वृद्धा पेंशन के पैसे बने बुजुर्ग दादा-दादी के लिए जानलेवा:मिर्जापुर में नशेड़ी किशोर ने कुल्हाड़ी से कर दी थी हत्या, खुद भी जख्मी
मिर्जापुर में वृद्धावस्था पेंशन का पैसा ही बुजुर्ग दंपति के लिए काल बन गया। दरअसल नशे की लत को पूरा करने के लिए वृद्धावस्था के पेंशन की पैसों की मांग कर रहे नशेड़ी पौत्र ने पैसे देने से इनकार करने पर अपने दादा-दादी को कुल्हाड़ी से ताबड़तोड़ वार करते हुए मौत के घाट उतार दिया था। आइए जानते हैं पूरा मामला... मिर्जापुर के राजगढ़ थानांतर्गत तालर गांव में शुक्रवार शाम नशे की लत के चलते 14 साल के पौत्र ने अपने ही दादा-दादी की बेरहमी से हत्या कर दी। वृद्धावस्था पेंशन से रुपए न देने पर आरोपी किशोर ने गुस्से में आकर दोनों पर कुल्हाड़ी से हमला कर मौत के घाट उतार दिया था। नशे की मांग पूरी न होने पर किया हमला शनिवार को सुबह दादी हीरा देवी ने पौत्र छोटू को नशे के लिए रुपये देने से इंकार कर दिया। इससे नाराज होकर छोटू ने दादी पर कुल्हाड़ी से हमला कर दिया। दादी की चीख सुनकर 85 वर्षीय दादा पीतांबर कोल मौके पर पहुंचे, लेकिन छोटू ने उन पर भी हमला कर दिया। शोर सुनकर पहुंचे ग्रामीण, पुलिस को दी जानकारी दोनों की हत्या के बाद छोटू शवों के पास ही बैठा रहा। शोरगुल सुनकर आसपास के लोग पहुंचे और पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर आरोपी को हिरासत में लिया। छोटू ने खुद को भी धारदार हथियार से घायल कर लिया था, जिसे सोनभद्र के अस्पताल में भर्ती कराया गया है। नशे की लत से बर्बाद हुआ परिवार आरोपी किशोर के पिता नरसिंह कोल ने बताया कि छोटू को दो महीने से गांजा पीने की लत लग गई थी। नशा न मिलने पर वह मानसिक रूप से अस्वस्थ हो जाता था। घटना के दिन भी नशा न मिलने से उसकी हालत बिगड़ गई थी। पुलिस ने की जांच, आरोपी मानसिक रूप से अस्वस्थ एसपी अभिनंदन ने बताया कि डबल मर्डर की सूचना मिलते ही फील्ड यूनिट और डॉग स्क्वॉड के साथ जांच की गई। आरोपी किशोर मानसिक रूप से अस्वस्थ है और उसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने तहरीर लेकर मामले की जांच शुरू कर दी है।

वृद्धा पेंशन के पैसे बने बुजुर्ग दादा-दादी के लिए जानलेवा
News by indiatwoday.com
मिर्जापुर में दिल दहला देने वाली घटना
हाल ही में मिर्जापुर से एक भयानक खबर आई है, जिसमें एक नशेड़ी किशोर ने अपने दादा-दादी का हत्या करने की खतरनाक घटना को अंजाम दिया। यह मामला वृद्धा पेंशन के पैसे से जुड़ा हुआ है, जिसने पारिवारिक संबंधों को नकारात्मक रूप से प्रभावित किया है। यह जानलेवा मुठभेड़ न केवल बुजुर्गों के लिए हानिकारक साबित हुई, बल्कि इस घटना ने समाज की सुरक्षा पर भी सवाल उठाया है।
घटनाचक्र का विश्लेषण
वृद्धा पेंशन पैसे को लेकर किशोर और उसके दादा-दादी के बीच संघर्ष हुआ। मुख्य रूप से, किशोर ने पैसे मांगने की कोशिश की, लेकिन जब बुजुर्गों ने पैसे देने से इनकार किया, तो उसने कुल्हाड़ी से उन पर हमला कर दिया। इस क्रूरता ने पूरे इलाके को चौंका दिया। यह केवल एक व्यक्तिगत विवाद नहीं था, बल्कि यह नशे की लत और उसके असर को भी दर्शाता है।
समाज और पुलिस की प्रतिक्रिया
युवक के इस घिनौने कृत्य के बाद स्थानीय पुलिस ने तुरंत एक जांच शुरू की। समाज के विभिन्न पहलुओं ने इस अत्याचार की कड़े शब्दों में निंदा की। बुजुर्गों की सुरक्षा और उनके अधिकारों की रक्षा के लिए सख्त कदम उठाने की मांग की जा रही है। इसके साथ ही, नशे के खिलाफ जागरूकता फैलाने की भी आवश्यकता है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।
सुरक्षा के उपाय
इस प्रकार की घटनाओं से बचने के लिए कई सुरक्षा उपाय अपनाए जा सकते हैं। बुजुर्गों के लिए सामाजिक सुरक्षा, नशामुक्ति केंद्रों में वृद्धि, और समुदाय के सदस्यों के बीच जागरूकता फैलाने की जरूरत है। इस तरह की घटनाओं में कमी लाने के लिए सामूहिक प्रयास बेहद महत्वपूर्ण हैं।
निष्कर्ष
मिर्जापुर में वृद्धा पेंशन के पैसे के लिए हुई इस जानलेवा घटना ने न केवल दादा-दादी के जीवन को प्रभावित किया, बल्कि समाज के समक्ष एक गंभीर मुद्दा भी रखा है। हमें इस प्रकार की हिंसा के खिलाफ एकजुट होकर खड़ा होना होगा और इसके प्रभावी समाधान हेतु ठोस कदम उठाने होंगे।
फिर से, सचेत रहिए, और याद रखिए कि बुजुर्ग हमारे समाज के महत्वपूर्ण स्तंभ हैं, और उनकी सुरक्षा हम सभी की जिम्मेदारी है।
For more updates, visit indiatwoday.com. Keywords: वृद्धा पेंशन हत्या, मिर्जापुर दादा दादी मामला, नशेड़ी किशोर समस्या, बुजुर्गों की सुरक्षा, मिर्जापुर हिंसा, वृद्धों के लिए नशामुक्ति, समाजिक सुरक्षा योजनाएं, बुजुर्गों का सम्मान, भारत में नशा, दादा दादी की देखभाल.
What's Your Reaction?






