है, जिसे उन्होंने दुर्भावनापूर्ण मीडिया अभियान कहा था। उन्होंने स्पष्ट किया कि इस शब्द का केवल मौखिक रूप से उल्लेख किया गया था और इसे किसी भी ऑफिशियल डाक्यूमेंट्स में शामिल नहीं किया गया था। हमारी पूरी संपत्ति और कंपनी भारत में स्थापित बायजू रवींद्रन ने कहा था, 'हमारी पूरी संपत्ति और कंपनी भारत में स्थापित है। सारा मुनाफा भारत में ही कमाया गया, टैक्स का भुगतान भारत में किया गया और निवेशों का री-इन्वेस्टमेंट भी भारत में ही किया गया।' ये खबरें भी पढ़ें... 22 बिलियन डॉलर से जीरो तक गिरी बायजूस: बायजू रवींद्रन ने कहा - हम फिर उठेंगे, पुराने कर्मचारियों को वापस लाएंगे कर्ज में डूबी एडटेक कंपनी बायजूस के फाउंडर बायजू रवींद्रन ने कहा है कि वे जल्द ही कंपनी को रिलॉन्च करेंगे। रवींद्रन ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक पोस्ट में अपनी पुरानी तस्वीर शेयर करते हुए लिखा, 'टूटे थे, टूटे नहीं हैं। हम फिर से उठेंगे। मुझे अपने छात्रों की आंखों की चमक याद है।' एक समय बायजूस देश का सबसे बड़ा एडटेक स्टार्टअप था। 2022 तक इसकी वैल्यू 22 बिलियन डॉलर यानी, करीब 1.88 लाख करोड़ रुपए थी, लेकिन फाइनेंशियल मिस मैनेजमेंट और अन्य समस्याओं के कारण 2024 में कंपनी की नेटवर्थ जीरो हो गई। पूरी खबर पढ़ें... NCLAT ने ‌BCCI-रिजु रवींद्रन की याचिका खारिज की: Byju's के खिलाफ दिवालियेपन की कार्यवाही वापस लेने की मांग की थी नेशनल कंपनी लॉ अपीलेट ट्रिब्यूनल (NCLAT) ने BCCI और रिजु रवींद्रन की दायर अपीलों को खारिज कर दिया है। इन अपीलों में Byju's के खिलाफ दिवालियेपन की कार्यवाही वापस लेने और कर्ज में डूबी एडटेक फर्म और टॉप क्रिकेट बॉडी के बीच समझौते पर विचार करने की मांग की गई थी। BCCI और रिजु रवींद्रन ने नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल की बेंगलुरु बेंच के पारित आदेश को चुनौती दी थी। रिजु रवींद्रन Byju's के को-फाउंडर बायजू रवींद्रन के भाई हैं। पूरी खबर पढ़ें...

May 25, 2025 - 00:27
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बायजूस का एप गूगल प्ले स्टोर से हटा:वेबसाइट भी लैंडिंग पेज तक सीमित, अमेजन वेब सर्विसेज की पेंडिंग पेमेंट्स के चलते आ रही दिक्कत
एडटेक स्टार्टअप बायजूस का फ्लैगशिप एंड्रॉइड एप गूगल प्ले स्टोर से हट गया है। इसके अलावा कंपनी की

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एडटेक स्टार्टअप बायजूस की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। हाल ही में, कंपनी का फ्लैगशिप एंड्रॉइड एप गूगल प्ले स्टोर से हटा दिया गया है, और उनकी वेबसाइट सिर्फ एक बेसिक लैंडिंग पेज तक सीमित कर दी गई है। इसके अलावा, जिन यूजर्स ने पहले से ही एप इंस्टॉल कर रखा है, उन्हें पेड सब्सक्रिप्शन और वीडियो कंटेंट आसानी से एक्सेस नहीं हो पा रहा है। यह स्थिति बायजूस के प्रशंसकों और कर्मचारियों के लिए कई सवाल खड़े करती है।

गूगल प्ले स्टोर से हटने का कारण

वर्तमान में, गूगल प्ले स्टोर पर बायजूस का 'थिंक एंड लर्न प्रीमियम' एप और 'बायजूस एग्जाम प्रेपरेशन' एप दिख रहा है, लेकिन इनकी फंक्शनिंग पर सवाल उठ खड़े हुए हैं। यूजर्स ने सूचित किया है कि वे इन एप्स के जरिए लर्निंग कंटेंट तक पहुंच बनाने में असमर्थ हैं। इसके परिणामस्वरूप, कंपनी की साख पर बड़ा धब्बा लगने का खतरा है।

एडटेक स्टार्टअप की मौजूदा स्थिति

बायजूस की वेबसाइट और एप में आ रही तकनीकी समस्याएं अमेजन वेब सर्विसेज (AWS) से जुड़ी हुई हैं। रिपोर्ट्स के अनुसार, AWS को बायजूस की पेंडिंग पेमेंट्स के कारण यह समस्या आ रही है। कंपनी का क्लाउड इंफ्रास्ट्रक्चर AWS पावर्ड है, और इसी कारण चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। सूत्रों के अनुसार, AWS को समय पर पेमेंट नहीं मिलने से कुछ सर्विसेज रोक दी गई हैं, जिसके परिणामस्वरूप बायजूस के एप कंटेंट और वेबसाइट की फंक्शनैलिटी प्रभावित हुई है।

बायजूस के फाउंडर का बयान

बायजूस के फाउंडर और CEO, बायजू रवींद्रन ने हाल ही में दिए एक बयान में इस स्थिति को गंभीरता से लिया है। उन्होंने उन आरोपों का खंडन किया है जो उन्हें भगोड़ा समझते हैं। रवींद्रन का कहना है कि यह एक योजना का हिस्सा है, जो कुछ अमेरिकी-बेस्ड लेंडर्स की तरफ से कंपनी की छवि को खराब करने के लिए की जा रही है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि उनकी कंपनी की पूरी संपत्ति और टैक्स भारत में जमा की गई है, और वे किसी भी गलतफहमी से दूर रहना चाहते हैं।

भविष्य की योजना

बायजू रवींद्रन का दावा है कि कंपनी को जल्द ही पुनः लॉन्च किया जाएगा। उन्होंने अपने पुराने कर्मचारियों को वापस लाने और कंपनी को फिर से खड़ा करने की योजना बनाई है। 2022 तक, बायजूस की वैल्यूएशन 22 बिलियन डॉलर थी, लेकिन वर्तमान समय में यह आंकड़ा जीरो हो गया है। रवींद्रन ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लिखा, "टूटे थे, टूटे नहीं हैं। हम फिर से उठेंगे।" इस सकारात्मक सोच के तहत आगे बढ़ने की उम्मीद की जा रही है।

समापन विचार

बायजूस की वर्तमान स्थिति ने भारतीय एकेडमिक्स में बड़ा हंगामा खड़ा कर दिया है। स्टार्टअप ने जो मानक स्थापित किए थे, उन्हें बनाए रखना चुनौतीपूर्ण हो गया है। यूजर्स के अनुभव को सुधारना और कंपनी की स्थिति को बेहतर बनाना ही अब बायजूस की प्राथमिकता है। आने वाले दिनों में बायजूस की स्थिरता और पुनः लॉन्च के प्रयासों पर नजरें टिकी रहेंगी।

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