बोर्ड परीक्षा से पहले होगा केंद्रों का सत्यापन:71 हजार छात्रों के लिए 113 केंद्र, मानकों में कमी मिलने पर निरस्त होगी मान्यता
अम्बेडकरनगर में 24 फरवरी से शुरू होने वाली यूपी बोर्ड की परीक्षाओं से पहले सभी परीक्षा केंद्रों का कड़ा सत्यापन किया जाएगा। इस साल कुल 71,368 परीक्षार्थियों के लिए 113 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं, जिनमें हाईस्कूल के 35,254 और इंटरमीडिएट के 36,114 छात्र-छात्राएं शामिल हैं। परीक्षा की शुद्धता और छात्रों की सुविधा को सुनिश्चित करने के लिए 26 जनवरी से पहले सभी केंद्रों का सत्यापन पूरा किया जाएगा। राजकीय कॉलेजों के प्रधानाचार्यों को यह जिम्मेदारी दी गई है कि वे प्रत्येक केंद्र पर पेयजल, शौचालय, बैठने की व्यवस्था और सुरक्षा प्रबंधों की जांच करें। सुविधाओं की होगी जांच जिला विद्यालय निरीक्षक गिरीश सिंह के अनुसार, सीसीटीवी कैमरों सहित सभी आवश्यक सुविधाओं की गहन जांच की जाएगी। यदि किसी भी केंद्र में मानकों के अनुरूप सुविधाएं नहीं पाई जाती हैं, तो उस केंद्र को निरस्त कर दिया जाएगा और संबंधित अधिकारियों पर कार्रवाई की जाएगी। यह कदम नकल रोकने और परीक्षार्थियों को बेहतर सुविधाएं प्रदान करने के उद्देश्य से उठाया जा रहा है।

केंद्रों की मान्यता की प्रक्रिया
भारत में बोर्ड परीक्षा के आयोजन से पहले केंद्रों की सत्यापन प्रक्रिया महत्वपूर्ण होती है। इस वर्ष, 71 हजार छात्रों के लिए 113 केंद्रों का चयन किया गया है। परीक्षा केंद्रों का उचित सत्यापन सुनिश्चित करना आवश्यक है ताकि सभी छात्रों को एक समान और उत्तम परीक्षा अनुभव मिल सके। इसका मुख्य उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि परीक्षा केंद्र मानकों का पालन करते हैं और शिक्षा के स्तर को बनाए रखते हैं।
सत्यापन की आवश्यकता
कई बार परीक्षा केंद्रों में मानकों की कमी पाई जाती है। यदि किसी केंद्र में उचित सुविधाएं या सुरक्षा मानक नहीं मिलते हैं, तो उसकी मान्यता निरस्त की जा सकती है। इससे छात्रों के भविष्य पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। इसलिए, यह सत्यापन प्रक्रिया सभी छात्रों और उनके अभिभावकों के लिए आवश्यक है।
केंद्रों की सुविधाएं
परीक्षा केंद्रों में उचित सुविधाएं जैसे कि बैठने की व्यवस्था, टॉयलेट, पेयजल, और आवश्यक उपकरणों की उपलब्धता होनी चाहिए। यह सुनिश्चित करना भी महत्वपूर्ण है कि परीक्षा अधिकारी और सुपरवाइजर भी समय पर उपस्थित हों ताकि किसी भी प्रकार की समस्या का समाधान तुरंत किया जा सके।
प्रशिक्षण और जागरूकता
केंद्रों के सत्यापन के दौरान शिक्षकों और अभिभावकों को भी जागरूक करने की आवश्यकता है। यह महत्वपूर्ण है की सभी को परीक्षा प्रक्रिया की जानकारी हो, ताकि उन्हें केंद्रों की कमियों के बारे में समय पर जानकारी मिल सके और आवश्यक कदम उठाए जा सकें।
निष्कर्ष
इस परीक्षा वर्ष में, केंद्रों का सत्यापन एक सघन प्रक्रिया होगी जो छात्रों की सुरक्षा और उनकी परीक्षा अनुभव की गुणवत्ता को सुनिश्चित करेगी। इस प्रकार, सही समय पर सत्यापन और मान्यता प्रक्रिया का पालन कर, हम भारत में शिक्षा के स्तर को बढ़ा सकते हैं। Keywords: बोर्ड परीक्षा 2024, परीक्षा केंद्र सत्यापन, मान्यता निरस्त प्रक्रिया, छात्रों के लिए परीक्षा केंद्र, परीक्षा अधिकारी उपस्थित, परीक्षा सुविधाएं, छात्र सुरक्षा, शिक्षा के मानक By keeping these factors in mind, the verification of examination centers can significantly improve the overall educational experience for students across the country. For more updates, visit indiatwoday.com.
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