FII ने ₹3,450 करोड़ के शेयर्स बेचे:डोमेस्टिक इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स नेट बायर्स बने, DII ने ₹2,885 करोड़ के शेयर्स खरीदे

फॉरेन इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (FII) शुक्रवार को नेट सेलर्स बने। वहीं डोमेस्टिक इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स यानी DII नेट बायर्स बने रहे। प्रोविजनल डेटा के अनुसार, 21 फरवरी को FII ने 3,450 करोड़ रुपए के शेयर्स बेचे, जबकि DII ने 2,885 करोड़ रुपए के शेयर्स खरीदे हैं। ट्रेडिंग सेशन के दौरान, DIIs ने 12,889 करोड़ रुपए के शेयर खरीदे और 10,004 करोड़ रुपए के शेयर बेचे थे। वहीं FII ने 10,144 करोड़ रुपए के शेयर खरीदे और 13,593 करोड़ रुपए के शेयर बेचे थे। इस साल अब तक FII ने ₹1.24 लाख करोड़ के शेयर्स बेचे इस साल अब तक FII ने 1.24 लाख करोड़ रुपए के शेयरों की बिक्री की है। जबकि DII ने 1.29 लाख करोड़ रुपए के शेयर्स खरीदे हैं। शुक्रवार को सेंसेक्स 424 अंक गिरकर 75,311 पर बंद हुआ हफ्ते के आखिरी कारोबारी दिन यानी शुक्रवार को सेंसेक्स 424 अंक की गिरावट के साथ 75,311 के स्तर पर बंद हुआ। निफ्टी में भी 117 अंक की गिरावट रही, ये 22,795 के स्तर पर बंद हुआ था। सेंसेक्स के 30 शेयरों में से 22 में गिरावट और 8 में तेजी रही। निफ्टी के 50 शेयरों में से 37 में गिरावट और 13 में तेजी रही। NSE सेक्टोरल इंडेक्स के ऑटो सेक्टर में सबसे ज्यादा 2.58% की गिरावट रही थी।

Feb 22, 2025 - 19:00
 51  501822
FII ने ₹3,450 करोड़ के शेयर्स बेचे:डोमेस्टिक इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स नेट बायर्स बने, DII ने ₹2,885 करोड़ के शेयर्स खरीदे
फॉरेन इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (FII) शुक्रवार को नेट सेलर्स बने। वहीं डोमेस्टिक इंस्टीट्यूशनल इ

FII ने ₹3,450 करोड़ के शेयर्स बेचे: डोमेस्टिक इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स नेट बायर्स बने, DII ने ₹2,885 करोड़ के शेयर्स खरीदे

News by indiatwoday.com

विवरण

मार्केट में हाल ही में Foreign Institutional Investors (FII) ने ₹3,450 करोड़ के शेयर्स बेचे, जिससे निवेशकों के बीच चिंताएं उत्पन्न हुईं। हालात के बावजूद, Domestic Institutional Investors (DII) ने मजबूत स्थिरता दिखाई और ₹2,885 करोड़ के शेयर्स खरीदे। इसका सीधा संकेत है कि घरेलू निवेशकों का भरोसा अभी भी भारतीय मार्केट पर बरकरार है।

निवेशकों की गतिविधियाँ

FII के बिक्री की वजह से बेंचमार्क इंडेक्स में कुछ गिरावट आई, लेकिन DII ने खरीदारी कर उस गिरावट को संभाला। विश्लेषकों के अनुसार, घरेलू निवेशकों की यह खरीदारी लंबी अवधि की निवेश रणनीतियों का हिस्सा है, जो भारत के आर्थिक विकास की दिशा में एक सकारात्मक संकेत है।

विश्लेषण

इस स्थिति पर टिप्पणी करते हुए विशेषज्ञों का कहना है कि FII की बिक्री अक्सर वैश्विक अर्थव्यवस्था की मौजूदा स्थितियों पर निर्भर होती है। इसके विपरीत, DII का खरीदारी का रुख दर्शाता है कि घरेलू संस्थागत निवेशक भारतीय बाजार की मूलभूत स्थिति को लेकर आश्वस्त हैं। इसके अलावा, भारत का आर्थिक विकास, सुधार योजनाएं, और बेहतर कॉर्पोरेट नतीजे घरेलू निवेशकों को आकर्षित कर रहे हैं।

आशा की किरण

हालांकि FII की बिक्री को एक चिंताजनक विकास के रूप में देखा जा सकता है, लेकिन DII की सक्रियता इस बात का प्रमाण है कि स्थानीय निवेशक भारतीय इक्विटी बाजार में अवसरों का उपयोग कर रहे हैं। आने वाले समय में, अगर एफआईआई फिर से खरीदारी करने लगते हैं, तो यह भारतीय बाजार के लिए एक सकारात्मक संकेत होगा।

निष्कर्ष

कुल मिलाकर, हाल की घटनाओं ने यह स्पष्ट कर दिया है कि भारतीय बाजार में डोमेस्टिक इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स की भूमिका महत्वपूर्ण है। इस समय, जब FII बेच रहे हैं,DII की खरीदारी ने स्थिरता प्रदान की है। निवेशकों को सलाह दी जाती है कि वे संतुलित दृष्टिकोण अपनाएं और बाजार की परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए अपने निवेश निर्णय लें।

Keywords:

FII शेयर बेचना, DII निवेश, भारतीय शेयर बाजार, घरेलू संस्थागत निवेशक, DII द्वारा खरीदारी, Nifty 50, Sensex में फेरबदल, FII की गतिविधियां, घरेलू निवेशक, FII और DII की तुलना

What's Your Reaction?

like

dislike

love

funny

angry

sad

wow