धरमूपुर PHC में स्वास्थ्य व्यवस्था चरमराई:डॉक्टर-नर्स नहीं, एंबुलेंस गायब; मरीजों को जिला अस्पताल का सहारा

बस्ती के धरमूपुर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) में स्वास्थ्य सेवाएं पूरी तरह से ठप पड़ी हैं। आराजी डूहीपुर मुस्तकाम स्थित इस पीएचसी में न तो डॉक्टर हैं, न नर्स और न ही एंबुलेंस की सुविधा उपलब्ध है। इस गंभीर स्थिति के चलते मरीजों को या तो जिला मुख्यालय जाना पड़ रहा है या फिर महंगे निजी अस्पतालों का सहारा लेना पड़ रहा है। सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के विधानसभा अध्यक्ष आशीष राजभर के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने जिलाधिकारी रवीश गुप्ता को ज्ञापन सौंपकर तत्काल कार्रवाई की मांग की है। स्थानीय लोगों ने कई बार अधिकारियों का ध्यान इस समस्या की ओर खींचने का प्रयास किया, लेकिन अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। एंबुलेंस न होने पर जताई चिंता विशेष रूप से आपातकालीन स्थितियों में एंबुलेंस की अनुपलब्धता गंभीर चिंता का विषय बन गई है। पार्टी के पदाधिकारियों ने जिलाधिकारी से पीएचसी में तत्काल डॉक्टर और नर्सों की नियुक्ति के साथ एंबुलेंस सेवा शुरू करने की मांग की है। ज्ञापन सौंपने वाले प्रतिनिधिमंडल में प्रदेश उपाध्यक्ष सुनील पांडेय, जिलाध्यक्ष मनोज राजभर और मंत्री प्रतिनिधि अमन राजभर सहित अन्य पदाधिकारी शामिल थे।

Jan 22, 2025 - 17:00
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धरमूपुर PHC में स्वास्थ्य व्यवस्था चरमराई:डॉक्टर-नर्स नहीं, एंबुलेंस गायब; मरीजों को जिला अस्पताल का सहारा
बस्ती के धरमूपुर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) में स्वास्थ्य सेवाएं पूरी तरह से ठप पड़ी हैं

धरमूपुर PHC में स्वास्थ्य व्यवस्था चरमराई

धरमूपुर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (PHC) में स्वास्थ्य व्यवस्था की स्थिति बेहद चिंताजनक हो गई है। मरीजों को मिलने वाली स्वास्थ्य सेवाएं पूरी तरह से बाधित हो चुकी हैं। डॉक्टरों और नर्सों की अनुपस्थिति के कारण यहाँ इलाज कराने वाले मरीजों को जिला अस्पताल का सहारा लेना पड़ रहा है। यह स्थिति न केवल स्थानीय निवासियों के लिए चिंता का विषय है, बल्कि सरकार के स्वास्थ्य क्षेत्र में उठाए गए कदमों पर भी सवाल उठाती है।

डॉक्टरों और नर्सों की कमी

हाल के घटनाक्रम में डॉक्टरों और नर्सों की अनुपस्थिति के कारण हॉस्पिटल में मरीजों को उचित देखभाल नहीं मिल पा रही है। इसके परिणामस्वरूप, गंभीर बीमारियों से जूझ रहे मरीजों को जिला अस्पताल की ओर रुख करना पड़ रहा है। इस मुद्दे पर स्थानीय निवासियों ने प्रशासन से प्रभावी कदम उठाने की मांग की है।

एंबुलेंस सेवा का संकट

इसके अलावा, एंबुलेंस की अनुपस्थिति ने हालात को और भी गंभीर बना दिया है। बेड की कमी और उचित चिकित्सा देखभाल के अभाव में कई मरीजों की जान पर बन आई है। लोगों ने आरोप लगाया कि यदि स्वास्थ्य सेवाएं नियमित रूप से कार्यरत होतीं तो स्थिति इतनी भयावह नहीं होती।

स्थानीय निवासियों की आवाज

स्थानीय निवासियों ने प्रशासन के प्रति अपनी नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा है कि सरकार को स्वास्थ्य व्यवस्था की स्थिति पर तत्काल ध्यान देना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि यदि हालात इसी तरह रहे तो उन्हें और से अधिक कठिनाइयों का सामना करना पड़ेगा।

भविष्य की आवश्यकताएं

धरमूपुर PHC की हालात को सुधारने के लिए स्वास्थ्य मंत्रालय को तत्काल कदम उठाने की आवश्यकता है। डॉक्टरों और नर्सों की तेजी से नियुक्ति, एंबुलेंस सेवा को बहाल करना, और स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर करना बहुत जरूरी है। इसके बिना, क्षेत्र के लोगों का स्वास्थ्य संकट में रहेगा।

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