आजमगढ़ में लंबे समय से सक्रिय हैं अवैध टेलीफोन एक्सचेंज:मिर्जापुर मुंबई लखनऊ से जुड़े कनेक्शन आ चुके हैं सामने लगातार सिस्टम को मिल रही है चुनौती

आजमगढ़ जिले में एटीएस टीम ने छापेमारी करते हुए अंतरराष्ट्रीय कॉल करने वाले अवैध एक्सचेंज का खुलासा करते हुए एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपी के कब्जे से चार सिम बॉक्स तीन मॉडेम दो लैपटॉप छह मोबाइल फोन और 269 सिम कार्ड बरामद किया गया है। गिरफ्तार आरोपी अंतरराष्ट्रीय VOIP (वॉइस ओवर इंटरनेट प्रोटोकॉल) के माध्यम से विदेश में बात करते थे और सरकार को चूना लगा रहे थे। आरोपी की पहचान हस्सान अहमद पुत्र अब्दुल कैश निवासी कोटला रानी की सराय थाने के रूप में हुई है। जिले में अवैध एक्सचेंज संचालित किए जाने की यह कोई पहली घटना नहीं है। इससे पूर्व भी बड़ी संख्या में अवैध फर्जी एक्सचेंज चलाने की घटनाएं सामने आ चुकी हैं। और इस मामले में एक दर्जन से अधिक लोगों की गिरफ्तारी भी हो चुकी है। इसके बावजूद जिले में यह घटनाएं रुकने का नाम नहीं ले रही हैं। आजमगढ़ मिर्जापुर लखनऊ के साथ-साथ मुंबई कनेक्शन आने के बाद भी लगातार मामले सामने आ रहे हैं। आरोपी अंतरराष्ट्रीय बीओआईपी काल को लोकल वॉइस कॉल में परिवर्तित करके सरकार को राजस्व की क्षति पहुंचा रहे थे। मुंबई से मिला आइडिया एटीएस प्रभारी भारत भूषण तिवारी की पूछताछ में अभियुक्त हस्सान अहमद पुत्र अबुल कैश द्वारा बताया गया कि मै वर्ष 2017 मे बम्बई मे रहने के दौरान शहजाद नाम के एक व्यक्ति से मिला। उसके कहने पर वर्ष-2023 के सितम्बर महीने में उसके द्वारा डीटीडीसी कोरियर से भेजे गये सिम बॉक्स व सिम को उसके द्वारा IMO पर बताने के अनुसार मैने सिम बॉक्स चलाना शुरू किया। अलग- अलग समय पर और सिम बॉक्स व सिम भेजता गया और मै उसके बताने के अनुसार मै चार सिम बॉक्स चला रहा था। सितंबर 2023 में हुई थी 6 आरोपियों की गिरफ्तारी यूपी एटीएस टीम ने आजमगढ़ में छापेमारी करते हुए सितंबर 2023 में 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया था। इन छह आरोपियों में से पांच आरोपी आजमगढ़ जिले के रहने वाले थे। जबकि एक आरोपी मिर्जापुर जिले का रहने वाला था। यह आरोपी इंटरनेशनल गेटवे को बाईपास करते हुए इंटरनेट कॉल को लोकल वॉइस कॉल में बदलकर कॉलिंग करते थे इन आरोपियों में एक आरोपी मुन्ना कुरैशी मिर्जापुर का रहने वाला था जबकि पांच आरोपी नदीम अहमद दीवान समीम कलीम और फारूक आजमगढ़ जिले के रहने वाले थे। नाजिम और दीवान अवैध कॉलिंग के लिए सिम बॉक्स से अवैध टेलीफोन एक्सचेंज संचालित कर रहे थे। इससे पूर्व भी नदीम को गिरफ्तार किया जा चुका था। जिले के पूर्व पुलिस कप्तान रहे अनुराग आर्य ने मोहम्मद नदीम के गैंग को संगठित आपराधिक गिरोह में रजिस्टर्ड भी किया था। इसके साथ ही इस गिरोह का कोड नंबर D 233 जारी किया गया था। फरवरी 2023 में गुडंबा से हुई थी सरफराज की गिरफ्तारी यूपी एटीएस टीम ने फरवरी 2023 में लखनऊ के गुडंबा से अभय टेलीफोन एक्सचेंज चलाने वाले सरफराज अहमद को लखनऊ से गिरफ्तार किया था। लखनऊ के कल्याणपुर के सुभाष नगर स्थित आरटीओ अपार्टमेंट के फ्लैट संख्या C3 में अवैध टेलीफोन एक्सचेंज संचालित किया जा रहा था जिसमें आजमगढ़ के सरायमीर थाना क्षेत्र के बखरा का रहने वाला सरफराज शामिल था। यह लोग VoIP के जरिए विदेश में कॉल कराई जा रही थी।

