इलॉन मस्क अंतरिक्ष में फंसी सुनीता विलियम्स को वापस लाएंगे:डोनाल्ड ट्रम्प ने दी जिम्मेदारी, कहा- बाइडेन ने उन्हें वहीं पर छोड़ दिया
अमेरिका के नये राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने स्पेस एक्स के CEO इलॉन मस्क से अंतरिक्ष में फंसी सुनीता विलियम्स और उनके सहयोगी बुच विल्मोर को वापस लाने का काम सौंपा है। दोनों वैज्ञानिक पिछले साल जून से अंतरिक्ष में फंसे हुए हैं। ट्रम्प ने सोशल मीडिया पर लिखा- मैंने मस्क से उन दो ‘बहादुर अंतरिक्ष यात्रियों’ को वापस लाने को कहा है। इन्हें बाइडेन प्रशासन ने अंतरिक्ष में छोड़ दिया है। वे अंतरिक्ष स्टेशन पर कई महीनों से इंतजार कर रहे हैं। मस्क जल्द ही इस काम में लग जाएंगे। उम्मीद है कि सभी सुरक्षित होंगे। मस्क ने इसके जवाब में कहा कि हम ऐसा ही करेंगे। यह भयानक है कि बाइडेन प्रशासन ने उन्हें इतने लंबे वक्त तक वहां छोड़ रखा है। जबकि नासा ने अपने क्रू-मिशन के तहत दोनों अंतरिक्ष यात्रियों को वापस लाने के लिए स्पेसएक्स को कई महीने पहले ही शामिल कर लिया था। सुनीता विलियम्स के 8 दिन का सफर 10 महीने में बदला सुनीता विलियम्स करीब 8 महीने से अंतरिक्ष में हैं। वे पिछले साल 5 जून को बुच विल्मोर के साथ ISS पर पहुंची थीं। उन्हें एक सप्ताह के बाद लौटना था। दोनों बोइंग के नए स्टारलाइनर कैप्सूल के टेस्ट के लिए गए थे, लेकिन इसमें खराबी आने के बाद दोनों ISS पर ही रुक गए। इसके बाद से दोनों वहीं फंसे हुए हैं। नासा ने सुनीता और बुच विल्मोर को फरवरी 2025 में इलॉन मस्क की कंपनी स्पेसएक्स के ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट से वापस लाने की जानकारी दी थी। लेकिन अब उनके लौटने में और ज्यादा वक्त लग सकता है। नासा ने पिछले महीने कहा था कि उन्हें मार्च 2025 के अंत का इंतजार करना होगा। यह तारीख अप्रैल की शुरुआत तक भी बढ़ सकती है। नासा के मुताबिक सुनीता विलियम्स को अंतरिक्ष से वापस लाने के लिए स्पेसएक्स को नया कैप्सूल बनाना है। इसे बनाने में स्पेसएक्स को वक्त लगेगा, जिस वजह से मिशन में देरी होगी। यह काम मार्च के अंत तक पूरा किया जा सकता है। इसके बाद ही स्पेस में फंसे एस्ट्रोनॉट्स को वापस लाया जा सकेगा। सुनीता और विलमोर को स्पेस स्टेशन पर क्यों भेजा गया था? सुनीता और बुश विलमोर बोइंग और NASA के जॉइंट ‘क्रू फ्लाइट टेस्ट मिशन’ पर गए थे। इसमें सुनीता, स्पेसक्राफ्ट की पायलट थीं। उनके साथ गए बुश विलमोर इस मिशन के कमांडर थे। दोनों को इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) में 8 दिन रुकने के बाद वापस पृथ्वी पर आना था। लॉन्च के समय बोइंग डिफेंस, स्पेस एंड सिक्योरिटी के प्रेसिडेंट और CEO टेड कोलबर्ट ने इसे स्पेस रिसर्च के नए युग की शानदार शुरुआत बताया था। इस मिशन का मुख्य उद्देश्य स्पेसक्राफ्ट की एस्ट्रोनॉट्स को स्पेस स्टेशन तक ले जाकर वापस लाने की क्षमता साबित करना था। एस्ट्रोनॉट्स को स्पेस स्टेशन पर 8 दिन में रिसर्च और कई एक्सपेरिमेंट भी करने थे। सुनीता और विलमोर पहले एस्ट्रोनॉट्स हैं जो एटलस-वी रॉकेट के जरिए स्पेस ट्रैवेल पर भेजे गए। इस मिशन के दौरान उन्हें स्पेसक्राफ्ट को मैन्युअली भी उड़ाना था। फ्लाइट टेस्ट से जुड़े कई तरह के ऑब्जेक्टिव