व्हाइट हाउस ने अप्रवासियों का VIDEO पोस्ट किया:जंजीर-बेड़ियों से बांधकर लोगों को प्लेन में चढ़ाया; लिखा- इसे देखना सुकूनभरा अनुभव
अमेरिका के राष्ट्रपति कार्यालय व्हाइट हाउस ने मंगलवार को X पर एक वीडियो पोस्ट किया है। 41 सेकेंड के इस वीडियो में दिखाया गया है कि कैसे अवैध अप्रवासियों को जंजीरों-बेड़ियों में जकड़कर प्लेन में चढ़ाया गया। वीडियो में दिखता है कि एयरपोर्ट पर सुरक्षाकर्मी एक-एक कर जमीन पर हथकड़ियां और बेड़िया रख रहे हैं। फिर लोग आते हैं और उन्हें हाथ-पैरों और कमर में बेड़ियों और जंजीरों में बांधा जाता है। वीडियो के आखिर में लोगों को प्लेन में चढ़ते दिखाया गया है। व्हाइट हाउस ने इस वीडियो का कैप्शन दिया है- ASMR: इलीगल एलियन डिपोर्टेशन फ्लाइट। ये कैप्शन एक तरह से अमेरिका से निकाले गए लोगों का मजाक उड़ाने जैसा है क्योंकि ASMR वो आवाजें हैं जो तनाव कम करती हैं, सुकून देती हैं और दिमाग को रिलैक्स करती हैं। अमेरिका ने भारतीय अप्रवासियों को बेड़ियां-हथकड़ियां पहनाकर भेजा बीते दिनों अमेरिका ने तीन मिलिट्री फ्लाइट से 332 भारतीयों को वापस भेजा। पहली फ्लाइट 5 फरवरी को लैंड हुई थी। इसमें सभी लोगों को हथकड़ियां-बेड़ियां और जंजीर पहनाकर लाया गया था। इसे लेकर देश में हंगामा हुआ। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि वे सुनिश्चित करेंगे कि लोगों के साथ ऐसा व्यवहार न किया जाए। इस के बाद 15 और 16 फरवरी को दो और फ्लाइट में लोगों को लाया गया। इसमें महिलाओं और बच्चों को छोड़कर पुरुषों को पहले की ही तरह लाया गया। ये खबरें भी पढ़ें... भारतीयों के हाथ-पैर चेन से बांधकर प्लेन में चढ़ाया, VIDEO:वॉशरूम में निगरानी, खाने के लिए भी हाथ नहीं खोले; 40 घंटे इसी हाल में रहे अमेरिका से डिपोर्ट किए गए 104 भारतीयों को लेकर US मिलिट्री का C-17 प्लेन 5 फरवरी को पंजाब के अमृतसर एयरपोर्ट पर उतरा। इन लोगों के पैर में चेन बांधी गई थी, जबकि हाथ भी बेड़ियों में जकड़े हुए थे। अमेरिकी बॉर्डर पेट्रोल चीफ माइकल बैंक ने अपने X हैंडल पर इसका वीडियो शेयर किया है। इस वीडियो में भारतीयों के हाथों और पैरों में बेड़ियां साफ देखी जा सकती हैं। पूरी खबर यहां पढ़ें... अमेरिका से डिपोर्ट सिख, जो नंगे सिर दिखा:बोला- अमेरिकी सैनिकों ने पगड़ी कूड़ेदान में फेंकी, सिर्फ पानी पिया ताकि टॉयलेट तक न जाना पड़े 16 फरवरी को अमेरिका से डिपोर्ट हुए मंदीप सिंह को बाकी भारतीयों के साथ डिपोर्ट किया गया तो हाथ-पैरों में हथकड़ी और बेड़ियां डाल दी गईं। खाने को सिर्फ सेब, चिप्स और फ्रूटी दी गई। मंदीप सिंह ने 30 घंटे लंबे सफर के दौरान इस डर के चलते कुछ भी नहीं खाया कि क्या पता अमेरिकी सैनिक कहीं बाथरूम तक न जाने दें? या फिर बाथरूम में पानी तक न हो। पूरी खबर यहां पढ़ें...

