महाकुंभ के लिए 70 जिलों की फोर्स पहुंची:8 आठ घंटे की शिफ्ट, डिजिटल अटेंडेंस, रहने-खाने के इंतजाम, मेला क्षेत्र में रोज करते हैं जांच
महाकुंभ में श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए 70 से अधिक जिलों की फोर्स तैनात कर दी गई है। इसके तहत सिविल पुलिस के जवान महाकुम्भ नगर के चप्पे चप्पे पर नजर रखेंगे। महिला श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए 400 महिला सुरक्षा कर्मी भी तैनात की गई हैं। महाकुंभ मेला के लिए विभिन्न जिलों से आए सुरक्षा कर्मियों के स्वास्थ्य का विशेष इंतजाम किया गया है। पुलिस लाइन की सेंट्रल कैंटीन में सुरक्षा कर्मियों की हाइजीन का विशेष ध्यान रखा जा रहा है। पुलिस लाइन के प्रतिसार निरीक्षक, महाकुम्भनगर विलास यादव ने बताया कि यहां पर आठ आठ घंटे की शिफ्ट में जवान काम कर रहे हैं। इस तरह से इनकी अलग अलग तीन तीन शिफ्ट लगाई जा रही हैं। एप के जरिए सेकेंडों में आ जाता है सुरक्षा कर्मी का पूरा ब्योरा डिजिटल महाकुंभ के के लिहाज से मेले में तैनात सभी पुलिस कर्मियों का पूरा डेटा एक ऐप के माध्यम से सुरक्षित रखा गया है। ऐप के जरिए सुरक्षा कर्मी का चेहरा स्कैन करते ही पता चल जाता है कि उसका नाम क्या है और वह किस जनपद से भेजा गया है। इसके अतिरिक्त, सभी पुलिस कर्मियों की डिजिटल अटेंडेंस भी कराई जा रही है। चिकित्सालय, तीन स्पेशलिस्ट डॉक्टर तैनात महाकुंभ में श्रद्धालुओं के साथ साथ जवानों के भी स्वास्थ्य की देखरेख की व्यवस्था की जा रही है। यहां पुलिस लाइन में स्वास्थ्य व्यवस्था के तहत जवानों की देखरेख के लिए चिकित्सालय बनाया गया है। जिसमें बाकायदा तीन स्पेशलिस्ट डॉक्टर तैनात कर दिए गए हैं। हर 10 दिन पर जवानों के स्वास्थ्य की जांच करने के लिए शिविर भी लगाए जा रहे हैं। इसके साथ ही साथ इस अस्पताल में जरूरी जांच की भी सुविधा उपलब्ध रहेगी। वहीं, महाकुम्भ नगर के सेंट्रल हॉस्पिटल में भी यहां के सुरक्षा कर्मियों की जांच और उपचार की पूरी व्यवस्था की गई है। महिला पुलिस कर्मियों की अलग व्यवस्था महिलाओं के लिए भी अलग से व्यवस्था की गई है। पुलिस लाइन में अलग से महिला पुलिस कॉलोनी बसाई गई है, जिसमें 400 महिला सुरक्षा कर्मियों को रोक गया है। इनके लिए मेस और कैंटीन की अलग से व्यवस्था है।

महाकुंभ के लिए 70 जिलों की फोर्स पहुंची
महाकुंभ 2023 की तैयारियों में तेज़ी आई है, जिसके तहत 70 जिलों की पुलिस फोर्स मौके पर पहुंच चुकी है। यह आयोजन भारतीय संस्कृति का एक अहम हिस्सा है, जिसमें लाखों आस्थावान लोग स्नान और अनुष्ठान के लिए आते हैं। सुरक्षा को सुनिश्चित करने के उद्देश्य से, पुलिस विभाग ने आठ घंटे की शिफ्ट में काम करने का निर्णय लिया है।
सुरक्षा व्यवस्था का विस्तृत खाका
इस महाकुंभ के दौरान, सुरक्षा व्यवस्था को सुनिश्चित करने के लिए विभिन्न कदम उठाए गए हैं। फोर्स की तैनाती के साथ-साथ, सभी अधिकारियों की डिजिटल अटेंडेंस भी ली जाएगी ताकि हर कर्मी की उपस्थिति सुनिश्चित हो सके।
एसपी और प्रशासनिक अधिकारियों की टीम द्वारा मेला क्षेत्र में रोजाना जांच की जाएगी। इससे यह सुनिश्चित होगा कि सभी जगह सुरक्षा व्यवस्था सही ढंग से काम कर रही है।
रहने और खाने के इंतजाम
प्रशासन ने महाकुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए रहने और खाने के इंतजाम का पूरा ध्यान रखा है। स्थानीय होटल और धर्मशालाएं श्रद्धालुओं की सेवा में तत्पर रहेंगी। साथ ही, स्वास्थ्य सेवाओं की उपलब्धता भी सुनिश्चित की जाएगी ताकि किसी भी आपात स्थिति का तुरंत समाधान किया जा सके।
समारोह का महत्व
महाकुंभ, जो हर तीन साल में एक बार होता है, भारतीय संस्कृति में एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है। यहां दर्जनों पवित्र नदियों के तट पर मिलन होता है और यह धार्मिक जागरूकता का एक बड़ा केंद्र है। यह आयोजन न केवल आध्यात्मिक अपितु सांस्कृतिक अस्तित्व को भी दर्शाता है।
इस वर्ष, महाकुंभ की महत्ता को देखते हुए, प्रशासन ने कई विशेष योजनाओं की घोषणा की है। सुरक्षा के साथ-साथ, यहाँ आने वाले श्रद्धालुओं के लिए सभी मूलभूत सुविधाएं सुनिश्चित करना भी प्रशासन की प्राथमिकता है।
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