राज्यपाल आनंदीबेन पटेल पहुंचीं कोतवालेश्वर महादेव मंदिर और चौक कोतवाली:प्राचीन चांदी स्वरूप शिवलिंग की पूजा-अर्चना की, महिला हेल्प डेस्क पर पुलिस कर्मियों से बातचीत की, पूछा ये कब बनी है
लखनऊ के ऐतिहासिक चौक क्षेत्र में शनिवार को एक विशेष दृश्य नजर आया। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने यहां स्थित प्राचीन कोतवालेश्वर महादेव मंदिर में विधिवत पूजा-अर्चना की। उन्होंने मंदिर में स्थापित प्रचंड शिवलिंग के साथ-साथ उस चांदी के शिव स्वरूप की भी पूजा की, जिसे श्रावण मास के अंतिम सोमवार को नगर भ्रमण के लिए निकाला जाता है। इस दौरान उन्होंने हनुमान जी के चरणों में शीश नवाकर प्रदेशवासियों के लिए सुख, शांति और समृद्धि की कामना की। मंदिर की महत्ता पर मिली जानकारी, महाकाल जैसी पूजा-पाठ मंदिर के महंत विशाल गौड़ ने राज्यपाल को मंदिर के ऐतिहासिक और आध्यात्मिक महत्व से अवगत कराया। उन्होंने बताया कि मंदिर में दो शिवलिंग हैं, जिनमें से एक की स्थापना वर्ष 1905 में हुई थी। खास बात यह है कि यहां की पूजा-पद्धति उज्जैन के महाकाल मंदिर की दिनचर्या के अनुरूप होती है, जिससे इसकी आध्यात्मिक गरिमा और भी बढ़ जाती है। मंदिर परिसर में स्थित ढाई सौ साल पुराना पीपल का वृक्ष भी श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र है। 20 मिनट तक कोतवाली में रुककर देखे दस्तावेज, तनाव में दिखे पुलिसकर्मी मंदिर दर्शन के बाद राज्यपाल पहुंचीं लखनऊ की ऐतिहासिक चौक कोतवाली। यहां उन्होंने महिला रजिस्टर, जीडी रजिस्टर और कोतवाली भवन की संरचना से जुड़े दस्तावेजों का निरीक्षण किया। करीब 20 मिनट तक वे वहां मौजूद रहीं और पुलिस कर्मियों से व्यवस्थाओं, तकनीकी संसाधनों और कार्यप्रणाली को लेकर विस्तार से बातचीत की। तनाव में दिखे पुलिसकर्मियों को बुलाकर पूछा हाल राज्यपाल की नजर वहां खड़े कुछ पुलिसकर्मियों पर पड़ी जिनके चेहरे पर तनाव साफ नजर आ रहा था। उन्होंने उन्हें पास बुलाया और पूछा कि ड्यूटी में क्या दिक्कतें आती हैं, कौन-कौन सी सुविधाएं मिल रही हैं, और किस तरह की तकनीक उनके काम में मदद कर रही है। इस दौरान राज्यपाल का संवेदनशील और मानवीय पक्ष सामने आया, जिसने वहां मौजूद पुलिस बल को भावुक कर दिया।

राज्यपाल आनंदीबेन पटेल पहुंचीं कोतवालेश्वर महादेव मंदिर और चौक कोतवाली
राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने हाल ही में कोतवालेश्वर महादेव मंदिर का दौरा किया। इस समर्पित यात्रा का मुख्य उद्देश्य प्राचीन चांदी स्वरूप शिवलिंग की पूजा-अर्चना करना था। उन्होंने मंदिर परिसर में जाकर स्थानीय भक्तों से भी बातचीत की और धार्मिक अनुष्ठानों का हिस्सा बनीं। इस दौरान राज्यपाल ने विख्यात कोतवालेश्वर महादेव की महिमा के बारे में जानकारी प्राप्त की और अपनी भावनाएं साझा कीं।
महिला हेल्प डेस्क पर पुलिस कर्मियों से बातचीत
राज्यपाल ने परिसर में स्थापित महिला हेल्प डेस्क का भी निरीक्षण किया, जहां उन्होंने पुलिस कर्मियों से बातचीत की। इस बातचीत के दौरान उन्होंने महिलाओं की सुरक्षा और कल्याण से संबंधित मुद्दों पर चर्चा की। उन्होंने उनसे पूछा कि यह हेल्प डेस्क कब स्थापित की गई थी और इस सेवा के प्रभाव के बारे में भी जानकारी ली। राज्यपाल का यह कदम महिला सशक्तीकरण और सुरक्षा को लेकर सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
कोतवालेश्वर महादेव मंदिर का महत्व
कोतवालेश्वर महादेव मंदिर ऐतिहासिक और धार्मिक महत्त्व का केंद्र है, जहां श्रद्धालु दूर-दूर से आते हैं। माना जाता है कि यहां की पूजा से भक्ति और शक्ति का संचार होता है। मंदिर के प्राचीन चांदी स्वरूप शिवलिंग की विशेष पूजा करने से भक्तों को अद्भुत मानसिक शांति प्राप्त होती है।
राज्यपाल आनंदीबेन पटेल का यह दौरा केवल धार्मिक उद्देश्य से ही नहीं, बल्कि स्थानीय प्रशासन और पुलिस सेवाओं के प्रति जागरूकता बढ़ाने का भी प्रयास है। ऐसे कार्यक्रम समाज में बेहतर सहयोग और सुरक्षा की भावना को प्रोत्साहित करते हैं।
इस यात्रा के माध्यम से राज्यपाल ने स्थानीय लोगों को यह संदेश दिया है कि सरकार उनकी सुरक्षा और सुख-समृद्धि के प्रति गंभीर है।
इस प्रकार, राज्यपाल की यह यात्रा न केवल एक धार्मिक अनुष्ठान के रूप में महत्वपूर्ण है, बल्कि समाजिक सशक्तीकरण और सुरक्षा की दिशा में एक सकारात्मक कदम भी है।
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