हिमाचल डिप्टी CM-मंत्री की बंद कमरे में मुलाकात:सियासी गलियारों में अनिरुद्ध को कैबिनेट से ड्रॉप करने और कांग्रेस अध्यक्ष बनाए जाने की चर्चाएं

हिमाचल के डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री और पंचायतीराज मंत्री अनिरुद्ध सिंह के बीच बीती शाम को ऊना के हरोली में मीटिंग हुई। चर्चा की वजह अनिरुद्ध सिंह का शिमला से हेलिकॉप्टर में ऊना पहुंचा है। इस वजह से सियासी गलियारों में चर्चाएं तेज हो गई है। मुकेश के घर पर बंद कमरे में दोनों नेताओं में हुई मीटिंग के अलग अलग मायने निकाले जा रहे हैं। इस मुलाकात को कैबिनेट विस्तार, कांग्रेस के नए अध्यक्ष की ताजपोशी और डिप्टी CM मुकेश की मुख्यमंत्री सुक्खू से नाराजगी से जोड़कर देखा रहा है। सिलसिलेवार पढ़िए इस मुलाकात के क्या मायने निकाले जा रहे हैं? चर्चा है कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू, मंत्री अनिरुद्ध सिंह को मंत्रिमंडल से ड्रॉप करना चाह रहे हैं। इसके लिए उन्होंने अनिरुद्ध सिंह को मना भी लिया है। CM, अनिरुद्ध को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बनाना चाहते हैं। कांग्रेस अध्यक्ष बनाने के लिए मुकेश अग्निहोत्री की सहमति जरूरी है। इसलिए अनिरुद्ध को मुख्यमंत्री सुक्खू ने शिमला से हेलिकॉप्टर में हरोली भेजा। अनिरुद्ध बोले-पर्सनल काम से गया था हरोली में मुकेश और अनिरुद्ध के बीच लंच के बाद एक घंटे तक चर्चा चली। इस दौरान हुई बातचीत को लेकर जब अनिरुद्ध से पूछा गया तो उन्होंने कहा, उनका मुकेश अग्निहोत्री से पर्सनल काम था। इसलिए वह हरोली गए थे। मुकेश भी इस पर अपने पत्ते खोलने को तैयार नहीं है। सीएम की शिकायत की भी चर्चा दूसरी चर्चा यह है कि डिप्टी सीएम मुकेश ने बीते दिनों दिल्ली में कांग्रेस हाईकमान से कुछ बातों को लेकर नाराजगी जाहिर की है। उन्होंने मुख्यमंत्री के काम काज पर आपत्ति जताई हैं और वह नाराज है। इसलिए सीएम ने दूत बनाकर अपने करीबी अनिरुद्ध सिंह को मुकेश के पास संदेश लेकर भेजा है। सच्चाई क्या है, यह मुख्यमंत्री सुक्खू, डिप्टी सीएम मुकेश और मंत्री अनिरुद्ध सिंह की जानते हैं। अनिरुद्ध क्यों ड्रॉप होंगे? कैबिनेट में CM समेत 11 में से अकेले शिमला जिला से 3 मंत्री और शिमला संसदीय क्षेत्र के 5 मंत्री है। इस वजह से मंडी और कांगड़ा संसदीय क्षेत्र को कैबिनेट में उचित नहीं मिल पाई। मंत्रिमंडल में संतुलन बनाने के लिए सीएम शिमला से एक मंत्री को ड्रॉप करना चाहते हैं। अनिरुद्ध सिंह यदि कैबिनेट से ड्रॉप किए गए तो उन्हें प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बनाया जा सकता है, क्योंकि मौजूदा अध्यक्ष प्रतिभा सिंह का तीन साल का कार्यकाल भी इसी महीने पूरा हो रहा है। अनिरुद्ध के ड्रॉप होने से कांगड़ा संसदीय क्षेत्र को एक और मंत्री पद मिल सकता है। कांगड़ा संसदीय क्षेत्र से ये 3 चेहरे चर्चा में कांगड़ा संसदीय क्षेत्र से मंत्री बनने के लिए तीन चेहरे चर्चा में है। मुख्यमंत्री सुक्खू, विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया, संजय रत्न और आशीष बुटेल में से किसी एक को मंत्री बना सकते हैं। कुलदीप पठानिया मंत्री बनाए गए तो संजय रत्न विधानसभा अध्यक्ष बनाए जा सकते हैं। कुल्लू के सुंदर सिंह की भी हो सकती है ताजपोशी कैबिनेट में एक पद अभी भी खाली पड़ा है। इस पर मंडी संसदीय क्षेत्र के कुल्लू से विधायक सुंदर सिंह ठाकुर को मंत्री पद मिल सकता है। सुंदर ठाकुर पहले मुख्य संसदीय सचिव (CPS) बनाए गए थे। मगर हाईकोर्ट द्वारा सीपीएस को असंवैधानिक करार देने के बाद पद से हटाया गया। लिहाज सुंदर सिंह की दावेदारी को मजबूत माना जा रहा है। इन 2 मंत्रियों के भी ड्रॉप होने की चर्चाएं प्रदेश में चर्चा है कि अनिरुद्ध सिंह के अलावा एक-दो मंत्री और भी ड्रॉप किए जा सकते हैं। शिमला संसदीय क्षेत्र से धनीराम शांडिल और कांगड़ा से चंद्र कुमार को भी बदलने की चर्चाएं है। मगर यह फैसला मुख्यमंत्री सुक्खू के लिए आसान होने वाला नहीं है। यदि धनीराम शांडिल को ड्रॉप किया जाता है तो शिमला संसदीय क्षेत्र के अर्की से संजय अवस्थी का मंत्री बनना तय माना जा रहा है। कांगड़ा से चंद्र कुमार ड्रॉप किए गए तो युवा विधायक को कैबिनेट में जगह दी जा सकती है।

