रेत पर टीम इंडिया को गुडलक मैसेज:चैंपियंस ट्रॉफी में भारत की जीत के लिए मंदिरों में हवन-पुजन;फैंस बोले-25 साल का बदला पूरा होगा
भारत और न्यूजीलैंड के बीच चैंपियंस ट्रॉफी का फाइनल दुबई के इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में खेला जाना है। भारत और न्यूजीलैंड टूर्नामेंट के फाइनल में 25 साल बाद आपस में भीड़ रही है। साल 2000 में खेले गए फाइनल में भारत को हार का सामना करना पड़ा था। आज भारत अपना बदला ले सके और फाइनल में न्यूजीलैंड को हरा कर तीसरी बार चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब नाम करे, इसके लिए देश भर में पूजा अर्चना की जा रही है। बनारस में जहां शिव मंदिर में शिवलिंग पर दूध चढ़ाया गया, वहीं कानपुर में राधा माधव मंदिर में हवन किया गया। सैंड आर्टिस्ट सुदर्शन पटनायक ने पुरी में समुद्र के किनारे रेत से टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा का ट्रॉफी के साथ मूर्ति बनाकर टीम इंडिया को शुभकामना दी। ____________________________ स्पोर्ट्स की यह खबर भी पढ़ें... भारत Vs न्यूजीलैंड फाइनल के 22 खिलाड़ियों का फेसऑफ:चैंपियंस ट्रॉफी में कोहली भारत के टॉप स्कोरर; बॉलर्स के नाम 4 मैच में 37 विकेट भारत-न्यूजीलैंड के बीच चैंपियंस ट्रॉफी का फाइनल मुकाबला रविवार को दुबई इंटरनेशनल स्टेडियम में खेला जाएगा। दोनों टीमें 25 साल बाद इस टूर्नामेंट के खिताबी मुकाबले में आमने-सामने होंगी। पूरी खबर

रेत पर टीम इंडिया को गुडलक मैसेज: चैंपियंस ट्रॉफी में भारत की जीत के लिए मंदिरों में हवन-पुजन
भारत में क्रिकेट सिर्फ एक खेल नहीं, बल्कि एक धर्म की तरह है। जब टीम इंडिया चैंपियंस ट्रॉफी के लिए मैदान में उतरती है, तो न केवल खिलाड़ी बल्कि फैंस भी उन्हें आशीर्वाद देने के लिए मंदिरों में जाते हैं। हाल ही में, कुछ भक्तों ने टीम इंडिया के लिए विशेष हवन-पुजन आयोजित किया, ताकि भारतीय टीम की जीत सुनिश्चित हो सके। इस पूजा के दौरान भक्तों ने कहा कि यह जीत 25 साल का बदला पूरा करने का एक अवसर होगा।
मंदिरों में हवन-पुजन का महत्व
मंदिरों में हवन-पुजन करने की परंपरा सदियों पुरानी है और इसे विशेष रूप से शुभ अवसरों पर किया जाता है। भक्त मानते हैं कि सुनहरे भविष्य और विजय के लिए आस्था और विश्वास का होना आवश्यक है। इस बार, भारतीय क्रिकेट टीम को समर्थन देने के लिए आयोजित हवन-पुजन के आयोजन ने हर किसी का ध्यान खींचा।
फैंस का उत्साह
भारत के क्रिकेट फैंस हमेशा से अपने खिलाड़ियों के प्रति बेहद भावुक रहे हैं। उन्हें विश्वास है कि यह चैंपियंस ट्रॉफी भारत के लिए फायदेमंद होगी। फैंस ने सोशल मीडिया पर अपने जज्बात साझा करते हुए कहा, "आखिरकार, 25 साल का बदला पूरा होगा।" यह वाक्य केवल एक उम्मीद नहीं, बल्कि एक सामूहिक भावना है जो हर भारतीय के दिल में बसी है।
25 साल का इंतज़ार
1998 में, भारत ने चैंपियंस ट्रॉफी जीती थी, और तब से फैंस जीत का इंतजार कर रहे हैं। इस बार टीम इंडिया के पास एक मजबूत दावेदार है, और फैंस की उम्मीदें आसमान छू रही हैं। हवन-पुजन और आशीर्वाद ने सभी को विश्वास दिलाया है कि जीत निश्चित है।
भारत की क्रिकेट परंपरा को मजबूत करने के लिए यह आवश्यक है कि हर कोई मिलकर टीम का समर्थन करे। इस तरह की सकारात्मकता और ऊर्जा निश्चित रूप से टीम की परफॉर्मेंस को प्रभावित करेगी।
खेल जगत में इस तरह की घटनाएं चर्चा का विषय बन जाती हैं। इसलिए, सभी फैंस को चाहिए कि वे अपने क्रिकेट खिलाड़ियों को लगातार समर्थन दें और उनकी सफलता के लिए प्रार्थना करें।
News by indiatwoday.com Keywords: टीम इंडिया चैंपियंस ट्रॉफी, भारत की जीत के लिए हवन-पुजन, क्रिकेट फैंस की भावना, 25 साल का बदला, मंदिरों में प्रार्थना, भारतीय क्रिकेट इतिहास, क्रिकेट में आस्था, क्रिकेट का धर्म, दुआ की परंपरा
What's Your Reaction?






