एक साल की बच्ची का अपहरण:उत्कल एक्सप्रेस से बच्ची काे ओडिशा ले जा रहा था अपहरणकर्ता, टीटीई ने पकड़ा
झांसी में ग्वालियर से बच्ची का अपहरण कर ले जा रहे युवक को ट्रेन में ड्यूटी कर रहे टीटीई ने पकड़ा है। एक साल की बच्ची को अपहरण कर आरोपी उत्कल एक्सप्रेस से ओडिशा ले जा रहा था। ट्रेन के झांसी पहुंचने पर उसे जीआरपी के हवाले कर दिया गया है। जहां उससे पूछताछ की जा रही है। 7 घटना गुरुवार की बताई जा रही है। ट्रेन नंबर 18478 पुरी ऋषिकेश-पुरी उत्कल एक्सप्रेस ग्वालियर रुकी तो यहां से एक युवक एक साल की बच्ची के साथ थर्ड एसी कोच बी 5 में चढ़ गया।इसी ट्रेन में टिकट चेकिंग कर टीटीई राजीव कुमार ने जब युवक से टिकट पूछा तो वह घबराकर भागने लगा। इसी बात से टीटीई को उस पर शक हो गया और उन्होंने उसका पीछा करते हुए उसे स्लीपर कोच एस 2 में पकड़ लिया। जब युवक से बच्ची के बारे में पूछताछ की तो आरोपी ने अपना नाम मुरैना के ग्राम जारौनी निवासी 40 वर्षीय कल्लू पुत्र रामरतन बताया। उसका कहना था कि वह बच्ची को ग्वालियर से उठाकर लाया है और ओडिशा ले जा रहा है। कहा कि बच्ची के पिता का नाम शंकर है। इसके बाद टीटीई ने अन्य यात्रियों की मदद से आरोपी काे पकड़कर ट्रेन में ही बिठा लिया और झांसी कंट्रोल रूम को सूचना दी। यहां ट्रेन के झांसी पहुंचने पर आराेपी को जीआरपी के हवाले कर दिया गया। पीआरओ मनोज कुमार सिंह ने बताया कि टिकट निरीक्षक ने बच्ची को बचाने का काम किया है। उन्हें इस कार्य के लिए सम्मानित किया जाएगा।

एक साल की बच्ची का अपहरण: उत्कल एक्सप्रेस से बच्ची को ओडिशा ले जा रहा था अपहरणकर्ता, टीटीई ने पकड़ा
News by indiatwoday.com
घटना का संक्षिप्त विवरण
हाल ही में एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है, जिसमें एक साल की बच्ची का अपहरण किया गया था। अपहरणकर्ता उत्कल एक्सप्रेस ट्रेन के माध्यम से बच्ची को ओडिशा ले जा रहा था। लेकिन, ट्रेन के टीटीई (ट्रेन टिकेट एग्जामिनर) की सजगता ने इस घटना को बढ़ने से रोका। उन्होंने सोच-समझकर हरकत की और बच्ची को सुरक्षित बचा लिया।
अपहरण की प्रक्रिया
जानकारी के अनुसार, अपहरणकर्ता ने बच्ची को उसके घर से चुराने की योजना बनाई थी और उसे ट्रेन द्वारा राज्य से बाहर ले जाने का प्रयास कर रहा था। इस घटना ने न केवल बच्ची की माता-पिता को बेचैन किया बल्कि पूरे क्षेत्र में सुरक्षा को लेकर भी प्रश्न उठाए।
टीटीई की पहल
टीटीई की एकत्रित जानकारी के अनुसार, उन्होंने ट्रेन के यात्रियों के साथ बातचीत करके जानने की कोशिश की कि बच्ची किसके साथ है। टीटीई की तुरंत सक्रियता के कारण ही बच्ची का अपहरण करने वाले को पकड़ा गया और बच्ची को सुरक्षित वापस लाया गया। यह घटना एक महत्वपूर्ण विचार है जो लोगों को यह सूचित करता है कि हमें हमेशा सतर्क रहना चाहिए, खासकर सार्वजनिक परिवहन के दौरान।
सुरक्षा और सतर्कता
इस घटना से ही हमें यह समझ में आता है कि बच्चों की सुरक्षा कितनी महत्वपूर्ण है। परिवारों को अपने बच्चों की सुरक्षा को लेकर अधिक सचेत रहना चाहिए और सार्वजनिक स्थानों पर अपनी आंखें खुली रखनी चाहिए। इसके अलावा, यह घटना रेल मंत्रालय और पुलिस विभाग के लिए भी एक संकेत है कि उन्हें सुरक्षा के उपायों में सुधार करना होगा।
निष्कर्ष
एक साल की बच्ची का अपहरण और टीटीई की तत्परता से उसकी सुरक्षा ने साबित किया कि सच्ची सावधानी और सतर्कता से हम ऐसी घटनाओं को रोक सकते हैं। हमें हमेशा तैयार रहना चाहिए और हमारी सुरक्षा के प्रति जागरूक रहना चाहिए।
संदर्भ
इस प्रकार की घटनाएं हमें और हमारे समाज को जागरूक करती हैं, इसलिए हमेशा अपने आसपास के लोगों और घटनाओं पर ध्यान दें। विनम्रता से इस घटना के बारे में अधिक जानकारी के लिए हमसे जुड़ें। अधिक अपडेट के लिए, indiatwoday.com पर जाएं। Keywords: बच्ची का अपहरण, उत्कल एक्सप्रेस, ओडिशा, टीटीई ने पकड़ा, ट्रेन यात्रा सुरक्षा, बच्चों की सुरक्षा, सार्वजनिक परिवहन सुरक्षा, अपहरण की घटनाएं, अपहरणकर्ता, सुरक्षा जागरूकता.
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