व्हाइट हाउस ने अप्रवासियों का VIDEO पोस्ट किया:जंजीर-बेड़ियों से बांधकर लोगों को प्लेन में चढ़ाया; लिखा- इसे देखना सुकूनभरा अनुभव
हाल ही में, व्हाइट हाउस ने एक विवादास्पद वीडियो सोशल मीडिया पर साझा किया है, जिसमें अप्रवासियों को जंजीर-बेड़ियों के साथ एक विमान में चढ़ते हुए दिखाया गया है। इस वीडियो के साथ जो टिप्पणी की गई है, वह कई लोगों के लिए चौंकाने वाली और तनावपूर्ण रही है। इसमें लिखा गया है कि इसे देखना “सुकूनभरा अनुभव” है, जो इस स्थिति की गंभीरता को बेकार करता है।
वीडियो का संदर्भ और प्रभाव
इस वीडियो का उद्देश्य स्पष्ट नहीं है, लेकिन इसे साझा करने से विवाद खड़ा हो गया है। कुछ लोगों का कहना है कि यह अप्रवासियों के प्रति असंवेदनशीलता और दुर्व्यवहार को दर्शाता है। वहीं, कुछ अन्य इसे कानून प्रवर्तन के रास्ते में एक समुचित उपाय मानते हैं। यह घटना इस बात का भविष्यवाणी करती है कि कैसे मीडिया और सरकार आप्रवासन के मुद्दों को प्रस्तुत करते हैं।
आप्रवासी समुदाय की प्रतिक्रिया
वीडियो को देखकर कई मानवाधिकार कार्यकर्ताओं ने इसकी निंदा की है। उनका कहना है कि इसे ‘सुकूनभरा’ समझाना अप्रवासियों की वास्तविकता और कठिनाइयों का मजाक उड़ाना है। उन्होंने सरकार से इस तरह की कार्रवाई के लिए जवाबदेही मांगने का भी आग्रह किया है।
अमेरिकी राजनीति में असर
अप्रवासन का विषय हमेशा से अमेरिकी राजनीति का एक नाजुक मुद्दा रहा है। इस वीडियो ने फिर से इस विषय पर बहस को तेज कर दिया है। विशेषज्ञों का मानना है कि यह नीति मुद्दों के संबंध में चुनावी रणनीतियों को प्रभावित कर सकता है।
इस स्थिति को लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति और उनकी प्रशासन की प्रतिक्रिया आना बाकी है, लेकिन यह निश्चित है कि आने वाले दिनों में इस विषय पर और अधिक चर्चा होगी।
निष्कर्ष
व्हाइट हाउस द्वारा साझा किया गया यह वीडियो एक महत्वपूर्ण वैश्विक मुद्दे को रोशनी में लाता है। यह समाज में संवाद और बहस को प्रोत्साहित करने के लिए एक अवसर हो सकता है, जिससे अप्रवासी समुदायों की स्थिति पर नई दृष्टि विकसित हो सके।
इस प्रकार की घटनाएं मानवीय दृष्टिकोण और नीतिगत प्रोसेस दोनों के लिए महत्वपूर्ण होती हैं। यह जरूरी है कि हम ऐसे वीडियो पर संवाद करें और सुनिश्चित करें कि समाज में मानवाधिकारों का सम्मान किया जाए।
संबंधित जानकारियों के लिए, कृपया indiatwoday.com पर जाएं। Keywords: व्हाइट हाउस वीडियो, अप्रवासी जंजीर, बेड़ियों से बांधकर प्लेन, सुकूनभरा अनुभव, मानवाधिकार, अप्रवासियों की स्थिति, अमेरिकी राजनीति, वीडियो विवाद, अप्रवासी समुदाय, व्हाइट हाउस नीति
What's Your Reaction?






