सैलरी नहीं मिलने पर ओमान से नाव लेकर भागे भारतीय:GPS की मदद से 3000KM का समुद्री सफर तय किया, इंडियन कोस्ट-गार्ड ने पकड़ा

भारतीय तटरक्षक और तटीय सुरक्षा पुलिस (CSP) के अधिकारियों ने कर्नाटक के उडुपी तट से लगभग 15 किमी दूर तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। ये लोग शनिवार को सेंट मैरी आईलैंड के पास ओमान की एक मछली पकड़ने वाली नाव से अवैध रूप से भारतीय जलक्षेत्र में प्रवेश कर गए थे। गिरफ्तार किए गए लोगों की पहचान जेम्स फ्रैंकलिन मोसेस (50), रॉबिनस्टन (50) और डेरोज अल्फांसो (38) के तौर पर हुई। ये सभी सभी तमिलनाडु के रहने वाले हैं। तीनों पर पासपोर्ट एकट 1920 की धारा 3 और भारतीय समुद्री क्षेत्र एक्ट 1981 की धारा 10, 11 और 12 के तहत मामला दर्ज किया गया। ये लोगों सिर्फ एक GPS डिवाइस की मदद से लगभग 3000 किलोमीटर का समुद्री सफर तय करके 23 फरवरी को कारवार तट के रास्ते सेंट मैरी द्वीप पहुंचे। पुलिस को आतंकी एंगल नहीं मिला तटीय सुरक्षा पुलिस के SP मिथुन HN ने इस मामले में किसी भी आतंकी एंगल से इनकार किया है। शुरुआती जांच में पता चला है कि ये सभी ओमान में एक मछली पकड़ने वाली कंपनी में काम कर रहे थे। यहां उन्हें समय पर सैलरी नहीं मिल रही थी और उन्हें परेशान किया जा रहा था। इन लोगों का पासपोर्ट भी जब्त कर लिया गया था। इस वजह से ये लोग नाव के साथ भाग गए ताकि वे अपने घर पहुंच सकें। तीनों को न्यायिक हिरासत में भेजा गया पूछताछ के दौरान आरोपियों ने बताया कि वे 17 फरवरी को दोपहर 3 बजे ओमान के पूर्वी हिस्से में दुकम बंदरगाह से निकले थे। उन्हें 23 फरवरी को शाम करीब 4.30 बजे उडुपी तट से दूर सेंट मैरी आईलैंड के पास से पकड़ा गया। एक लोकल मछुआरे ने इस बारे में CSP को जानकारी दी थी। तीनों को सोमवार को उडुपी की अदालत में पेश किया गया और जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।

Feb 26, 2025 - 18:59
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सैलरी नहीं मिलने पर ओमान से नाव लेकर भागे भारतीय:GPS की मदद से 3000KM का समुद्री सफर तय किया, इंडियन कोस्ट-गार्ड ने पकड़ा
भारतीय तटरक्षक और तटीय सुरक्षा पुलिस (CSP) के अधिकारियों ने कर्नाटक के उडुपी तट से लगभग 15 किमी दूर ती

सैलरी नहीं मिलने पर ओमान से नाव लेकर भागे भारतीय

ओमान में काम कर रहे भारतीय मजदूरों की एक दिलचस्प और जोखिम भरी कहानी हाल ही में सामने आई है। जब उन्हें कई महीनों तक सैलरी नहीं मिली, तो उन्होंने अपनी जिंदगी का सबसे बड़ा फैसला लिया - वे समुद्र के रास्ते स्वदेश लौटने का प्रयास करने लगे। 'News by indiatwoday.com'

3000 किमी का समुद्री सफर

भारतीय श्रमिकों ने ओमान से नाव लेकर अपने देश लौटने का फैसला किया। इस समुद्री सफर की दूरी लगभग 3000 किलोमीटर थी, जिसे उन्होंने जीपीएस की मदद से तय किया। बेशक, यह यात्रा बहुत मुश्किल थी और इसमें कई खतरनाक हालातों का सामना करना पड़ा। उनकी साहसिकता ने इस घटना को और भी रोचक बना दिया।

इंडियन कोस्ट-गार्ड ने किया पकड़

हालांकि, जैसे ही इन श्रमिकों ने भारतीय जल सीमाओं में प्रवेश किया, उन्हें इंडियन कोस्ट-गार्ड द्वारा पकड़ लिया गया। यह सुनिश्चित करने के लिए कि कोई भी बिना जरूरी प्रक्रियाओं के यात्रा न करे, कोस्ट-गार्ड ने उनकी यात्रा की जांच की। भारतीय अधिकारियों ने उनकी सुरक्षा सुनिश्चित की और आगे की प्रक्रिया शुरू की।

क्यों किया यह कदम?

इन श्रमिकों की इस यात्रा के पीछे मुख्य कारण यह था कि उन्हें विगत कई महीनों से सैलरी नहीं मिली। कई मामलों में, विदेशों में काम करने वाले भारतीय श्रमिकों को समय पर वेतन नहीं मिलने की घटना सुनने में आती है। इसका नकारात्मक प्रभाव उनके जीवन पर पड़ता है, और ऐसी मुश्किलों के कारण ही कई श्रमिक कुछ भी करने के लिए मजबूर हो जाते हैं।

निष्कर्ष

यह कहानी इस बात का एक जीवंत उदाहरण है कि कैसे परिस्थितियाँ व्यक्तियों को इतने बड़े कदम उठाने पर मजबूर कर सकती हैं। भारतीय समुद्री यात्रा के इस साहसिक कदम को देखना और समझना दोनों ही आवश्यक हैं। 'News by indiatwoday.com' ने इस मामले में अपराध और कोस्ट-गार्ड के कार्यों के प्रति जागरूकता फैलाने का प्रयास किया है। keywords: सैलरी नहीं मिलने पर भारतीय मजदूर, ओमान से भारत वापसी, समुद्री सफर जीपीएस की मदद से, भारतीय कोस्ट गार्ड कार्रवाई, भारतीय श्रमिकों की कहानी, ओमान से नाव लेकर यात्रा, विदेश में काम करने वाले भारतीय, भारतीय रोजगार समस्याएं, समुद्र यात्रा के खतरे, श्रमिकों के अधिकार और सुरक्षा

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