बोर्ड परीक्षा के दौरान बिजली कटौती से परेशानी:पीलीभीत में सैकड़ों घरों में 12 घंटे से बिजली गुल, छात्रों की पढ़ाई प्रभावित
पीलीभीत में विद्युत विभाग की रिवैंप योजना से स्कूली बच्चों की परेशानी बढ़ गई है। शनिवार सुबह से शहर के कई इलाकों में बिजली की लाइनें और पोल बदलने का काम चल रहा है। इससे सैकड़ों घरों में बिजली आपूर्ति बाधित है। बाग गुलशेर खान, कुबेरगढ़ पकड़िया और पूरनमल समेत कई मोहल्लों में सुबह से शाम तक बिजली नहीं थी। लंबी कटौती से घरों में लगे इनवर्टर भी बंद हो गए। इस समय बोर्ड परीक्षाएं चल रही हैं और छात्रों को अपनी पढ़ाई में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। दूधिया मंदिर के पास रहने वाले शुभम मिश्रा ने बताया कि उनका छोटा भाई बोर्ड परीक्षा दे रहा है। बिजली न होने से वह अपनी तैयारी नहीं कर पा रहा है। विद्युत विभाग के अधिशासी अभियंता पंकज भारती के अनुसार, लाइन बदलने का काम एक निजी संस्था कर रही है। उन्होंने कहा कि संस्था को जल्द से जल्द बिजली आपूर्ति बहाल करने के निर्देश दिए गए हैं।

बिजली कटौती का प्रभाव
पीलीभीत में हाल ही में बोर्ड परीक्षा के दौरान हुई एक बड़ी बिजली कटौती ने हजारों छात्रों के अध्ययन पर विपरीत प्रभाव डाला है। 12 घंटे से अधिक समय तक कई इलाकों में बिजली के ना होने का असर छात्रों की तैयारी और परीक्षा की गति पर पड़ा है।
छात्रों की चिंताएँ
बिजली न होने से छात्रों को पढ़ाई में कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। अंधेरे में पढ़ाई करना, इंटरनेट की कमी और अन्य आवश्यक संसाधनों का अभाव ने छात्रों के मन में चिंता पैदा कर दी है। कई छात्रों ने सोशल मीडिया पर अपनी समस्याओं को साझा किया है और सरकार से तत्काल समाधान की माँग की है।
स्थानीय अधिकारियों की प्रतिक्रिया
स्थानीय बिजली विभाग के अधिकारियों ने बिजली कटौती के संबंध में कहा है कि तकनीकी खराबी के कारण यह समस्या उत्पन्न हुई है। अधिकारियों का कहना है कि वे नियमित बिजली आपूर्ति को बहाल करने के लिए काम कर रहे हैं।
सामाजिक संगठनों की भूमिका
इस समस्या के समाधान के लिए कई सामाजिक संगठन भी सक्रिय हो गए हैं। उन्होंने छात्रों के लिए विशेष अध्ययन केंद्रों की व्यवस्था की है, जहाँ वे बिजली के बिना भी पढ़ाई कर सकते हैं।
भविष्य की योजनाएँ
विभाग ने आश्वासन दिया है कि भविष्य में इस प्रकार की घटनाओं से बचने के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएंगे, ताकि छात्रों की पढ़ाई पर कोई असर न पड़े।
निष्कर्ष
इस बिजली कटौती से शिक्षा के अधिकार पर बड़े असर पड़ सकते हैं विशेषकर बोर्ड परीक्षा के समय। सभी को मिल कर इस दिक्कत का सामना करना होगा और स्थानीय प्रशासन को भी अपनी जिम्मेदारियों का सही तरीके से निर्वहन करना होगा। Keywords: बोर्ड परीक्षा बिजली कटौती, पीलीभीत में बिजली गुल, छात्रों की पढ़ाई प्रभावित, बिजली विभाग समस्या, तकनीकी खराबी, स्थानीय अधिकारियों की प्रतिक्रिया, शिक्षा में बाधा, परीक्षा के दौरान परेशानियाँ, सामाजिक संगठनों की भूमिका, अध्ययन केंद्र सुविधाएँ
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