भी पूरे करने थे। सुनीता और विलमोर इतने लंबे समय तक स्पेस में कैसे फंस गए? स्टारलाइनर स्पेसक्राफ्ट के लॉन्च के समय से ही उसमें कई दिक्कतें थीं। इनके चलते 5 जून से पहले भी कई बार लॉन्च फेल हुआ था। लॉन्च के बाद भी स्पेसक्राफ्ट में दिक्कतों की खबर आई। NASA ने बताया कि स्पेसक्राफ्ट के सर्विस मॉड्यूल के थ्रस्टर में एक छोटा सा हीलियम लीक है। एक स्पेसक्राफ्ट में कई थ्रस्टर होते हैं। इनकी मदद से स्पेसक्राफ्ट अपना रास्ता और स्पीड बदलता है। वहीं हीलियम गैस होने की वजह से रॉकेट पर दबाव बनता है। उसका ढांचा मजबूत बना रहता है, जिससे रॉकेट को अपनी फ्लाइट में मदद मिलती है। लॉन्च के बाद 25 दिनों में स्पेसक्राफ्ट के कैप्सूल में 5 हीलियम लीक हुए। 5 थ्रस्टर्स काम करना बंद कर चुके थे। इसके अलावा एक प्रॉपेलेंट वॉल्व पूरी तरह बंद नहीं किया जा सका। स्पेस में मौजूद क्रू और अमेरिका के ह्यूस्टन में बैठे मिशन के मैनेजर मिलकर भी इसे ठीक नहीं कर पाए।

इलॉन मस्क अंतरिक्ष में फंसी सुनीता विलियम्स को वापस लाएंगे
अंतरिक्ष यात्रा की दुनिया में हाल ही में एक महत्वपूर्ण घटना घटित हुई है। इलॉन मस्क, जो कि स्पेसएक्स के CEO हैं, सुनीता विलियम्स को वापस लाने की जिम्मेदारी लेने जा रहे हैं। यह निर्णय अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति, डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा उनकी जिम्मेदारी के रूप में प्रस्तुत किया गया है। ट्रम्प ने हाल ही में एक बयान दिया जिसमें उन्होंने यह कहा कि जो बाइडेन ने सुनीता विलियम्स को उनके वर्तमान स्थान पर छोड़ दिया है।
डोनाल्ड ट्रम्प का बयान
डोनाल्ड ट्रम्प ने अपनी बात को स्पष्ट करते हुए कहा कि बाइडेन प्रशासन ने जो निर्णय लिए हैं, उस पर उन्हें आपत्ति है। उन्होंने इलॉन मस्क से उम्मीद जताई है कि वह सुनीता विलियम्स को अंतरिक्ष से पृथ्वी पर लाने के लिए किसी ठोस योजना पर कार्य करेंगे। उनकी बातें उस समय सामने आईं जब अंतरिक्ष विज्ञान और यात्रा पर चर्चा तेज हो गई है।
सुनीता विलियम्स का अंतरिक्ष मिशन
सुनीता विलियम्स, एक प्रतिष्ठित अंतरिक्ष यात्री हैं जिन्होंने कई मिशनों में भाग लिया है। हालांकि, इस बार उनकी स्थिति थोड़ी अलग है। अंतरिक्ष में उनकी स्थिति को लेकर विभिन्न प्रकार की चर्चाएं चल रही हैं। इलॉन मस्क की तकनीकों पर भरोसा करते हुए, विशेषज्ञों का मानना है कि उनकी टीम इस अभियान को सफल बनाने में सक्षम है।
स्पेसएक्स की भूमिका
स्पेसएक्स, जो कि अमेरिका की एक प्रमुख अंतरिक्ष कंपनी है, ने कई बार साबित किया है कि वह अंतरिक्ष यात्रा में नई ऊंचाइयों को छू सकती है। यदि इलॉन मस्क इस मिशन को सफल बनाते हैं, तो यह ऐतिहासिक घटना मानी जाएगी। सुनीता विलियम्स की वापसी से न केवल अमेरिकी अंतरिक्ष कार्यक्रम को मजबूती मिलेगी, बल्कि पूरे अंतरिक्ष समुदाय में नई ऊर्जा का संचार भी होगा।
भविष्य की संभावनाएं
इस घटना के परिणामस्वरूप, राष्ट्रपति बाइडेन को अंतरिक्ष यात्रा के मामले में अधिक गंभीरता से विचार करने की आवश्यकता हो सकती है। इसके अलावा, अमेरिका में अन्य अंतरिक्ष अनुसंधान कार्यक्रमों के लिए भी अवसर खुल सकते हैं।
News by indiatwoday.com
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