पुलिस-नक्सली मुठभेड़ में 4 नक्सली ढेर..DRG जवान शहीद:अबूझमाड़ में 4 जिलों के 1000 जवानों ने घेरा; शवों के साथ AK-47 और SLR बरामद
छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा और नारायणपुर जिले की सीमा पर अबूझमाड़ के जंगल में पुलिस-नक्सलियों के बीच शनिवार देर रात मुठभेड़ हुई है, जिसमें DRG जवान प्रधान आरक्षक सन्नू कारम शहीद हो गए। वहीं, जवानों ने 4 माओवादियों को भी मार गिराया है। मुठभेड़ के बाद सर्चिंग के दौरान जवानों ने मौके से सभी नक्सलियों के शव और AK 47, SLR जैसे हथियार बरामद किए हैं। इसकी पुष्टि बस्तर IG सुंदरराज पी ने की है। ऑपरेशन पर निकले थे 1 हजार जवान बताया जा रहा है कि, शनिवार देर रात 4 जिले के 1 हजार जवानों ने नक्सलियों के कोर इलाके को घेर लिया था। दोनों तरफ से रुक-रुककर गोलीबारी हुई। इस ऑपरेशन में दंतेवाड़ा, नारायणपुर, कोंडागांव और बस्तर जिले की DRG और STF की टीम को भेजा गया था। जवान अब भी मौके पर ही मौजूद हैं। 2024 में मुठभेड़ में मारे गए नक्सली ............................ छत्तीसगढ़ में मुठभेड़ से जुड़ी और भी खबर पढ़ें... 10 नक्सलियों को ढेर करने के बाद जश्न: छत्तीसगढ़ में मुठभेड़ के बाद हथियारों के साथ नाचे जवान; जनवरी से अब तक 207 नक्सली ढेर छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में सुरक्षाबलों ने 10 नक्सलियों को मार गिराया है। इसमें 3 महिला और 7 पुरुष हैं। सभी के शव और 3 ऑटोमैटिक हथियार बरामद किए गए हैं। मुठभेड़ के बाद जवान जश्न मनाते भी दिखे। जवानों ने हथियारों के साथ डांस किया। पढ़ें पूरी खबर...

पुलिस-नक्सली मुठभेड़ में 4 नक्सली ढेर
घटना का विवरण
अबूझमाड़ क्षेत्र में हाल ही में हुई एक पुलिस-नक्सली मुठभेड़ ने सुरक्षा बलों और नक्सलियों के बीच एक महत्वपूर्ण मोड़ पेश किया। इस मुठभेड़ में 4 नक्सली ढेर कर दिए गए हैं। यह ऑपरेशन 4 जिलों के करीब 1000 जवानों द्वारा संचालित किया गया था। पुलिस बल ने नक्सलियों को चारों ओर से घेर लिया, जिससे उन्हें कोई भी भागने का रास्ता नहीं मिला।
सुरक्षा बल की कार्रवाई
मुठभेड़ के दौरान, DRG (डुक्रा रेजिमेंटल गार्ड) के एक जवान की शहादत हो गई। यह घटना नक्सलियों के खिलाफ चल रहे अभियान के दौरान हुई, जो भारत के विभिन्न हिस्सों में चल रही अस्थिरता के परिणामस्वरूप है। सुरक्षा बलों ने नक्सलियों के अंतर्गत आने वाली AK-47 राइफल और SLR (सर्विस लिंक राइफल) भी बरामद की है, जो इस अभियान की सफलता का संकेत है।
नक्सलवाद के खिलाफ अभियान
देश में नक्सलवाद के खिलाफ निरंतर संघर्ष जारी है। यह घटना इस बात का प्रमाण है कि सुरक्षा बल नक्सलियों के खिलाफ दृढ़ता से खड़े हैं। हाल ही में, पुलिस और अन्य सुरक्षा बलों ने नक्सली गतिविधियों को बंद करने के लिए कई ऑपरेशन किए हैं। इस घटना के बाद, स्थानीय प्रशासन ने सुरक्षा को बढ़ाने के लिए अतिरिक्त कदम उठाए हैं।
स्थानीय समुदाय की प्रतिक्रिया
स्थानीय समुदाय ने सुरक्षा बलों की कार्रवाई का स्वागत किया है। नक्सलियों की गतिविधियों ने उन्हें कई वर्षों तक परेशान किया है। अब, उनकी हत्या के बाद, लोग अधिक सुरक्षित महसूस कर रहे हैं। यह स्थिति इलाके में शांति और विकास की ओर एक सकारात्मक संकेत है।
News by indiatwoday.com
निष्कर्ष
पुलिस और नक्सलियों के बीच हुई यह मुठभेड़ एक महत्वपूर्ण कदम है। यह न केवल सुरक्षा बलों की शक्ति को दर्शाता है, बल्कि स्थानीय समुदाय के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को भी उजागर करता है। भारत सरकार ने नक्सलवाद के खिलाफ कड़े कदम उठाने की योजना बनाई है, और इस घटना से यह स्पष्ट है कि वे अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए सच्चे हैं।
What's Your Reaction?