Apr 18, 2025 - 13:59
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हिमाचल डिप्टी CM-मंत्री की बंद कमरे में मुलाकात:सियासी गलियारों में अनिरुद्ध को कैबिनेट से ड्रॉप करने और कांग्रेस अध्यक्ष बनाए जाने की चर्चाएं
हिमाचल के डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री और पंचायतीराज मंत्री अनिरुद्ध सिंह के बीच बीती शाम को ऊ

हिमाचल डिप्टी CM-मंत्री की बंद कमरे में मुलाकात

हिमाचल प्रदेश के सियासी गलियारों में हालिया हलचल ने सभी की ध्यान खींची है। मनाली में आयोजित एक बंद कमरे की मीटिंग में डिप्टी मुख्यमंत्री और अन्य प्रमुख मंत्रियों के बीच बातचीत हुई, जिसमें अनिरुद्ध को कैबिनेट से ड्रॉप करने और उन्हें कांग्रेस अध्यक्ष बनाए जाने की संभावनाओं पर चर्चा की गई। यह मुलाकात राजनीतिक ठहराव और संभावित नियुक्तियों के संदर्भ में अत्यंत महत्वपूर्ण मानी जा रही है।

बंद कमरे की मीटिंग का महत्व

यह मीटिंग न केवल मंत्रियों के बीच आपसी बातचीत का एक प्लेटफ़ॉर्म रही, बल्कि यह एक बड़ी राजनीतिक रणनीति का हिस्सा भी हो सकती है। आमतौर पर, इस तरह की बंद कमरे की बहसें निर्णय लेने में सहायक होती हैं, जहाँ राजनीतिक हलचल के पीछे की सच्चाइयों को समझा जा सकता है। जानकारी के मुताबिक, बैठक में ख़ासकर अनिरुद्ध के राजनीतिक भविष्य और सत्ता संतुलन को लेकर चर्चा हुई।

अनिरुद्ध की राजनीतिक स्थिति

अनिरुद्ध, जो पहले से ही मंत्री पद पर आसीन हैं, उनकी संभावित छुट्टी के पीछे विभिन्न कारण बताए जा रहे हैं। कुछ सियासी विशेषज्ञों का मानना है कि उनके कार्यों से राज्य में कांग्रेस के भीतर असंतोष बढ़ा है। ऐसे में कांग्रेस नेतृत्व उनपर पुनर्विचार कर सकता है।

कांग्रेस अध्यक्ष की नियुक्ति पर चर्चा

बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष के संभावित नामों पर भी गंभीर चर्चा हुई। अनिरुद्ध को देश की राजनीति में युवा नेतृत्व की जरूरत को देखते हुए पार्टी के अध्यक्ष बनाए जाने की संभावनाएँ जताई जा रही हैं। इस कदम से कांग्रेस समूह में नई ऊर्जा और दिशा मिल सकती है।

हिमाचल प्रदेश में राजनीतिक गतिविधियों के बीच यह मुलाकात एक संकेत है कि पार्टी में बदलाव आने वाला है। इसके साथ ही, इससे भविष्य में संभावित विधानसभा चुनाव की रणनीति पर भी प्रभाव पड़ेगा।

सबसे खास बात यह है कि इस बैठक के परिणाम क्या निकलेगा, यह देखना दिलचस्प होगा। क्या अनिरुद्ध अपने पद पर बने रहेंगे या उन्हें कैबिनेट से बाहर किया जाएगा? यह सवाल आज सियासी हलकों में छाया हुआ है।

इन सारी चर्चाओं के बीच, राजनीतिक रूप से सक्रिय रहने के लिए अधिक जानकारी हेतु हमारे साथ बने रहें। News by indiatwoday.com Keywords: हिमाचल प्रदेश सियासत, डिप्टी CM मुलाकात, अनिरुद्ध कैबिनेट ड्रॉप, कांग्रेस अध्यक्ष नियुक्ति, हिमाचल कांग्रेस समाचार, बंद कमरे बातचीत, राजनीति में बदलाव, अनिरुद्ध के भविष्य, कांग्रेस पार्टी विवाद, हिमाचल मंत्रियों की मीटिंग

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