इजराइल के इतिहास में पहली बार खुफिया चीफ बर्खास्त:नेतन्याहू ने रोनन बार को पद से हटाया; बोले- उन पर भरोसा नहीं रहा

इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने खुफिया एजेंसी शिन बेट के चीफ रोनन बार को बर्खास्त कर दिया है। शुक्रवार को कैबिनेट ने नेतन्याहू के फैसले का सर्वसम्मति से समर्थन किया। इजराइल के प्रधानमंत्री कार्यालय ने इसकी घोषणा की। इजराइल के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है जब सरकार ने घरेलू सुरक्षा एजेंसी के प्रमुख को उसके पद से हटाया है। शिन बेट चीफ के तौर पर रोनन का आखिरी दिन 10 अप्रैल होगा। इससे पहले सरकार ने उनकी बर्खास्तगी के लिए 20 अप्रैल की तारीख तय की थी, जिसे बदल दिया गया है। प्रधानमंत्री कार्यालय ने कहा कि अगर रोनन की जगह नई नियुक्ति हो जाती है तो वे उससे पहले भी पद छोड़ सकते हैं। नेतन्याहू बोले- हमास के हमले के बाद रोनन पर से भरोसा खोया रोनन को पद से हटाने के लिए गुरुवार देर रात कैबिनेट की बैठक शुरू हुई थी। इस बैठक में नेतन्याहू ने कहा, 7 अक्टूबर 2023 को हमास के हमले के बाद उन्होंने रोनन पर से भरोसा खो दिया। रोनन एजेंसी को फिर से मजबूत करने के लिए सही व्यक्ति नहीं हैं। नेतन्याहू ने आरोप लगाया कि हमास के साथ बंधकों की रिहाई से जुड़ी बातचीत में रोनन का नजरिया नरम था और वे आक्रामक नहीं थे। उन्होंने दावा किया किजब से रोनन की जगह शिन बेट के एक दूसरे सीनियर अधिकारी को बातचीत में शामिल किया है, तब से सूचनाओं के लीक होने में भारी कमी आई है और सफल वार्ताओं के जरिए हम बंधकों को छुड़ाने में कामयाब हुए हैं। रोनन बोले- नेतन्याहू देश को कमजोर कर रहे कैबिनेट बैठक के दौरान शिन बेट ने मंत्रियों को रोनन का पत्र भेजा। इसमें उन्होंने बैठक में शामिल होने से इनकार करते हुए हुए अपनी बर्खास्तगी को खारिज किया। रोनन ने सरकार के आरोपों को बेबुनियाद बताते हुए कहा कि यह शिन बेट के कार्यों को बाधित करने का प्रयास है। रोनन ने पत्र में चेतावनी दी कि नेतन्याहू देश को अंदरूनी और बाहरी स्तर पर कमजोर कर रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि नेतन्याहू ने उन्हें और मोसाद प्रमुख डेविड बारनेआ को बंधक वार्ता से हटाकर पूरी प्रक्रिया को नुकसान पहुंचाया। उन्होंने कहा कि उनकी बर्खास्तगी की वजह निजी और संस्थागत हितों के टकराव हैं। यह देश की सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा है। रोनन का आरोप- मुझे बर्खास्त कर के नेतन्याहू ने जांच दबाने की कोशिश की रोनन बार ने PM नेतन्याहू पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं 1. नेतन्याहू ने बंधकों की रिहाई को खुद रोका रोनन का दावा है कि जनवरी में हुई बंधकों की रिहाई की डील को खुद नेतन्याहू ने तोड़ा और अब उसी को लेकर वे बहाना बना रहे हैं। 2. कतरगेट घोटाले की जांच रोकने के लिए हटाया गया रोनन बार ने एक और बड़ा खुलासा किया— वे नेतन्याहू सरकार में कतर के प्रभाव की एक महत्वपूर्ण जांच कर रहे थे। इस जांच के तहत यह देखा जा रहा था कि कतर के पैसे से इजराइली सरकार के फैसलों को कितना प्रभावित किया जा रहा है। रोनन का आरोप है कि नेतन्याहू ने उन्हें इसलिए हटाया ताकि यह जांच पूरी न हो सके। क्या है शिन बेट और इसका क्या काम है? शिन बेट इजराइल की घरेलू खुफिया एजेंसी है। इसका मुख्य काम आतंकवादी गतिविधियों से लड़ना, देश के भीतर सुरक्षा बनाए रखना और सरकार के लिए अहम खुफिया जानकारी जुटाना है। इसका काम अमेरिका की FBI या भारत की IB (इंटेलिजेंस ब्यूरो) जैसा है, लेकिन यह मुख्य रूप से इजराइल और फिलिस्तीन से जुड़े मामलों पर नजर रखती है। रोनन बार 2021 में शिन बेट के प्रमुख बने थे और वे काफी अनुभवी खुफिया अधिकारी माने जाते हैं।

