रायबरेली में संत समागम:भजन संध्या का आयोजन; साधु-संतों का किया गया सम्मान

महाकुंभ 2025 की तैयारियों के तहत राणा बेनी माधव बक्श सिंह स्मारक समिति ने बुधवार को संत समागम और कुंभ के स्वर कार्यक्रम का आयोजन किया। होटल प्लीसेंट व्यू में आयोजित इस कार्यक्रम में स्थानीय संतों का सम्मान किया गया और उनका आशीर्वाद प्राप्त किया गया। कार्यक्रम में सनातन धर्म पीठ बड़ा मठ के महामंडलेश्वर स्वामी देवेंद्रानन्द गिरि ने कहा कि कुंभ हमारे जीवन में विविध आयामों को जागृत करता है और हमें देवताओं से जोड़ने का कार्य करता है। भजन संध्या में डॉ. सोमा घोष ने कुंभ पर विशेष गीत प्रस्तुत कर श्रद्धालुओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। दैवी सम्पद मण्डल आश्रम के स्वामी ज्योतिर्मयानन्द सरस्वती ने सनातन धर्म की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि यह धर्म केवल मानव के लिए नहीं, बल्कि सभी प्राणियों के कल्याण के लिए है। उन्होंने चिंता व्यक्त की कि वर्तमान समय में लोग वैचारिक रूप से संकीर्ण होते जा रहे हैं। ‘सर्वे भवन्तु सुखिनः’ की प्रेरणा परमात्म बोध आश्रम के महराज दण्डी स्वामी ने कहा कि कुंभ का सौभाग्य केवल हमारे देश को मिला है। यह हर 12 वर्षों में आयोजित होता है और हमें इस अवसर पर अपनी जिंदगी में सुधार के लिए प्रेरणा लेनी चाहिए। संत समागम में जिले के प्रमुख संतों का सम्मान किया गया। बालेश्वर मंदिर के झिलमिल महराज, गंगापुर कुटी राम जानकी आश्रम के महाराज राम वचन दास जी, बबुरिहा आश्रम के लक्ष्मण दास महाराज, गौरा आश्रम के स्वामी विजय राव दास जी सहित अन्य संतों को सम्मानित कर उनका आशीर्वाद लिया गया। पुजारियों और प्रशासनिक अधिकारियों का सम्मान शहर के प्रमुख मंदिरों के पुजारी और प्रशासनिक अधिकारियों का भी सम्मान किया गया। जेल अधीक्षक अमन कुमार सिंह और जेलर हिमांशु रौतेला को संतों द्वारा सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में स्मारक समिति के संरक्षक इंद्रेश विक्रम सिंह, राजा राकेश प्रताप सिंह, अशोक सिंह रामपुरी समेत कई विशिष्ट अतिथि उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन सूरज शुक्ला ने किया।

Jan 10, 2025 - 11:35
 59  501824
रायबरेली में संत समागम:भजन संध्या का आयोजन; साधु-संतों का किया गया सम्मान
महाकुंभ 2025 की तैयारियों के तहत राणा बेनी माधव बक्श सिंह स्मारक समिति ने बुधवार को संत समागम और कुं

रायबरेली में संत समागम: भजन संध्या का आयोजन; साधु-संतों का किया गया सम्मान

रायबरेली में हाल ही में एक दिव्य संत समागम आयोजित किया गया, जिसमें भजन संध्या के माध्यम से श्रद्धालुओं ने साधु-संतों का भव्य सम्मान किया। इस आयोजन का उद्देश्य धार्मिक और सामाजिक एकता को बढ़ावा देना था। इस भजन संध्या में कई मशहूर भजन गायक उपस्थित रहे, जिन्होंने अपनी मधुर आवाज में भजनों का सेवन किया। यह कार्यक्रम न केवल धार्मिक भावना को उजागर करता है, बल्कि समाज के विभिन्न वर्गों को एक मंच पर लाने का भी कार्य करता है।

भजन संध्या का महत्व

भजन संध्या केवल एक धार्मिक कार्यक्रम नहीं है, बल्कि यह समाज में आध्यात्मिकता का संचार करने का एक माध्यम है। इसमें साधु-संतों की उपस्थिति ने इसे और भी खास बना दिया। श्रद्धालुओं ने अपने अपने तरीके से संतों का स्वागत किया और उनके चरणों में प्रणाम किया। इस प्रकार के आयोजन समाज में व्यापक प्रभाव डालते हैं और सभी को एक साथ लाते हैं।

साधु-संतों का सम्मान

इस आयोजन में साधु-संतों का सम्मान विशेष महत्व रखता था। उन्हें परंपरागत तरीके से पूजा गया और उनके योगदान को सराहा गया। लोगों ने उन्हें फूल मालाओं से सजाया तथा उपहार देकर उनका आभार व्यक्त किया। संतों के प्रति इस श्रद्धा और सम्मान ने कार्यक्रम की गरिमा को और भी बढ़ा दिया।

समाजिक एकता और सहिष्णुता का संदेश

इस भजन संध्या के माध्यम से सामाजिक एकता और सहिष्णुता का एक महत्वपूर्ण संदेश दिया गया। आयोजकों ने लोगों को एक साथ आने और एक-दूसरे का सम्मान करने की प्रेरणा दी, ताकि समाज में harmony और peace बना रहे। इस तरह के आयोजन हमारे समाज को सकारात्मक दिशा में आगे बढ़ाने का कार्य करते हैं।

समाज में इस तरह के धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का होना आवश्यक है। यह न केवल धार्मिकता को बढ़ावा देता है बल्कि आपसी संबंधों को भी मजबूत करता है।

इस कार्यक्रम से संबंधित अधिक अपडेट के लिए, कृपया indiatwoday.com पर जाएं। Keywords: रायबरेली संत समागम, भजन संध्या रायबरेली, साधु-संतों का सम्मान, धार्मिक समारोह रायबरेली, सामाजिक एकता कार्यक्रम, भजन संध्या महत्व, साधु संत सम्मान समारोह, रायबरेली धार्मिक आयोजन, समाज में सहिष्णुता, साधु-संत सम्मान समारोह.

What's Your Reaction?

like

dislike

love

funny

angry

sad

wow