पूर्व विधायक और कोतवाल के बीच तीखी नोंक-झोंक:एसपी ने सीओ को सौंपी जांच,  भाजपा नेता के साथ बदसलूकी की आरोप

बलिया के बैरिया थाने में पूर्व विधायक एवं प्रभारी निरीक्षक के बीच हुई तीखी नोंक-झोंक के मामले ने तूल पकड़ लिया है। पुलिस अधीक्षक ने मामले के जांच का आदेश दे दिया है। इस प्रकरण की जांच सीओ बैरिया मोहम्मद उस्मान करेंगे। भाजपा के अनुसूचित जनजाति मोर्चा के प्रदेश सचिव तारकेश्वर गोड़ के साथ कथित बदसलूकी के मामले में पूर्व विधायक सुरेंद्र सिंह रविवार को अपने समर्थकों के साथ थाने पहुंचे। यहां उनकी प्रभारी निरीक्षक रामायण सिंह से तीखी बहस हो गई। विवाद उस समय और बढ़ गया जब पूर्व विधायक ने कोतवाल को संवैधानिक मर्यादा में रहने की हिदायत देते हुए कहा कि थाना उनके पिता का नहीं है और वे किसी को भी थाने से नहीं भगा सकते। जवाब में कोतवाल ने भी कहा कि विधायक को किसी को 'तुम तड़ाक' कहने का अधिकार नहीं है। प्रभारी निरीक्षक ने आरोप लगाया कि पूर्व विधायक फोन पर गालियां देते हैं, जिसकी रिकॉर्डिंग उनके पास है। मामला बढ़ता देख सीओ बैरिया मोहम्मद उस्मान ने हस्तक्षेप कर दोनों पक्षों को शांत कराया। एसपी ओमवीर सिंह ने इस घटना का संज्ञान लेते हुए सीओ बैरिया को जांच सौंप दी है। उन्होंने कहा कि तथ्यात्मक रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।

Jan 14, 2025 - 07:20
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पूर्व विधायक और कोतवाल के बीच तीखी नोंक-झोंक:एसपी ने सीओ को सौंपी जांच,  भाजपा नेता के साथ बदसलूकी की आरोप
बलिया के बैरिया थाने में पूर्व विधायक एवं प्रभारी निरीक्षक के बीच हुई तीखी नोंक-झोंक के मामले ने

पूर्व विधायक और कोतवाल के बीच तीखी नोंक-झोंक

हाल ही में एक विवादित घटना ने क्षेत्रों में हलचल पैदा कर दी है, जिसमें पूर्व विधायक और क्षेत्र के कोतवाल के बीच तीखी नोंक-झोंक का मामला सामने आया है। यह घटना भाजपा के एक नेता के साथ बदसलूकी के आरोपों से जुड़ी हुई है। इस मुद्दे की गंभीरता को देखते हुए, पुलिस अधीक्षक ने सीओ को जाँच का जिम्मा सौंपा है।

घटनाक्रम का विवरण

ताजा जानकारी के अनुसार, यह घटना उस समय हुई जब पूर्व विधायक एक स्थानीय कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे थे। वहाँ कोतवाल के साथ उनकी तीखी बहस शुरू हो गई। सूत्रों के अनुसार, विवाद का कारण भाजपा नेता के साथ हुई बदसलूकी बताई जा रही है, जिसे पूर्व विधायक ने अन्यथा लिया। इस नोक-झोंक में दोनों पक्षों के कुछ समर्थक भी शामिल थे, जिसने स्थिति को और भी विवादित बना दिया।

जांच की प्रक्रिया

पुलिस अधीक्षक ने इस घटनाक्रम की गंभीरता को देखते हुए तुरंत कार्रवाई करते हुए सीओ को जाँच के लिए नियुक्त किया है। जाँच के दौरान सभी पहलुओं को ध्यान में रखा जाएगा, और यह सुनिश्चित किया जाएगा कि सत्यता का पता लगाया जा सके। पुलिस विभाग की ओर से इस मामले में जल्द से जल्द समाधान लाने का प्रयास किया जा रहा है।

स्थानीय प्रतिक्रिया

स्थानीय निवासियों और राजनीतिक बैठकों में इस घटना पर चर्चा हो रही है। कुछ लोग इसे राजनीतिक द्वेष और सत्ता संघर्ष का परिणाम मानते हैं, जबकि दूसरों का कहना है कि यह स्थानीय प्रशासन की कमियों को उजागर करता है। भाजपा कार्यकर्ताओं ने अपनी आवाज उठाते हुए आरोपों का खंडन किया है और कहा है कि यह सब एक साजिश है, जबकि अन्य ने गंभीरता के साथ पुलिस जांच की मांग की है।

इस मुद्दे को लेकर राजनीतिक दलों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी जारी है। आगे की कार्यवाही का पालन करना महत्वपूर्ण है, ताकि स्थानीय जनता को न्याय मिल सके।

कुल मिलाकर, यह घटना न केवल स्थानीय राजनीति में हलचल पैदा कर रही है, बल्कि इसके प्रभाव से संबंधित सभी पक्षों की असली तस्वीर सामने आएगी। अधिक जानकारी के लिए, कृपया News by indiatwoday.com पर जाएँ। keywords: पूर्व विधायक, कोतवाल, भाजपा नेता, तीखी नोंक-झोंक, एसपी जाँच, सीओ जाँच, बदसलूकी आरोप, स्थानीय राजनीतिक विवाद, पुलिस जांच, राजनीतिक दलों के बीच विवाद

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