Mar 21, 2025 - 19:00
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इजराइल के इतिहास में पहली बार खुफिया चीफ बर्खास्त:नेतन्याहू ने रोनन बार को पद से हटाया; बोले- उन पर भरोसा नहीं रहा
इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने खुफिया एजेंसी शिन बेट के चीफ रोनन बार को बर्खास्त

इजराइल के इतिहास में पहली बार खुफिया चीफ बर्खास्त: नेतन्याहू ने रोनन बार को पद से हटाया; बोले- उन पर भरोसा नहीं रहा

इजराइल ने एक ऐतिहासिक पहल करते हुए अपने खुफिया चीफ रोनन बार को बर्खास्त कर दिया है। प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने इस निर्णय को लेकर स्पष्ट किया कि उन्हें रोनन बार पर अब विश्वास नहीं रहा। इस फैसलें के पीछे के कारणों पर जनता और राजनीतिक विश्लेषकों के बीच कई चर्चाएँ चल रही हैं।

क्या है इस बर्खास्तगी का कारण?

नेतन्याहू का कहना है कि सुरक्षा के मामले में रोनन बार की नीतियाँ और उनके द्वारा किए गए निर्णय समस्यायें उत्पन्न कर रहे थे। इजराइल की सुरक्षा स्थिति को लेकर उनकी चिंताओं ने इस निर्णय को मजबूती दी। इससे पहले भी कई बार रोनन बार की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए गए थे।

इजराइल के खुफिया विभाग का महत्व

इजराइल का खुफिया विभाग, जिसे आमतौर पर शोबैक के नाम से जाना जाता है, देश की सुरक्षा की बुनियाद है। यह न केवल आतंकवादी हमलों से बचाव में महत्वपूर्ण है, बल्कि यह राष्ट्रीय सुरक्षा को बनाए रखने में भी एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। रोनन बार के पद से हटने के बाद एंपायर में क्या बदलाव आएंगे, यह देखना बाकी है।

राजनीतिक प्रतिक्रियाएँ

इस बर्खास्तगी पर विभिन्न राजनीतिक दलों और नेताओं की प्रतिक्रियाएँ सामने आई हैं। कुछ नेताओं ने इसे नेतन्याहू की कमजोरियों को उजागर करने वाला कदम बताया है, जबकि अन्य ने इसे इजराइल की सुरक्षा में सुधार के लिए आवश्यक कदम माना है।

भविष्य में क्या होगा?

इस घटनाक्रम के बाद इजराइल के खुफिया विभाग में कौन नए प्रमुख के रूप में नियुक्त किया जाएगा, यह एक बड़ा सवाल है। अब इजराइल को एक ऐसे नेता की आवश्यकता है जो खुफिया ऑपरेशनों में कुशल हो तथा देश की सुरक्षा को प्राथमिकता दे। इस प्रकार के निर्णय का प्रभाव न केवल इजराइल की राष्ट्रीय सुरक्षा पर पड़ेगा, बल्कि इससे देश की राजनीतिक स्थिति पर भी असर पड़ सकता है।

इस बर्खास्तगी के बाद नेतन्याहू सरकार की स्थिति को लेकर भी चर्चाएँ तेज हो गई हैं, और 2024 के चुनावों का समीकरण भी इससे प्रभावित हो सकता है।

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