हिमाचल विधानसभा में गैर-सरकारी कार्य दिवस:समान नागरिक संहिता समेत 5 प्रस्तावों पर चर्चा, मंत्री नेगी करेंगे वार्षिक प्रतिवेदन पेश
हिमाचल प्रदेश विधानसभा के बजट सत्र का आज 10वां दिन है। विधानसभा में 10वें दिन की कार्रवाई प्रश्न काल के साथ शुरू होगी। प्रश्नकाल के दौरान कई महत्वपूर्ण सवाल उठेंगे। जिसमें शिक्षकों (TGT, PGT, JBT, शास्त्री, DPE, PT) के रिक्त पदों की रिक्तियों व स्वास्थ्य, शिक्षा, PWD, जलशक्ति विभाग से जुड़े कई महत्वपूर्ण प्रश्न लगे हुए है। विधानसभा में 5 संकल्प प्रस्ताव प्रस्तुत होंगे बजट सत्र में आज गैर सरकारी सदस्य दिवस है। आज विधानसभा में 5 संकल्प प्रस्ताव प्रस्तुत होंगे। सदन में राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी हिमाचल प्रदेश कृषि उद्योग निगम का 53वां वार्षिक प्रतिवेदन सदन में पेश करेंगे। गैर-सरकारी सदस्य दिवस के दिन विधानसभा के सदस्यों द्वारा कई महत्वपूर्ण संकल्प प्रस्तुत किए जाएंगे। आर्थिक सुरक्षा मजबूत करने पर चर्चा पोंटा साहिब के विधायक सुख राम चौधरी आउटसोर्स कर्मचारियों के लिए हरियाणा की तर्ज पर नीति बनाने का प्रस्ताव रखेंगे, यह प्रस्ताव उन्होंने बीते शीतकालीन सत्र में लाया था, इस पर आज भी चर्चा होगी। वहीं शाहपुर से विधायक केवल सिंह पठानिया नशा उन्मूलन से जुड़ा प्रस्ताव सदन में प्रस्तुत करेंगे। करसोग विधायक दीप राज एफसीए/एफआरए क्लीयरेंस से जुड़ा संकल्प प्रस्ताव पेश करें। इसके अलावा सुलह से भाजपा विधायक विपिन सिंह परमार समान नागरिक संहिता पर प्रस्ताव पेश करेंगे। वहीं जंत राम कटवाल सामाजिक और आर्थिक सुरक्षा को मजबूत करने के लिए नीति बनाने का प्रस्ताव रखेंगे।

हिमाचल विधानसभा में गैर-सरकारी कार्य दिवस
हिमाचल प्रदेश की विधानसभा में हाल ही में एक गैर-सरकारी कार्य दिवस का आयोजन किया गया, जिसमें महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की गई। इस दौरान समान नागरिक संहिता समेत कुल 5 प्रस्तावों पर बात की गई। यह बैठक राज्य की राजनीति में एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हो सकती है, जिसके आगे के निर्णयों पर लोगों की प्रतिक्रिया आकर्षित होगी।
समान नागरिक संहिता पर चर्चा
समान नागरिक संहिता, जो कि भारत में सभी नागरिकों के लिए समान कानूनों की मांग करती है, इस चर्चा का मुख्य केंद्र रहा। विशेषज्ञों और विधायकों ने इस मुद्दे पर अपने विचार साझा किए, जिससे यह साफ हुआ कि यह विषय राज्य में कई राजनीतिक विचारधाराओं के बीच विवाद का कारण बन सकता है। राज्य सरकार इस दिशा में कदम बढ़ाने को लेकर गंभीर है, लेकिन इसके कार्यान्वयन में कई चुनौतियाँ भी होंगी।
अन्य प्रस्तावों का प्रस्तुतीकरण
इसके अलावा, अन्य 4 प्रस्ताव भी थे जिन पर चर्चा की गई। इसमें स्थानीय विकास, शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार की योजनाएँ प्रमुख रहीं। मंत्री नेगी ने इन प्रस्तावों पर अपनी राय रखी और समाधान के लिए संभावित उपाय सुझाए।
मंत्री नेगी का वार्षिक प्रतिवेदन
मोर्चे पर, मंत्री नेगी ने वार्षिक प्रतिवेदन पेश किया, जिसमें राज्य के विकास से जुड़े प्रमुख बिंदुओं को रेखांकित किया गया। यह रिपोर्ट विभिन्न मुद्दों, जैसे महंगाई, बेरोज़गारी, और अन्य सामाजिक कल्याण नीतियों के परिणामों पर प्रकाश डालती है। उन्होंने बताया कि सरकार किस प्रकार से सभी नागरिकों के बेहतर कल के लिए प्रयासरत है।
इस गैर-सरकारी कार्य दिवस का आयोजन यह दर्शाता है कि हिमाचल प्रदेश की विधानसभा लोकतांत्रिक सिद्धांतों का पालन कर रही है और नागरिकों के हितों के प्रति संवेदनशील है।
नागरिकों को जनहित के मुद्दों पर सक्रिय रूप से जानकारी हासिल करनी चाहिए और इस प्रकार के फोरम का लाभ उठाना चाहिए। इससे न केवल उनके लिए नीति निर्माता स्पष्ट होंगे बल्कि उनकी आवाज भी सुनी जा सकेगी।
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