आतंकवाद के खिलाफ एकजुट हुए मुस्लिम:अलीगढ़ के मुस्लिम बाहुल्य ऊपरकोट में निकला कैंडल मार्च, सरकार से सख्त कार्रवाई की हुई मांग

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के खिलाफ मुस्लिम समाज के लोग भी लगातार आवाज उठा रहे हैं और सरकार से सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। अलीगढ़ के मुस्लिम बाहुल्य ऊपरकोट इलाके में गुरुवार रात को कैंडल मार्च निकाला गया और इस हमले में जान गंवाने वाले लोगों को श्रद्धांजलि दी गई। एएमयू के छात्रसंघ अध्यक्ष और शहर विधानसभा से पूर्व कांग्रेस प्रत्याशी रहे डॉ सलमान इम्तियाज की अगुवाई में बड़ी संख्या में मुस्लिम समाज के लोग एकजुट हुए और उन्होंने कैंडल मार्च निकाला। ऊपरकोट इलाके में मार्च निकाला गया और सभी ने आतंक के खिलाफ एकजुट होने का संदेश दिया। लोगों का कहना था कि आतंकियों की इस कायरता भरी हरकत के खिलाफ सारा समाज सरकार के साथ खड़ा है। आतंक का कोई मजहब नहीं होता कांग्र्रेस के पूर्व प्रत्याशी सलमान इम्तियाज ने कहा कि आतंक और आतंकवादी का कोई धर्म या मजहब नहीं होता है। इसलिए आतंकियों को किसी धर्म से जोड़कर नहीं देखना चाहिए। क्योंकि यह लोग किसी धर्म को नहीं मानते हैं। इनका काम सिर्फ दहशत फैलाना होता है। इस आतंकी हमले में मारे गए लोगों के प्रति अलीगढ़ और देश का हर एक नागरिक सरकार के साथ खड़ा है। मृतकों के परिवार के साथ सभी की संवेदनाएं हैं और सरकार जो भी निर्णय लेगी, उसमें सभी देशवासी सरकार का पूरा सहयोग करेंगे। इसलिए इस घटना के बाद आपसी भाईचारे को नहीं भुलाना चाहिए। सरकार इस मामले में जिम्मेदारी तय करे कैंडल मार्च के बाद उन्होंने कहा कि सरकार ने जब कश्मीर से धारा 370 को खत्म किया था तो उस समय यह माना जा रहा था कि आतंकी घटनाओं पर विराम लग जाएगा। लेकिन इस मामले में आतंकी सरहद को पार करके आए और फिर वापस लौट गए। इसमें सरकार की चूक हुई है, जिसके कारण पूरा देश आज सदमें में है। इसलिए इस मामले में सरकार जवाब दे और जिम्मेदारी तय करे। जिससे दुबारा ऐसी दशहत पूर्ण घटना न हो।

Apr 25, 2025 - 03:59
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आतंकवाद के खिलाफ एकजुट हुए मुस्लिम:अलीगढ़ के मुस्लिम बाहुल्य ऊपरकोट में निकला कैंडल मार्च, सरकार से सख्त कार्रवाई की हुई मांग
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के खिलाफ मुस्लिम समाज के लोग भी लगातार आवाज उठा रहे हैं

आतंकवाद के खिलाफ एकजुट हुए मुस्लिम: अलीगढ़ के मुस्लिम बाहुल्य ऊपरकोट में निकला कैंडल मार्च

हाल ही में अलीगढ़ के ऊपरकोट क्षेत्र में मुस्लिम समुदाय ने आतंकवाद के खिलाफ एकजुटता प्रदर्शित करते हुए कैंडल मार्च निकाला। यह आयोजन वर्तमान में बढ़ते आतंकवाद के मुद्दे पर सरकार से सख्त कार्रवाई की मांग को लेकर किया गया था। इस मार्च में कई स्थानीय लोगों ने भाग लिया, जो शांति और एकता के प्रतीक के रूप में एक साथ आए।

कैंडल मार्च का उद्देश्य

इस कैंडल मार्च का मुख्य उद्देश्य आतंकवाद के खिलाफ जागरूकता फैलाना और समाज में शांति की स्थापना करना था। मार्च के दौरान, उपस्थित लोगों ने आतंकवाद के खिलाफ एकजुटता दिखाई और शांति की अपील की। सामूहिक रूप से, उन्होंने सरकार से यह भी अनुरोध किया कि वे आतंकवाद को रोकने के लिए कठोर कदम उठाएं।

स्थानीय नेताओं की प्रतिक्रिया

इस कार्यक्रम में कई स्थानीय समुदाय के नेताओं ने भी भाग लिया। उन्होंने कहा कि आतंकवाद से किसी भी समुदाय को नुकसान होता है, और सभी को मिलकर इसे समाप्त करने की दिशा में प्रयास करना चाहिए। उन्होंने सरकार से जल्द से जल्द ठोस कार्रवाई की अपेक्षा की।

समुदाय की एकता और पहचान

कैंडल मार्च ने एकता के प्रतीक के रूप में कार्य किया, जिसमें सभी समुदायों के लोग शामिल हुए। इससे यह संदेश गया कि आतंकवाद के खिलाफ हर किसी को एकजुट होकर खड़ा होना चाहिए। यह न केवल एक विरोध प्रदर्शन था, बल्कि यह एक सामाजिक संवाद भी था, जिससे पूरे क्षेत्र में सामुदायिक एकता को बढ़ावा मिला।

आगे की योजनाएँ

समुदाय के सदस्यों ने यह संकल्प लिया है कि वे आगे भी ऐसे आयोजनों का आयोजन करेंगे ताकि आतंकवाद के खिलाफ जागरूकता बनी रहे। इसके अतिरिक्त, उन्होंने संबंधित अधिकारियों से भी अपील की है कि वे सुरक्षा में सुधार करें और स्थानीय समुदाय के लिए सहायता प्रदान करें।

यह आवश्यक है कि हम सब मिलकर आतंकवाद जैसी बुराई का विरोध करें और समाज में शांति स्थापित करें। इसलिए, हम सभी को एकजुट होकर इस दिशा में काम करना होगा।

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