सिग्नल विभाग के स्टोर में लगी आग:महंगी केबल समेत कई महत्वपूर्ण उपकरण जले, लाखों का नुकसान
प्रतापगढ़ जंक्शन स्थित बेल्हा देवी धाम के पास सिग्नल विभाग के स्टोर में रविवार को संदिग्ध परिस्थितियों में भीषण आग लग गई। आग में महंगी केबल समेत कई महत्वपूर्ण उपकरण जलकर राख हो गए। प्रारंभिक अनुमान के अनुसार, रेलवे को इस घटना में लाखों रुपए का नुकसान हुआ है। रनिंग रूम से निकल रहे गार्डों ने जब स्टोर से धुआं निकलते देखा, तो तुरंत स्टेशन अधीक्षक एस.के. यादव को सूचित किया। फायर ब्रिगेड की टीम को बुलाया गया, जिन्होंने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया।घटना की जांच में कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं। विवादास्पद रूप से, सिग्नल विभाग टेलीफोन विभाग के आवास को स्टोर के रूप में इस्तेमाल कर रहा था। एसएसई सिग्नल एस.पी. पांडेय के अनुसार, स्टोर टेलीकॉम के एसएसई का था, जबकि पूर्व एसएसई शशिकांत का कहना है कि आवास उनके नाम नहीं था। स्थानीय लोगों का आरोप है कि यह घटना किसी बड़े गोलमाल को छिपाने के लिए की गई हो सकती है। हालांकि, आरपीएफ मामले की जांच कर रही है और शॉर्ट सर्किट की संभावना भी जताई जा रही है। स्टोर के रखरखाव में गंभीर लापरवाही बरती गई, क्योंकि पुरानी केबल्स को हटाने के लिए पहले भी आईओडब्ल्यू को सूचित किया गया था, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई।

घटना का विवरण
हाल ही में, सिग्नल विभाग के स्टोर में अचानक आग लग गई, जिससे भारी नुकसान देखने को मिला। आग लगने के कारण महंगी केबलों और कई महत्वपूर्ण उपकरणों को काफी नुकसान हुआ है। प्रारम्भिक रिपोर्ट्स के अनुसार, आग पर काबू पाने के लिए फायर ब्रिगेड को बुलाना पड़ा, लेकिन तब तक नुकसान काफी बढ़ चुका था।
नुकसान का आकलन
प्रभावित स्टोर में रखे उपकरणों और सामग्री की कुल बर्बादी लाखों रुपये में आंकी जा रही है। महंगी केबलों और अन्य महत्वपूर्ण उपकरणों की कीमत को देखते हुए यह नुकसान विभाग के लिए एक बड़ा झटका है। आग लगने के असल कारणों का अभी तक पता नहीं चल पाया है। इस घटना ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं, विशेष रूप से सुरक्षा मानकों को लेकर।
प्रभावित संचालन
इस आग का असर सिग्नल विभाग की संचालन पर भी पड़ा है। कई प्रक्रियाएं बाधित हो गई हैं जिसके परिणामस्वरूप काम में देरी होने की संभावना है। विभाग ने इस घटना की गंभीरता को देखते हुए एक समीक्षा बैठक आयोजित करने का निर्णय लिया है।
आग लगने के कारण
कॉम्प्लेक्स में आग लगने के सही कारणों का अभी पता नहीं चल पाया है। हालाँकि, प्रारंभिक जाँच में तकनीकी विस्फोट या बिजली की समस्या को कारण माना जा रहा है। ऐसे कई उपायों पर विचार किया जा रहा है जिससे ऐसी घटनाएँ भविष्य में न हों।
रक्षा और सुरक्षा उपाय
सिग्नल विभाग अब अपनी सुरक्षा प्रक्रियाओं पर पुनर्विचार कर रहा है। इसके अंतर्गत आग से बचाव, उपकरणों की सुरक्षा और संवेदनशील सामग्री के भंडारण के तरीके शामिल हैं। इस घटना ने सभी कर्मचारियों और प्रबंधन को जागरूक किया है कि सुरक्षा की जिम्मेदारी केवल एक व्यक्ति की नहीं, बल्कि सभी की है।
निष्कर्ष
इस आग ने सिग्नल विभाग को गंभीर नुकसान पहुँचाया है और आगे की सुरक्षा प्रक्रियाओं में बदलाव का संकेत दिया है। अग्निशामक और अन्य बचाव दलों के प्रयासों का धन्यवाद किया गया है, लेकिन नुकसान की भरपाई करना अब विभाग की प्राथमिकता बन गई है। Keywords: सिग्नल विभाग, आग लगने की घटना, महत्वपूर्ण उपकरण, महंगी केबल, लाखों का नुकसान, सुरक्षा मानक, तकनीकी विस्फोट, आग से बचाव, उपकरण की सुरक्षा, विभागीय समीक्षा, फायर ब्रिगेड, घटना की जांच, संवेदनशील सामग्री, सुरक्षा उपाय.
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