Apr 23, 2025 - 04:00
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आजमगढ़ में लंबे समय से सक्रिय हैं अवैध टेलीफोन एक्सचेंज:मिर्जापुर मुंबई लखनऊ से जुड़े कनेक्शन आ चुके हैं सामने लगातार सिस्टम को मिल रही है चुनौती
आजमगढ़ जिले में एटीएस टीम ने छापेमारी करते हुए अंतरराष्ट्रीय कॉल करने वाले अवैध एक्सचेंज का खुल

आजमगढ़ में लंबे समय से सक्रिय हैं अवैध टेलीफोन एक्सचेंज

आजमगढ़ में अवैध टेलीफोन एक्सचेंजों का मामला तेजी से बढ़ता जा रहा है। हाल ही में सामने आए तथ्यों के अनुसार, ये एक्सचेंज मिर्जापुर, मुंबई और लखनऊ जैसे बड़े शहरों से जुड़े हुए हैं। इस प्रणाली का ऑपरेशन न केवल स्थानीय निवासियों के लिए बल्कि सुरक्षा एजेंसियों के लिए भी एक बड़ी चुनौती बन गया है।

अवैध टेलीफोन एक्सचेंज की पहचान और समस्याएँ

अवैध टेलीफोन एक्सचेंज वे सिस्टम हैं जो बिना किसी वैध लाइसेंस के काम कर रहे हैं और यह सरकारी राजस्व को प्रभावित करती हैं। आजमगढ़ में इनका नेटवर्क बहुत मजबूत है, और यह न केवल स्थानीय उपयोगकर्ताओं को कॉलिंग सेवाएं प्रदान कर रहे हैं, बल्कि आपराधिक गतिविधियों का भी समर्थन करते हैं। यह गंभीर चिंता का विषय है, क्योंकि इससे आतंकवाद और अन्य आपराधिक गतिविधियों को बढ़ावा मिल सकता है।

सुरक्षा एजेंसियों की कार्रवाई

आजमगढ़ में चल रहे इन अवैध टेलीफोन एक्सचेंजों के खिलाफ सुरक्षा एजेंसियाँ कड़ी कार्रवाई कर रही हैं। हाल ही में कुछ एक्सचेंजों के संचालन को बंद कराने में सफल रही हैं, लेकिन इसका नेटवर्क अभी भी सक्रिय है। एजेंसियों का मानना है कि यदि इसे समय पर रोका नहीं गया, तो इससे स्थिति और गंभीर हो सकती है।

समस्याओं का समाधान

इस समस्या के समाधान के लिए जन जागरूकता और सरकारी नीतियों में सुधार की आवश्यकता है। नागरिकों को इस प्रकार की गतिविधियों की रिपोर्ट करने के लिए प्रोत्साहित करना आवश्यक है। इसके अलावा, तकनीकी रूप से भी सुरक्षा बढ़ाने की जरूरत है ताकि इन अवैध कार्यों पर अंकुश लगाया जा सके।

अवश्य ध्यान दें, यह मामला न केवल आजमगढ़ बल्कि पूरे देश के लिए एक चेतावनी है कि अवैध टेलीफोन एक्सचेंजों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए।

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